कुपवाड़ा (कश्मीर) : उत्तरी कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा शहर ( Handwara town of north Kashmir's Kupwara district) में गुरुवार दोपहर सेना की एक इकाई के सैनिकों द्वारा एक स्थानीय मस्जिद के बाहर लोगों के एक समूह पर गोलियां चलाने के बाद (army unit opened fire at a group of people) पुलिस और अर्धसैनिक बलों की भारी तैनाती (Massive deployment of police and paramilitaries) की गई थी. स्थानीय लोगों ने आरोप लगाया कि सैनिकों ने मस्जिद में प्रवेश किया और वीडियो कैप्चर करना शुरू कर दिया जब लोग दोपहर करीब 1:45 बजे नमाज अदा कर रहे थे.
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एक व्यक्ति ने कहा कि सेना ने मस्जिद में प्रवेश किया और नमाज के दौरान अंदर वीडियो शूट करना शुरू कर दिया. हमें नहीं पता कि वीडियो शूट करने का उद्देश्य क्या था. एक बुजुर्ग ने सेना की वीडियो शूटिंग पर आपत्ति जताई और जल्द ही उसके साथ कई युवा भी शामिल हो गए जिन्होंने नारेबाजी भी की. घबराई हुई स्थिति में, सैनिकों ने प्रदर्शनकारियों पर गोलियां चला दीं. ईटीवी भारत के रिपोर्टर ने कहा कि घटना में दो नागरिक घायल हुए हैं. उन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. गोली लगने की घटना के तुरंत बाद पूरे कस्बे में दहशत फैल गई और दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए. शहर के कई इलाकों में विरोध प्रदर्शन हुए. स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए पुलिस और अर्धसैनिक बलों को शहर की सड़कों और गलियों पर अपना दबदबा बनाने के लिए हरकत में लाया गया. सेना ने घटना पर कोई बयान जारी नहीं किया है.
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सज्जाद लोन ने हंदवाड़ा फायरिंग की घटना की निंदा की : जम्मू-कश्मीर पीपुल्स कॉन्फ्रेंस (जेकेपीसी) के अध्यक्ष सज्जाद लोन ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा में सेना के कुछ जवानों के साथ हुए विवाद में दो नागरिकों के घायल होने की घटना की निंदा की. सज्जाद लोन ने घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि गलती करने वाले सुरक्षा बलों को जवाबदेह ठहराया जाएगा और जिम्मेदार लोगों को कड़ी सजा दी जाएगी. उन्होंने कहा कि कितनी खेदजनक स्थिति है. हंदवाड़ा के सबसे शांतिपूर्ण शहरों में से एक है. दोषियों को दंडित किया जाएगा. इस बीच, लोन ने घायलों की स्थिति के बारे में पूछताछ करने के लिए अस्पताल के अधिकारियों को भी बुलाया. यह जानकर राहत मिली कि चोटें जीवन के लिए खतरा नहीं हैं.