अमरोहाः जनपद से हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है. यहां 20 दिसंबर को प्रसव पीड़ा होने पर महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. आरोप है कि ऑपरेशन के दौरान डॉक्टरों ने उसके पेट के अंदर तौलिया छोड़ दिया. मामला संज्ञान में आने के बाद स्वास्य विभाग में हड़कंप गया. इसके बाद बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ राजीव सिंघल ने जांच के आदेश दिए है. फिलहाल पीड़ित की तरफ से अब तक मामले में लिखित शिकायत नहीं की गई है.
नौगांवा सादात थाना क्षेत्र के बांसखेड़ी गांव में रहने वाले शमशेर अली ने बताया कि उन्होंने अपनी पत्नी नजराना को प्रसव पीड़ा होने पर 20 दिसंबर को डॉक्टर मतलूब द्वारा संचालित सैफी नर्सिंग होम में भर्ती कराया था. यहां ऑपरेशन के दौरान चिकित्सक स्टाफ की लापरवाही के चलते महिला के पेट में तौलिया छोड़ दिया गया था. नजराना ने पेट दर्द की शिकायत डाक्टर मतलूब से की, तो चिकित्सक ने सर्दी का बहाना बताकर पांच दिन बाद यानी 25 दिसंबर को उसे डिस्चार्ज कर दिया था.
यूं आई सच्चाई सम्माने
पीड़ित अली ने आगे बताया कि घर पर आने के बाद भी जब नजराना की तबीयत में सुधार नहीं हुआ, तो उसे अमरोहा के डाक्टर गर्ग के अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां पता चला कि उसके पेट में ऑपरेशन के दौरान डॉक्टर ने तौलिया छोड़ दिया है. जिसके बाद अमरोहा में दोबारा नजराना का ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के दौरान पेट से तौलिया निकलने पर परिजन सकते में आ गए.
वहीं, जैसे ही इस मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग को हुई तो हड़कंप मच गया. जिसके बाद आनन-फानन में सीएमओ डॉ. राजीव सिंघल ने मामले की जांच नोडल अधिकारी डॉ. शरद को सौंपी है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाेगी. सीएमओ ने कहा कि हालांकि अभी तक शमशेर अली की ओर से लिखित में कोई शिकायत नहीं दी गई है लेकिन फिर भी जांच कराई जाएगी.