देहरादून (उत्तराखंड): उत्तराखंड में धार्मिक और एंडवेचर टूरिज्म की कमी नहीं है. ऋषिकेश में राफ्टिंग और बंजी जंपिंग का एडवेंचर यहां आने वाले पर्यटकों को खूब भाता है. इसी कड़ी में देश में पहली बार एंडवेचर के शौकीन पर्यटक अब हवा में उड़ते हुए बर्फ से ढके केदारनाथ और बदरीनाथ धाम जैसे धार्मिक स्थलों के दर्शन कर सकेंगे. खुशी की बात ये है कि ये सब कुछ बेहद कम दामों में हो सकेगा. दरअसल, उत्तराखंड में नए साल यानी जनवरी 15 तारीख से जायरोकॉप्टर (Gyrocopter) की सेवाएं शुरू होने जा रही हैं.
हरिद्वार में हुआ था जायरोकॉप्टर एयर सफारी का ट्रायल: बता दें कि उत्तराखंड के हरिद्वार और चमोली के गोचर से भारत की पहली जायरोकॉप्टर एयर सफारी का ट्रायल हो चुका है. उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद और सरकार का दावा है कि जायरोकॉप्टर की शुरुआत भारत में पहली बार की जा रही है. इसके जरिए हिमालय दर्शन कराया जाएगा. इससे साहसिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि बीती 3 अक्टूबर 2022 को उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर से हिमालय दर्शन सेवा योजना शुरू किया गया था. जिसका शुभारंभ मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट से पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने किया था. इसका मकसद पर्यटकों को हेलीकॉप्टर के जरिए हिमालय की ऊंची-ऊंची चोटियों और मनमोहक नजारों का दीदार कराना था.
जायरोकॉप्टर से पर्यटन को लगेंगे पंख: उत्तराखंड में साहसिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं. इन्हीं प्रयासों में से एक जायरोकॉप्टर (Gyrocopter) एयर सेवा है. इस सेवा के शुरू होने से साहसिक पर्यटन को पंख लगने की उम्मीद है. चमोली के गोचर और हरिद्वार के बैरागी कैंप से इसका संचालन जनवरी 15 से विधिवत शुरू होने जा रहा है. अब जायरोकॉप्टर से सैलानी उत्तराखंड में हिमालय के मनमोहक नजारों का दीदार कर सकेंगे. इस सेवा का ट्रायल हो चुका है. वहीं, अगर आप जायरोकॉप्टर से सफर करते हैं, तो पहला पैकेज ₹4000 से ₹5000 का होगा, जो अब तक हेलीकॉप्टर में ₹8000 से ₹9000 रुपए का हुआ करता था.
देश में पहली बार उत्तराखंड से शुरू हुई ये सेवा: हर प्रकृति प्रेमी का मन होता है कि वो ऊंचे-ऊंचे पहाड़, पहाड़ों पर हुई बर्फबारी का मन मोहने वाला नजारा करीब से देख सके और आसमान से हिमालय को निहार सके. ऐसे ही पर्यटकों के लिए उत्तराखंड में अब एयर सफारी की सेवाएं शुरू की जा रही हैं. राज्य सरकार दावा कर रही है कि इंवेस्टर्स समिट के बाद तमाम सेक्टर्स में काम धरातल पर उतरेगा लेकिन इसकी पहल टूरिज्म सेक्टर से होती दिखाई दी है.
जायरोकॉप्टर एयर सेवा के लिए ₹300 करोड़ का MoU: जायरोकॉप्टर की सेवा साउथ एशिया में पहली बार उत्तराखंड में शुरू होने जा रही है. इस सेवा को अमलीजामा पहनाने वाले हरिद्वार श्यामपुर निवासी मनीष सैनी ने राज्य सरकार के साथ टूरिज्म के सेक्टर में ₹300 करोड़ का एमओयू साइन किया है. इससे पहले मनीष मसूरी के जॉर्ज एवरेस्ट में चॉपर के माध्यम से पर्यटकों को हिमालय दर्शन की सेवा पहले से ही दे रहे थे, लेकिन नई पहल के लिए वो पिछले 8 साल से प्रयास कर रहे थे. अब जाकर उनकी ये कोशिश सफल हुई है.
एडवेंचर टूरिज्म का अलग लेवल फील होगा: जायरोकॉप्टर एमडी मनीष सैनी बताते हैं कि उनका एक सपना था कि उत्तराखंड में आने वाले पर्यटक और उत्तराखंड के लोगों को कुछ नए एडवेंचर टूरिज्म से अवगत कराया जाए, इसलिए उन्होंने जर्मनी से दो जायरोकॉप्टर मंगवाए हैं. इन जायरोकॉप्टर के जरिए सैलानियों को हिमालय दर्शन के साथ-साथ हिमालय के उन नजारों को एक्सप्लोर करवाएंगे, जो आज तक किसी ने नहीं देखे हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के पर्यटन विभाग से सभी तरह की फॉर्मेलिटी पूरी कर ली गई हैं. जनवरी से जायरोकॉप्टर एयर सेवा को शुरू किया जाएगा. फिलहाल एक चॉपर और दो जायरोकॉप्टर के साथ काम शुरू कर रहे हैं, जबकि आने वाले एक महीने में तीन और जायरोकॉप्टर उपलब्ध हो जाएंगे.
