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मस्क के बयानों से ट्विटर के स्टॉक गिरे, शेयर होल्डर ने दर्ज कराया केस

ट्विटर पर तकरार बढ़ती जा रही है. गुरुवार को ट्विटर के पूर्व सीईओ जैक डोर्सी ने बोर्ड मेंबर से इस्तीफा दे दिया. वहीं दूसरी ओर शेयरहोल्डर्स ने एलॉन मस्क के खिलाफ केस किया है. शेयरहोल्डर्स का आरोप है कि एलन मस्क ने ट्विटर की शेयर्स की कीमत जानबूझकर घटाई है.

मस्क के बयानों से ट्विटर के स्टॉक गिरे, शेयर होल्डर ने दर्ज कराया केस
मस्क के बयानों से ट्विटर के स्टॉक गिरे, शेयर होल्डर ने दर्ज कराया केस
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Published : May 27, 2022, 2:38 PM IST

सैन फ्रांसिस्को : बुधवार रात सैन फ्रांसिस्को में संघीय जिला अदालत में एलन मस्क के खिलाफ ट्विटर शेयरधारकों की ओर से एक नया मुकदमा दायर किया गया. जिसमें आरोप लगाया गया था कि टेस्ला के सीईओ ने व्यक्तिगत लाभ के लिए कंपनी के स्टॉक में सक्रिय रूप से हेरफेर किया है.

शिकायत 25 अप्रैल को ट्विटर के बोर्ड के साथ खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से मस्क के आचरण पर केंद्रित है, विशेष रूप से उनका हालिया बयान कि मंच पर स्वचालित खातों के बारे में अधिक जानकारी के बिना सौदा 'आगे नहीं बढ़ सकता'. शिकायत में आरोप लगाया गया है, समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, मस्क ने सौदे के बारे में संदेह पैदा करने के लिए डिजाइन किए गए बयान दिए और ट्वीट किये. जिसने ट्विटर के स्टॉक को काफी हद तक नीचे चला दिया.

पढ़ें: एलन मस्क, पराग अग्रवाल फर्जी यूजर अकाउंट को लेकर ट्विटर पर भिड़े

मस्क पर केस William Heresniak ने किया है. उन्होंने बताया है कि मस्क ने अप्रैल के अंत में ट्विटर डील को नेगोशिएट किया था. इस डील को सिर्फ शेयरहोल्डर्स और रेगुलेटर्स की मंजूरी चाहिए और इसके लिए 24 अक्टूबर तक का वक्त था. दर्ज केस की मानें तो मस्क को पता था कि कुछ ट्विटर अकाउंट्स सॉफ्टवेयर से कंट्रोल होते हैं. इसके बारे में उन्होंने डील से पहले भी ट्वीट किए थे. इन सब के बाद भी उन्होंने ट्वीट्स किए और बयान दिए, जिसकी वजह से कंपनी के शेयर गिर गए. विशेष रूप से, शिकायत अदालत द्वारा निषेधाज्ञा राहत की मांग करती है, जो संभावित रूप से मस्क को सहमत मूल्य पर ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर कर सकती है. मस्क के सार्वजनिक बयानों के बारे में अनिश्चितता का पहले से ही बायआउट प्रस्ताव पर एक भौतिक प्रभाव पड़ा है.

पिछले हफ्ते एलॉन मस्क ने ट्वीट किया था कि ट्विटर डील तब तक होल्ड रहेगी, जब तक की उन्हें स्पैम अकाउंट्स के नंबर को लेकर प्रूफ नहीं मिल जाता. इसके बाद मस्क और ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल के बीच बहस भी हुई थी. हालांकि, इसके बाद एलॉन मस्क ने कहा था कि जब तक पराग अग्रवाल यह प्रूफ नहीं कर देते कि ट्विटर पर सिर्फ 5 परसेंट बॉट्स या स्पैम अकाउंट हैं, तब तक यह डील होल्ड पर रहेगी.

