शिलांग : मेघालय की राजधानी में यहां एक व्यस्त बाजार के पीछे उग्रवादियों ने मंगलवार को एक आईईडी विस्फोट किया, जिसमें एक महिला सहित कम से कम दो व्यक्ति घायल हो गये.
पुलिस ने बताया कि मीडिया संस्थानों को भेजे एक ईमेल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन हन्नीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल ने स्वतंत्रता दिवस समारोहों से पहले किये गये इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है.
संगठन ने चेतावनी दी है कि वह बाहरी लोगों को निशाना बना कर एक बड़ा बम रखेगा और लोगों से रविवार को स्वतंत्रता दिवस समारोहों में भाग नहीं लेने को कहा है.
पुलिस ने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे हुए विस्फोट में एक दुकानदार और एक राहगीर घायल हो गये.
ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक एस नोंगतींगर ने बताया कि विस्फोट के सिलसिले में एक मामला दर्ज किया गया है और घटना की जांच जारी है.
लिस ने बताया कि मीडिया संस्थानों को भेजे एक ईमेल में प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन हन्नीवट्रेप नेशनल लिबरेशन काउंसिल (एचएनएलसी) ने स्वतंत्रता दिवस समारोहों से पहले किये गये इस विस्फोट की जिम्मेदारी ली है.
उन्होंने बताया कि दोपहर करीब डेढ़ बजे लैतुमखरा में एक व्यस्त बाजार क्षेत्र में हुए विस्फोट में एक दुकानदार और एक राहगीर घायल हो गये, जिन्हें इलाज के लिए पास के अस्पताल ले जाया गया.
उन्होंने बताया कि एक किग्रा आईईडी को टाइमर लगा कर रखा गया था.
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और विस्फोट में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए छानबीन की जा रही है.
एक प्रेस वार्ता में संगमा ने चेतावनी दी, शिलांग में आईईडी विस्फोट में शामिल लोगों को बख्शा नहीं जाएगा। जो शांति के लिए खतरा हैं, उन्हें दंडित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री संगमा ने ट्विटर सहित अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट किया, आज दोपहर में लैतुमखरा में हुए आईईडी विस्फोट की कड़ी निंदा करता हूं, जिसमें दो नागरिक घायल हो गए। गृह मंत्री और मेघालय पुलिस के अधिकारियों ने मुझे इस मामले से अवगत कराया और आगे की जांच की जा रही है.
स्थानीय विधायक अम्परीन लिंगदोह ने भी घटना की निंदा की.
उन्होंने कहा, मैं शिलांग के बीचों-बीच हुए हिंसा के इस भयानक कृत्य की निंदा करती हूं, जिसने दो नागरिकों को घायल कर दिया। हिंसा के इस्तेमाल को कभी भी उचित नहीं ठहराया जा सकता और मेघालय पुलिस इस घटना की जांच करे और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को गिरफ्तार करे.
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि उससे आसपास की इमारतें हिल उठीं और इलाके में कुछ देर यातायात अवरूद्ध हो गया.
ईस्ट खासी हिल्स जिले के पुलिस अधीक्षक एस नोंगतींगर ने बताया, ‘‘प्राथमिक जांच में यह पुष्टि हुई है कि विस्फोट आईईडी से किया गया। आईईडी से दुकान की दीवार में बड़ा सुराख हो गया और इससे लगी इमारतों की खिड़कियों के शीशे टूट गये.
उन्होंने बताया कि विस्फोट के सिलसिले में लैतुमखराह पुलिस थाने में एक मामला दर्ज किया गया है और घटना की जांच जारी है. उन्होंने बताया कि विस्फोट की आवाज न्यू शिलांग टाउनशिप तक सुनी गई.
पुलिस अधीक्षक बम रोधी दस्ते और राज्य एवं केंद्र की अन्य एजेंसियों के साथ स्थिति का जायजा लेने मौके पर पहुंचे.
एचएनएलसी महासचिव सैनकुपर नोंगट्राव ने घटना में एक महिला के घायल होने पर खेद प्रकट किया.
संगठन ने चेतावनी दी है कि वह बाहरी लोगों को निशाना बना कर एक बड़ा बम रखेगा और लोगों से रविवार को स्वतंत्रता दिवस समारोहों में भाग नहीं लेने को कहा है.
कभी मेघालय में खूंखार सशस्त्र समूह रहे इस उग्रवादी संगठन एचएनएलसी को 2019 में गृह मंत्रालय ने एक गैरकानूनी संगठन के रूप में घोषित कर इसे प्रतिबंधित कर दिया था। पहले के हन्नीवट्रेप अचिक लिबरेशन काउंसिल (1993) से टूटकर बना यह गुट मुख्य रूप से खासी-जयंतिया हिल्स क्षेत्र में सक्रिय है और अतीत में कई हमले कर चुका है। इस संगठन का आधार शिविर बांग्लादेश में है.