कोलकाता : पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने शनिवार को आगामी कोलकाता नगर निगम चुनाव के लिये घोषणापत्र (manifesto for the forthcoming Kolkata Municipal Corporation) जारी किया जिसमें लोगों को बेहतर नागरिक एवं स्वास्थ्य सेवायें मुहैया कराने का वादा किया गया है.
तृकां नेतृत्व ने पार्टी कार्यकर्ताओं को 'अति-आत्मविश्वास' से बचने के लिये कहा है और सभी उम्मीदवारों से सबको चुनाव में साथ लेकर चलने के लिये कहा है. कोलकाता नगर निगम का चुनाव 19 दिसंबर को होने वाला है.
कोलकाता नगर निगम (केएमसी) में 2010 में सत्ता पर काबिज तृणमूल कांग्रेस ने बेहतर नाला व्यवस्था और नागरिक समस्या के बेहतर समाधान का वादा किया है. घोषणापत्र जारी किये जाने के दौरान लोकसभा में तृकां के नेता सुदीप बंदोपाध्याय ने कहा, 'अति- आत्मविश्वासी होने की कोई जरूरत नहीं है. मैं सभी उम्मीदवारों से आग्रह करूंगा कि चुनाव में सबको साथ लेकर चलें. मैं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से आग्रह करता हूं कि वह हमें केएमसी में लगातार तीसरी बार जीत दर्ज करने के बाद विजयी रैली निकालने की अनुमति दें.' कोलकाता नगर निगम के 144 वार्डों में 19 दिसंबर को मतदान कराया जायेगा और 21 दिसंबर को परिणाम घोषित किये जायेंगे.
10-सूत्रीय एजेंडा
राज्य की प्रमुख राजनीतिक पार्टियों में टीएमसी ने सबसे आखिर में अपना घोषणापत्र जारी किया है. 10 सूत्रीय एजेंडे में महिला मतदाताओं को लुभाने के लिए अतिरिक्त विशेष सार्वजनिक शौचालयों से लेकर बेहतर पेयजल वितरण के लिए अधिक पंपों की स्थापना पर जोर दिया गया है. डेंगू जांच केंद्रों की स्थापना का भी वादा किया गया है. तृणमूल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सुब्रत बख्शी ने घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि अगर तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित बोर्ड सत्ता में वापस आता है तो पूरे शहर में 200 अतिरिक्त पंप स्थापित किए जाएंगे.
महिला वोटर पर फोकस
तृणमूल कांग्रेस द्वारा संचालित केएमसी बोर्ड के लिए डेंगू की रोकथाम एक बड़ी चुनौती थी. यही वजह है कि तृणमूल कांग्रेस के घोषणापत्र में इस मुद्दे पर विशेष ध्यान दिया गया है. घोषणापत्र में पूरे शहर में 30 डेंगू जांच केंद्र स्थापित करने का वादा किया गया है ताकि बीमारी का जल्द पता लगाया जा सके और उपचार के उपाय किए जा सके.
गौरतलब है कि 2021 के पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले तृणमूल कांग्रेस ने घोषणापत्र में 'लोकखिर भंडार' योजना का वादा किया था, जो एक मासिक भुगतान योजना है. राज्य की गृहणियों के लिए 500 रुपये से लेकर 1,000 रुपये तक दिए जाने का प्रावधान किया गया. इस योजना का तृणमूल कांग्रेस को भरपूर लाभ मिला इसलिए केएमसी के घोषणापत्र में तृणमूल कांग्रेस नेतृत्व ने साफ कर दिया कि आने वाले चुनावों में भी महिला वोटरों पर फोकस है.
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