कोरबा: SECL खदान से कोरबा जिले के लोगों को विकास की कई सौगातें मिली हैं. Korba coal mines से रोजगार पैदा हुआ है. लेकिन इन सब उपलब्धियों के साथ कोरबा के रहवासियों को इस विकास की दोगुनी कीमत चुकानी पड़ रही है. विकास के बदले कोरबा को प्रदूषण के रुप में भारी कीमत चुकानी पड़ी है. खदान में कोयले के उत्पादन के लिए होने वाले हैवी ब्लास्टिंग से लोगों का जीना मुहाल हो गया. ब्लास्टिंग के साथ ही खदान से डस्ट का गुबार उड़ता है.जो रिहायशी इलाकों में पहुंचता है. Trouble due to SECL blasting in Korba जिससे आम जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.हरदीबाजार,आमगांव,मलगांव सहित सरई श्रृंगार के लोग पिछले कुछ दिनों से काफी परेशान हैं. आसमान में उठे प्रदूषण रुपी धूल के गुबार को देखकर आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता हैकि यहां के लोग किस तरह अपना जीवन यापन करते होंगे. Blasting increased pollution and diseases
आमगांव की सरपंच ने गिनाई समस्याएं: Trouble due to SECL blasting in Korba आमगांव की सरपंच बृजकुंवर ने बताया कि "ब्लास्टिंग की समस्या पिछले कई सालों से बनी हुई है. जिसके चलते हरदी बाजार सरई श्रृंगार और आसपास के ग्रामीण काफी परेशान हैं. कई बार हैवी ब्लास्टिंग के चलते ग्रामीण क्षेत्र में लगे बोरवेल धंस गए. कई लोगों के घर जर्जर हो चुके हैं. इसकी शिकायत कई बार की जा चुकी है लेकिन अब तक किसी तरह का सुधार नहीं हुआ है."MLA Purushottam Kanwar warn SECL
विधायक पुरुषोतम कंवर ने खोला मोर्चा: blasting in Korba coal mines कटघोरा विधायक पुरुषोत्तम कंवर ने बताया कि "वह इस क्षेत्र के विधायक हैं और ग्रामीणों की समस्या को लेकर कई बार एसईसीएल और जिला प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है. रविवार को हुए ब्लास्टिंग से ग्रामीण डरे हुए हैं. इस बार कोई बड़ा आंदोलन करना पड़ेगा. इस दिशा में बैठक कर प्रयास किया जाएगा"
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ब्लास्टिंग से लागातार हो रही समस्याएं: ब्लास्टिंग से हुई यह समस्या पहली बार नहीं है. कुछ दिनों पहले कुसमुंडा खदान में भी हैवी ब्लास्टिंग के चलते हैं पाली पठानिया गांव के मकान जर्जर हो गए थे. जिसकी शिकायत लेकर ग्रामीण काफी संख्या में कलेक्ट्रेट भी पहुंचे थे. लेकिन लगातार हो रही हैवी ब्लास्टिंग के चलते ग्रामीण परेशान हैं.