श्रीगंगानगर. राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में रविवार को एक हैरतअंगेज घटना सामने आई है, जहां रेल का इंजन बिना लोको पायलट के ही चलता रहा. इस घटना से प्रशासन सकते में है. गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ. वहीं, घटना के बाद लापरवाही के आरोप भी लगे हैं. यह मामला सूरतगढ़ के सबक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट का है.
दूसरे लोको पायलट ने इंजन को रोका : कर्मचारी यूनियन इंटक के नेता श्याम सुंदर शर्मा ने लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि यह इंजन वैगन टिपलर नंबर तीन से खाली कोल रैक लेने आया था. ट्रेन का इंजन करीब 2 किलोमीटर तक बिना पायलट के ही चलता रहा. यही नहीं, यह इंजन सब क्रिटिकल से सुपर क्रिटिकल इकाई तक पहुंच गया. सुपरक्रिटिकल में तैनात लोको पायलट ने चलते इंजन में चढ़कर उसको रोका. गनीमत रही कि ट्रैक खाली था, नहीं तो बड़ा हादसा होना निश्चित था.
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ठेका फर्म पर कार्रवाई की मांग : उन्होंने कहा कि लोको पायलट इंजन को चलता छोड़कर चला गया, जिसके कारण इंजन आगे चलने लगा. जब लोको पायलट और अन्य कार्मिक वापिस आए तो उन्होंने उच्चाधिकारियों को इसकी सूचन दी, लेकिन तब तक इंजन दो किलोमीटर दूर जा चुका था. मामले में ठेकेदार कार्मिको की लापरवाही की बात सामने आ रही है. कर्मचारी यूनियन इंटक के नेता श्याम सुंदर शर्मा ने ठेका फर्म पर कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि यदि ट्रक पर दूसरा रैक आ रहा होता या फिर इंजन और आगे चला जाता तो बड़ा हादसा हो जाता. फिलहाल, थर्मल प्रशासन इस मामले की जांच में जुट गया है.