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गौरीकुंड में फिर हुआ लैंडस्लाइड, मलबे में दबकर 2 बच्चों की मौत, पौड़ी में सड़क हादसे में चार की गई जान - Kedarnath Gauri Village Disaster

उत्तराखंड में भारी बारिश लोगों पर कहर बरपा रही है. केदारनाथ के यात्रा पड़ाव गौरीकुंड में फिर बड़ा हादसा सामने आया है. यहां एक बार फिर भूस्खलन की चपेट में आने से दो मासूमों की जान चली गई. बताया जा रहा है कि बच्चे मां के साथ सोए थे, जबकि पिता नेपाल गया हुआ था.

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Published : Aug 9, 2023, 10:40 AM IST

Updated : Aug 9, 2023, 11:40 AM IST

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुंड (गौरी गांव) में नेपाली मूल के तीन बच्चे भूस्खलन की चपेट में आने से दब गए. तीनों बच्चों को स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों की मदद से गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया, जहां दो बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जबकि एक बच्चे का उपचार किया जा रहा है.

कुछ दिनों पहले पिता गया था नेपाल: जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड से आगे गांव के नीचे एक नेपाली परिवार के ऊपर के खेत से मलबा आ गया. मलबे की चपेट में आने के कारण तीन बच्चों के दबने की सूचना प्राप्त हुई थी. राहत बचाव टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल बच्चों को तत्काल गौरीकुंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
पढ़ें-Gaurikund Accident: 5 दिन बाद भी गौरीकुंड हादसे में लापता 20 लोगों का नहीं चला पता, जारी है सर्च अभियान

मां के साथ सोए थे बच्चे: जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसे में पिंकी 5 वर्ष व एक छोटे बच्चे की मौत हो गई. जबकि हादसे में 8 वर्षीय स्वीटी का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. बच्चों का पिता सत्यराज अपने गांव नेपाल गया है. जबकि माता जानकी बच्चों के साथ ही डेरे में सो रही थी. जानकी मलबा आने के बाद डेरे से बाहर सकुशल निकल आई थी, जबकि बच्चे मलबे में दबे रह गए थे.
पढ़ें-श्रीनगर में गहरी खाई में गिरी कार, पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत

गौरीकुंड हादसे की याद हुई ताजा: बता दें कि केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में बीते गुरुवार 3 अगस्त की रात में भयानक भूस्खलन हुआ था. मलबा गिरने से तीन दुकानें ध्वस्त हो गई थी. तीन दुकानों में सोए हुए 23 व्यक्ति लापता हो गए थे, जिनमें से तीन लोगों के शव पुलिस-प्रशासन ने बरामद कर लिये थे. तब से लापता 20 लोगों की तलाश जारी है. मंदाकिनी नदी में जल पुलिस, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं.

पौड़ी में कार गहरी खाई में गिरी: उधर लैंसडाउन-देवडोली मोटर मार्ग पर एक कार हादसे का शिकार हो गई. हादसे में पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि कार सवार गुमखाल बाजार से अपने गांव देवडाली (पौड़ी गढ़वाल) जा रहे थे. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया और शवों को खाई से बाहर निकाला. जिसके बाद पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी.

रुद्रप्रयाग में भारी बारिश का कहर: केदारघाटी में बारिश का दौर जारी है. बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बंद हो गया है. हाईवे पर पहाड़ियां जगह-जगह दरक रही हैं. मंगलवार देर रात केदारनाथ हाईवे फाटा के निकट देवीधर में वासआउट हो गया था. यहां पर हाईवे अभी तक नहीं खुल पाया है. हाईवे खोलने का कार्य लगातार जारी है. हाईवे पर स्थित एक पुलिया भी बरसाती गदेरे की भेंट चढ़ गई है. अभी भी केदारघाटी में जगह-जगह कई स्थानों पर हाईवे बंद है. हजारों की संख्या में यात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

रुद्रप्रयाग (उत्तराखंड): केदारनाथ यात्रा पड़ाव के गौरीकुंड (गौरी गांव) में नेपाली मूल के तीन बच्चे भूस्खलन की चपेट में आने से दब गए. तीनों बच्चों को स्थानीय पुलिस, एनडीआरएफ, स्थानीय लोगों की मदद से गौरीकुंड हॉस्पिटल में उपचार के लिए लाया गया, जहां दो बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. जबकि एक बच्चे का उपचार किया जा रहा है.

