गुवाहाटी : त्रिपुरा में 23 जून को होने वाले उपचुनाव के लिए राजनीतिक दल कमर कस रहे हैं, सत्तारूढ़ भाजपा नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री माणिक साहा को टाउन बोरदोवाली निर्वाचन क्षेत्र से मैदान में उतारने की तैयारी में है.भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने गुरुवार को कहा, "साहा टाउन बोरदोवाली सीट से चुनाव लड़ेंगे, क्योंकि उन्हें छह महीने के भीतर विधानसभा के लिए निर्वाचित होना जरूरी है.
राज्य के चार निर्वाचन क्षेत्रों-अगरतला, टाउन बोरदोवाली, सूरमा और जुबराजनगर निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव होने की संभावना है. भाजपा के तीन विधायकों के इस्तीफे और हाल ही में माकपा विधायक रामेंद्र चंद्र देवनाथ के निधन के बाद इन निर्वाचन क्षेत्रों में उपचुनाव जरूरी हो गया था. 23 जून को होने वाला उपचुनाव राज्य में आगामी विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों के लिए लिटमस टेस्ट होगा. इन निर्वाचन क्षेत्रों में आगामी उपचुनाव भी सत्तारूढ़ भाजपा के लिए चुनौतीपूर्ण होगा क्योंकि भाजपा में अंदरूनी कलह को काफी गहरी हो गई है.
2018 में त्रिपुरा में सत्ता में आई भाजपा ने राज्य में 25 साल पुराने वाम शासन को पीछे छोड़ते हुए पार्टी में बढ़ती अंदरूनी कलह के कारण इस महीने की शुरुआत में गार्ड ऑफ चेंज किया था. 60 सदस्यीय त्रिपुरा विधानसभा में, भाजपा ने 2018 में 36 सीटें जीती थीं और आईपीएफटी ने आठ, जबकि माकपा ने 16 सीटें हासिल की थीं. आगामी उपचुनावों में, माकपा और कांग्रेस के कोई गठबंधन बनाने की संभावना नहीं है और वे अपने दम पर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे. माकपा के राज्य सचिव जितेंद्र चौधरी ने कहा कि उपचुनाव में पार्टी किसी अन्य पार्टी के साथ गठबंधन नहीं करेगी. राजनीतिक पर्यवेक्षकों ने कहा कि टाउन बोरदोवाली, सूरमा और जुबराजनगर (एससी) विधानसभा क्षेत्रों सहित तीन सीटों पर बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है. नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 9 जून है. वोटों की गिनती 26 जून को होगी.
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