नई दिल्ली: त्रिपुरा विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चा दलों की लगातार दूसरी हार के लिए सीपीएम ने टिपरा मोथा को जिम्मेदार बताया है. इस बारे में सीपीएम की केंद्रीय समिति के वरिष्ठ सदस्य हन्नान मोल्ला ने कहा कि टीपरा मोथा हमारी हार के प्रमुख कारणों में से एक है. पूर्व सांसद मोल्ला ने कहा कि इस तरह के चुनाव परिणाम की उम्मीद नहीं थी. उन्होंने कहा कि सीपीएम कार्यकर्ताओं ने पिछले पांच वर्षों में कड़ी मेहनत की है.
मोल्ला ने कहा कि वास्तव में त्रिपुरा में भाजपा सरकार आतंक का माहौल बना रही थी और उन्होंने हमारे हजारों कार्यकर्ताओं को झूठे मामलाों में फंसाया. उन्होंने कहा कि पार्टी को इस बार अच्छे रिजल्ट की उम्मीद थी. मोल्ला ने कहा कि चुनाव में टिपरा मोथा के प्रवेश से बीजेपी को फायदा हुआ. दोनों पार्टियों (बीजेपी और टिपरा मोथा) चुनाव से पहले की समझ थी. मोल्ला ने कहा कि टिपरा मोथा ने सीपीएम वोट बैंक को बांट दिया.
सीपीएम नेता ने कहा कि कई निर्वाचन क्षेत्रों में हम बहुत करीबी अंतर से हार गए हैं. उन्होंने कहा कि कुछ इलाकों में जहां हमें भरोसा था, वहां टिपरा मोथा ने हमारे वोट बांट दिए. चुनाव परिणामों के अनुसार, कई निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा उम्मीदवारों ने सीपीएम के अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवारों को 600-650 से कम मतों से हराया. बता दें कि त्रिपुरा में भाजपा गठबंधन ने बहुमत के आंकड़े को पार कर लिया है. वहीं लेफ्ट और कांग्रेस का गठबंधन दूसरे स्थान पर और टिपरा तीसरे स्थान पर है. फिलहाल सभी नतीजों के आने के बाद पार्टी में दल के नेता का चुनाव किया जाएगा. वहीं भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के द्वारा भी मुख्यमंत्री के नाम को लेकर घोषणा किए जाने की संभावना है.