कुछ दिनों पहले पिता गया था नेपाल: जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि गौरीकुंड गांव में हेलीपैड से आगे गांव के नीचे एक नेपाली परिवार के ऊपर के खेत से मलबा आ गया. मलबे की चपेट में आने के कारण तीन बच्चों के दबने की सूचना प्राप्त हुई थी. राहत बचाव टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल बच्चों को तत्काल गौरीकुंड हॉस्पिटल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने दो बच्चों को मृत घोषित कर दिया, जबकि एक का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है.
पढ़ें-Gaurikund Accident: 5 दिन बाद भी गौरीकुंड हादसे में लापता 20 लोगों का नहीं चला पता, जारी है सर्च अभियान

मां के साथ सोए थे बच्चे: जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने बताया कि हादसे में पिंकी 5 वर्ष व एक छोटे बच्चे की मौत हो गई. जबकि हादसे में 8 वर्षीय स्वीटी का हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. बच्चों का पिता सत्यराज अपने गांव नेपाल गया है. जबकि माता जानकी बच्चों के साथ ही डेरे में सो रही थी. जानकी मलबा आने के बाद डेरे से बाहर सकुशल निकल आई थी, जबकि बच्चे मलबे में दबे रह गए थे.
पढ़ें-श्रीनगर में गहरी खाई में गिरी कार, पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत

गौरीकुंड हादसे की याद हुई ताजा: बता दें कि केदारनाथ यात्रा के मुख्य पड़ाव गौरीकुंड में बीते गुरुवार 3 अगस्त की रात में भयानक भूस्खलन हुआ था. मलबा गिरने से तीन दुकानें ध्वस्त हो गई थी. तीन दुकानों में सोए हुए 23 व्यक्ति लापता हो गए थे, जिनमें से तीन लोगों के शव पुलिस-प्रशासन ने बरामद कर लिये थे. तब से लापता 20 लोगों की तलाश जारी है. मंदाकिनी नदी में जल पुलिस, स्थानीय पुलिस, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं.

पौड़ी में कार गहरी खाई में गिरी: उधर लैंसडाउन-देवडोली मोटर मार्ग पर एक कार हादसे का शिकार हो गई. हादसे में पिता-पुत्र समेत चार लोगों की मौत हो गयी. बताया जा रहा है कि कार सवार गुमखाल बाजार से अपने गांव देवडाली (पौड़ी गढ़वाल) जा रहे थे. सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस और एसडीआरएफ टीम ने देर रात तक सर्च ऑपरेशन चलाया और शवों को खाई से बाहर निकाला. जिसके बाद पुलिस ने घटना की सूचना मृतक के परिजनों को दी.

रुद्रप्रयाग में भारी बारिश का कहर: केदारघाटी में बारिश का दौर जारी है. बारिश के कारण केदारनाथ हाईवे जगह-जगह बंद हो गया है. हाईवे पर पहाड़ियां जगह-जगह दरक रही हैं. मंगलवार देर रात केदारनाथ हाईवे फाटा के निकट देवीधर में वासआउट हो गया था. यहां पर हाईवे अभी तक नहीं खुल पाया है. हाईवे खोलने का कार्य लगातार जारी है. हाईवे पर स्थित एक पुलिया भी बरसाती गदेरे की भेंट चढ़ गई है. अभी भी केदारघाटी में जगह-जगह कई स्थानों पर हाईवे बंद है. हजारों की संख्या में यात्री हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं.

Last Updated : Aug 9, 2023, 11:40 AM IST
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