ट्विटर पर टकराव बॉट्स को लेकर ही बढ़ा है. एलॉन मस्क ने पिछले महीने यानी अप्रैल की शुरुआत में ट्विटर में 9.2 परसेंट स्टेक खरीदे थे, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें बोर्ड में शामिल होने का ऑफर दिया था. हालांकि, मस्क ने बोर्ड में शामिल होने ने इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने ट्विटर को खरीदने के लिए 44 अरब डॉलर में डील की. इस डील के बाद से ही धीरे-धीरे ट्विटर पर टकराव बढ़ा.

सैन फ्रांसिस्को : बुधवार रात सैन फ्रांसिस्को में संघीय जिला अदालत में एलन मस्क के खिलाफ ट्विटर शेयरधारकों की ओर से एक नया मुकदमा दायर किया गया. जिसमें आरोप लगाया गया था कि टेस्ला के सीईओ ने व्यक्तिगत लाभ के लिए कंपनी के स्टॉक में सक्रिय रूप से हेरफेर किया है.

शिकायत 25 अप्रैल को ट्विटर के बोर्ड के साथ खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद से मस्क के आचरण पर केंद्रित है, विशेष रूप से उनका हालिया बयान कि मंच पर स्वचालित खातों के बारे में अधिक जानकारी के बिना सौदा 'आगे नहीं बढ़ सकता'. शिकायत में आरोप लगाया गया है, समझौते पर हस्ताक्षर करने के बाद, मस्क ने सौदे के बारे में संदेह पैदा करने के लिए डिजाइन किए गए बयान दिए और ट्वीट किये. जिसने ट्विटर के स्टॉक को काफी हद तक नीचे चला दिया.

पढ़ें: एलन मस्क, पराग अग्रवाल फर्जी यूजर अकाउंट को लेकर ट्विटर पर भिड़े

मस्क पर केस William Heresniak ने किया है. उन्होंने बताया है कि मस्क ने अप्रैल के अंत में ट्विटर डील को नेगोशिएट किया था. इस डील को सिर्फ शेयरहोल्डर्स और रेगुलेटर्स की मंजूरी चाहिए और इसके लिए 24 अक्टूबर तक का वक्त था. दर्ज केस की मानें तो मस्क को पता था कि कुछ ट्विटर अकाउंट्स सॉफ्टवेयर से कंट्रोल होते हैं. इसके बारे में उन्होंने डील से पहले भी ट्वीट किए थे. इन सब के बाद भी उन्होंने ट्वीट्स किए और बयान दिए, जिसकी वजह से कंपनी के शेयर गिर गए. विशेष रूप से, शिकायत अदालत द्वारा निषेधाज्ञा राहत की मांग करती है, जो संभावित रूप से मस्क को सहमत मूल्य पर ट्विटर खरीदने के लिए मजबूर कर सकती है. मस्क के सार्वजनिक बयानों के बारे में अनिश्चितता का पहले से ही बायआउट प्रस्ताव पर एक भौतिक प्रभाव पड़ा है.

पिछले हफ्ते एलॉन मस्क ने ट्वीट किया था कि ट्विटर डील तब तक होल्ड रहेगी, जब तक की उन्हें स्पैम अकाउंट्स के नंबर को लेकर प्रूफ नहीं मिल जाता. इसके बाद मस्क और ट्विटर सीईओ पराग अग्रवाल के बीच बहस भी हुई थी. हालांकि, इसके बाद एलॉन मस्क ने कहा था कि जब तक पराग अग्रवाल यह प्रूफ नहीं कर देते कि ट्विटर पर सिर्फ 5 परसेंट बॉट्स या स्पैम अकाउंट हैं, तब तक यह डील होल्ड पर रहेगी.

ट्विटर पर टकराव बॉट्स को लेकर ही बढ़ा है. एलॉन मस्क ने पिछले महीने यानी अप्रैल की शुरुआत में ट्विटर में 9.2 परसेंट स्टेक खरीदे थे, जिसके बाद कंपनी ने उन्हें बोर्ड में शामिल होने का ऑफर दिया था. हालांकि, मस्क ने बोर्ड में शामिल होने ने इनकार कर दिया. बाद में उन्होंने ट्विटर को खरीदने के लिए 44 अरब डॉलर में डील की. इस डील के बाद से ही धीरे-धीरे ट्विटर पर टकराव बढ़ा.

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