नई दिल्ली : केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन छेड़ने वाले संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने सेना में भर्ती से जुड़ी अग्निपथ योजना को 'किसानों को नुकसान पहुंचाने' वाला कदम करार देते हुए आज देशव्यापी प्रदर्शन करेगी. वहीं, केंद्रीय ट्रेड यूनियनों और स्वतंत्र क्षेत्रीय संघों और संघों के संयुक्त मंच ने एसकेएम के प्रदर्शन को समर्थन देने का एलान किया है.
केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच में INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC और स्वतंत्र क्षेत्रीय संघ शामिल हैं. एक संयुक्त बयान में कहा गया है कि सशस्त्र बलों में अग्निपथ योजना लागू की गई है, जिससे देश के युवाओं का नुकसान होगा. केंद्रीय ट्रेड यूनियन के संयुक्त मंच का कहना है कि ये योजना देश के लिए नुकसानदायक साबित होगी. संयुक्त किसान मोर्चा ने अग्निपथ योजना को 'किसान' और 'जवानों' दोनों के साथ अन्याय बताते हुए 24 जून को सभी जिला मुख्यालयों पर देशव्यापी विरोध का आह्वान किया है. ट्रेड यूनियन के संयुक्त बयान में कहा गया है कि अग्निपथ योजना से सैन्य प्रतिष्ठान कमजोर होंगे दूसरी तरफ ये बड़े पैमाने पर समाज को खतरे में डाल देगी.
सरकार और सेना ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया है कि अग्निवीरों के पहले बैच के लिए कुछ आवश्यक छूट दी जाएगी. साथ ही ये भी कहा है कि इस योजना को वापस नहीं लिया जाएगा. हालांकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी कहा है कि सरकार को कृषि कानूनों की तरह फिर से पीछे हटना होगा.
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