जानें क्या होगा पहला पैकेज: खास बात यह है कि पहले पैकेज में एक ही टूरिस्ट सफर करेगा. अगर आपके साथ दो या तीन व्यक्ति हैं, तो आप तीन तरह के जायरोकॉप्टर हायर कर सकते हैं. यानी सभी व्यक्ति अलग-अलग जायरोकॉप्टर में बैठेंगे, लेकिन सभी एक दूसरे से कनेक्ट होंगे. पहले पैकेज में हरिद्वार के बैरागी कैंप से हरिद्वार भ्रमण, ऋषिकेश और श्रीनगर के साथ-साथ आसपास के इलाकों से होते हुए वापस बैरागी कैंप में जायरोकॉप्टर लैंड होगा.
इसके अलावा अगर यात्री चाहें तो इस सेवा से चारधाम यात्रा के दर्शन भी कर सकेंगे. बदरीनाथ और केदारनाथ का टूर दो से तीन घंटे का होगा. इस सेवा की खास बात ये होगी कि यात्री उस समय भी एडवेंचर का मजा ले सकते हैं जब सड़क माध्यम से चारधाम तक नहीं पहुंचा जा सके.
10 हजार से 12 हजार में होगा बदरी-केदार का हवाई दौरा: मनीष सैनी ने बताया कि अब तक लोग हेलीकॉप्टर से हवाई सेवा का आनंद लेते हैं, जबकि उन्होंने जो पैकेज तैयार किया है उसके तहत यात्री बदरीनाथ और केदारनाथ में बर्फबारी के बाद हवाई मार्ग से पूरे क्षेत्र का भ्रमण कर सकते हैं. दूसरे पैकेज में उन इलाकों को रखा है जो इलाके आज तक किसी ने नहीं देखे हों. इनमें ग्लेशियर के वो क्षेत्र शामिल हैं, जहां पर पर्यटक रुकेंगे और खाना खाएंगे. उन्होंने बताया कि पहला पैकेज ₹4000 से ₹5000 का होगा, जो अबतक हेलीकॉप्टर में ₹8000 से ₹9000 रुपए का हुआ करता था. इतना ही नहीं, ₹10000 से ₹12000 में बदरीनाथ और केदारनाथ का हवाई दौरा भी करवाया जाएगा.
सुरक्षा के लिहाज से सुरक्षित: मनीष सैनी ने बताया कि हरिद्वार से बदरीनाथ तक और गोचर से आसपास के तमाम इलाकों का जो ट्रायल 3 से 4 दिन में किया गया है वो बेहद सफल रहा है. हालांकि, अभी टिकट के रेट पूरी तरह से फाइनल नहीं हुए हैं. मनीष बताते हैं कि विदेश में इसकी बहुत डिमांड है और कई देशों में तो लोग इसे टूरिज्म के लिए बहुत अधिक इस्तेमाल कर रहे हैं. भारत में यह पहली बार है, जब पर्यटक इसमें उड़ान भर सकेंगे. उन्होंने कहा कि हमारे पास अनुभवी विदेशी पायलट है. साथ ही साथ आने वाले समय में भारतीय पायलट भी इस जायरोकॉप्टर को उड़ते हुए दिखाई देंगे.
ईटीवी भारत की टीम ने किया सफर, ऐसा रहा अनुभव: ईटीवी भारत की टीम ने भी इस सफर का अनुभव लिया. जायरोकॉप्टर में बैठने से बाद एक हेलमेट पहनाया जाता है और सेफ्टी के लिए दो बेल्टों से यात्री को बांधा जाता है. इस तरह आपको ऐसा फील होगा मानो आप किसी लड़ाकू विमान में बैठे हों. रनवे पर तेजी से दौड़ने के बाद जायरोकॉप्टर आम प्लेन की तरह ही उड़ान भरेगा. पहले-पहले कुछ घबराहट होगी लेकिन फिर सफर का आनंद शुरू होगा. जायरोकॉप्टर जब बादलों से बीच से आपको लेकर उड़ान भरेगा तो ये सफर बिलकुल अलग एहसास करवाएगा. नीचे से गुजरते शहर, ऊंचे-ऊंचे पहाड़ और पहाड़ों की ठंडी हवा आपको रोमांच से भर देगी.