सवाई माधोपुर/जयपुर. राजस्थान के रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से एक रोमांचित करने वाला वीडियो सामने आया है. रणथम्भौर में सबसे उम्रदराज बाघिन नूर ने पलक झपकते ही जंगली सुअर (वाइल्ड बोर) का शिकार (Tigress Noor Killed Wild Boar in Ranthambore) कर डाला. इस अद्भुत दृश्य को देखकर पर्यटक रोमांचित हो उठे.
जानकारी के अनुसार रणथम्भौर नेशनल पार्क में मंगलवार को बाघिन टी-39 यानी नूर ने जंगली सुअर (Tigress Hunts Pig in Ranthambore) का शिकार किया. वाइल्ड बोर की चमड़ी काफी मजबूत होती है, इसलिए बाघिन को शिकार के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. बाघिन के शिकार करते हुए इस दृश्य को वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों ने भी अपने कैमरे में कैद किया. शिकार के इस दृश्य को देखकर पर्यटक रोमांचित हो गए.
बाघिन के आगे का एक दांत टूटा हुआ था, इसके बावजूद भी नूर ने वाइल्ड बोर का शिकार कर लिया. रणथम्भौर की बाघिन नूर एक ओल्डेस्ट बाघिन है, जिसकी उम्र करीब 13 वर्ष बताई जा रही है. वन्यजीव प्रेमी सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि मंगलवार को रणथम्भौर टाइगर सफारी में बाघिन को अचानक वाइल्ड बोर (जंगली सूअर) दिखाई दिया. वाइल्ड बोर को देखते ही बाघिन ने उसका शिकार करने की तैयारी कर ली. बाघिन करीब 10 से 15 मिनट तक शिकार के लिए इंतजार करती रही. इसके बाद उसने जंगली सुअर पर अटैक कर दिया.
वाइल्ड बोर (जंगली सुअर ) को मारने में बाघिन को करीब 1 घंटे का समय लगा, क्योंकि वाइल्ड बोर काफी मजबूत चमड़ी का जानवर होता है. ऐसे में वाइल्ड बोर का शिकार करना काफी मुश्किल होता है. वाइल्ड बोर का शिकार बहुत कम देखने को मिलता है. बाघिन के वाइल्ड बोर का शिकार करने का यह काफी दुर्लभ दृश्य था. सुरेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि अपने जीवन में जंगल में टाइगर्स और लेपर्ड्स द्वारा काफी शिकार होते हुए देखे हैं, लेकिन पहली बार वाइल्ड बोर का शिकार होते हुए देखा है. बाघिन नूर की उम्र करीब 13 वर्ष की हो चुकी है.
पढ़ें : रणथंभौर में फिर भिड़ीं 'रिद्धि-सिद्धि', देखें वीडियो
बाघिन के आगे का एक दांत यानी केनाइन भी टूटा हुआ था. टाइगर्स के मुंह में आगे 4 दांत होते हैं, जिनसे वह शिकार करते हैं. आगे के 4 दांतों को केनाइन कहा जाता है. एक दांत टूटे होने के बावजूद भी बाघिन नूर ने काफी संघर्ष करते हुए वाइल्ड बोर का शिकार किया. बाघिन जब वाइल्ड बोर का शिकार कर रही थी तब उसका मूवमेंट काफी शानदार था. शिकार करने के इस अद्भुत दृश्य को देखकर पर्यटक भी रोमांचित हो गए. बाघिन करीब 1 घंटे तक वाइल्ड बोर से संघर्ष करते हुए शिकार करती रही. जंगली सुअर को मारने के बाद बाघिन उसे जंगल के अंदर पानी में लेकर चली गई. बाघिन नूर राजस्थान में सबसे ओल्डेस्ट बाघिन है.
रणथम्भौर नेशनल पार्क से मिल रहा लोगों को रोजगार...
रणथम्भौर नेशनल पार्क पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहता है. रणथम्भौर सरकार को सबसे ज्यादा रेवेन्यू देने वाली टाइगर सेंचुरी है. रणथम्भौर टाइगर रिजर्व से लाखों लोगों (Employment From Ranthambore Tiger Reserve) को रोजगार मिला हुआ है. यहां होटल, टूरिस्ट गाइड समेत अन्य पर्यटन व्यवसाय से जुड़े लोगों को रोजगार मिल रहा है. रणथम्भौर जंगल काफी बड़े एरिया में फैला हुआ है और बहुत ही खूबसूरत जंगल है.
पढ़ें : सवाई माधोपुरः शांत हुई T-65 की दहाड़, पानी में मिला बाघ का शव
रणथम्भौर में टाइगर्स की फाइटिंग रही है आकर्षण का केंद्र...
रणथम्भौर में करीब 70 से अधिक टाइगर्स हैं. रणथम्भौर टाइगर रिजर्व में हमेशा पर्यटकों को आकर्षित करने वाला कुछ न कुछ दृश्य (Tiger Fight in Ranthambore National Park) देखने को मिलता है. पहले बाघिन रिद्धि और सिद्धि की फाइटिंग भी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी थी. इसके बाद टाइगर कृष्णा और एरोहेड की फाइटिंग भी काफी रोमांचित करने वाली थी. इसी तरह रणथम्भौर में कई बार टाइगर्स की आपसी फाइटिंग पर्यटकों को देखने को मिली थी.