मेरठ : नेताजी के नाम से विख्यात मुलायम सिंह यादव की दस अक्टूबर को पुण्यतिथि है. इस मौके पर समाजवादी पार्टी के नेता-कार्यकर्ता अपने-अपने उन्हें श्रद्धांजलि देंगे. इनमें एक ऐसा कार्यकर्ता भी है,जो खुद को नेताजी का अनन्य भक्त कहता है. उनको श्रद्धांजलि देने के लिए वह हरिद्वार से गंगाजल लेकर सैफई के लिए रवाना हुआ है. मेरठ निवासी संजय यादव नाम के इस युवक का कहना कि वह गंगाजल नेताजी की समाधि पर चढ़ाएगा.
दो अक्टूबर को साइकिल से सैफई के लिए रवाना हुए: पिछले वर्ष 10 अक्टूबर 2022 को समाजवादी पार्टी के संरक्षक और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री रहे मुलायम सिंह यादव का स्वर्गवास हो गया था. उनकी पुण्यतिथि पर हापुड़ के रहने वाले संजय यादव श्रद्धांजलि देने के लिए बीते दो अक्टूबर को साइकिल से हरिद्वार पहुंचे. वहां से गंगाजल लेकर सैफई के लिए रवाना हुए.
140 किलोमीटर की यात्रा कर मेरठ पहुंचे : संजय यादव साइकिल से 140 किलोमीटर की यात्रा करते हुए मेरठ पहुंचे. इस मौक़े पर उन्होंने बताया कि वह नेताजी को भगवान मानते हैं. करीब 27 साल से वह समाजवादी पार्टी के साथ जुड़े हैं. वह नेताजी भक्त हैं और उन्हें प्रथम पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के लिए हरिद्वार से गंगाजल लेकर यात्रा कर रहे हैं. संजय ने बताया कि वह कई बार नेताजी से मिले हैं. संजय ने बताया कि वह वर्तमान में मेरठ में ही सपरिवार रहते हैं. कहते हैं कि पार्टी में भी वह अलग-अलग पदों पर रहकर काम करते रहे हैं.
सुबह से शाम तक अनवरत यात्रा : संजय ने बताया कि वह सुबह से शाम तक साइकिल चलाते हैं. रात में विश्राम के बाद सुबह फिर अपनी मंजिल की तरफ निकल पड़ते हैं. रास्ते में कई जगहों पर उनका सम्मान भी लोगों ने किया है. बताया कि नेताजी के अलावा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से भी कई बार मिल चुके हैं.
चाहते हैं अखिलेश बनें प्रधानमंत्री : संजय का कहना है कि मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव ने बेहतर काम प्रदेश में किया था. भविष्य में वह अखिलेश को देश का प्रधानमंत्री बनते हुए देखना चाहते हैं. कहा कि नेताजी विकास पुरुष थे.
अस्पताल के बाहर बैठकर करते थे प्रार्थना : संजय ने बताया कि जब नेताजी मुलायम सिंह यादव मेदांता में एडमिट थे तब वह अस्पताल के बाहर बैठकर ईश्वर से उनके लिए प्रार्थना करते रहते थे. उनकी दीर्घायु की कामना के लिए हवन भी कराया था. ज़ब नेताजी का स्वर्गवास हुआ तो वे दो दिन तक सैफई में ही रहे.