नई दिल्ली : भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय महासचिव को आज गुजरात की राजधानी अहमदाबाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने के दौरान ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
इस घटना के बाद टिकैत ने कहा है कि गुजरात को आजादी दिलाने की जरूरत है क्योंकि ये राज्य अब तक आजाद नहीं हो पाया है. अब संयुक्त किसान मोर्चा गुजरात में भी अपने कार्यक्रम तेज करेगा और वहां के किसानों की आवाज बुलंद होगी.
बता दें कि किसान नेता युद्धवीर सिंह संयुक्त किसान मोर्चा का प्रतिनिधित्व करते हुए गुजरात पहुंचे थे. गुजरात में किसान मोर्चा की यह पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस थी. उन्हें हिरासत में ले लिया गया.
जैसे ही युद्धवीर सिंह को हिरासत में लिए जाने की खबर फैली, भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने वीडियो बयान जारी कर कहा कि 'यही गुजरात मॉडल है जिसकी बात बीजेपी करती है. गुजरात भी देश का हिस्सा है और देश के किसी भी कोने से लोग वहां जा सकते हैं.'
भारत बंद के आह्वान को राकेश टिकैत ने पूरी तरह से सफल बताया, हालांकि देश भर में भारत बंद का मिला जुला असर ही दिखा और देश की राजधानी दिल्ली में कहीं भी बंद जैसे हालात नहीं देखे गए. लेकिन किसानों ने दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे धरना स्थल के आस पास के वैकल्पिक मार्गों को भी आज पूरी तरह बंद कर दिया जिसके कारण गाड़ियों का दिल्ली में प्रवेश जरूर बाधित हुआ. दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को भी गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसानों ने आज पूरी तरह जाम किया.
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भारतीय किसान यूनियन की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि यदि जल्द से जल्द उनके नेताओं को पुलिस हिरासत से मुक्त नहीं किया गया तो दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे को उनकी रिहाई तक जाम ही रखा जाएगा.
वहीं, संयुक्त किसान मोर्चा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि युद्धवीर सिंह के साथ-साथ दस अन्य नेताओं को भी हिरासत में लिया गया है. संयुक्त किसान मोर्चा अब गुजरात में भी आंदोलन तेज करने की योजना बना चुका है जिसकी जानकारी देने के लिए युद्धवीर सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई थी.