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असम की युवती समेत तीन लोगों को बंधक बनाया, इंटरनेशनल कॉल से ठगी करने का बनाया दबाव

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Published : Oct 5, 2022, 11:01 AM IST

उत्तराखंड के यमकेश्वर ब्लॉक (Rishikesh Yamkeshwar Block) के कुनाऊं ग्राम में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी और बंधक बनाने का मामला सामने आया है. असम निवासी युवती समेत तीन लोग तीन सप्ताह तक संचालकों के चंगुल में रहे. इस बीच प्रताड़ित कर उनपर धोखाधड़ी के लिए लगातार दबाव भी बनाया गया. दावा किया कि, बुधवार सुबह मौका पाकर वह भाग निकले. जिसके बाद पुलिस को इस मामले का पता चला. शिकायत के बाद अब लक्ष्मणझूला पुलिस मामले की तहकीकात में जुट गई है.

rishikesh
पीड़ितों ने पुलिस से लगाई गुहार

ऋषिकेश: उत्तराखंड के यमकेश्वर ब्लॉक (Rishikesh Yamkeshwar Block) के कुनाऊं ग्राम में इंटरनेशनल स्कैम से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें असम निवासी एक युवती समेत तीन लोगों को जबरन बंधक बनाने का आरोप (charge of hostage) है. शिकायत के बाद अब लक्ष्मणझूला पुलिस (Rishikesh Laxmanjhula Police) मामले की तहकीकात में जुट गई है.

प्रताड़ित कर धोखाधड़ी का बनाया दबाव: असम निवासी 28 साल के अरूप कुमार के मुताबिक उन्हें करीब तीन सप्ताह पहले नौकरी का ऑफर देकर कुनाऊं गांव (Yamkeshwar Block Kunaun Village) में बुलाया गया था. साथ में असम की ही निवासी लिंडा और रिचर्ड थे. गांव में पहुंचने के बाद संचालकों ने उनपर अंतरराष्ट्रीय कॉल कर लोगों से ठगी करने का दबाव डाला, जिससे उन्होंने साफ इनकार दिया. अरूप ने बताया कि इससे नाराज होकर संचालकों ने उन्हें गांव में ही एक घर में कैद कर लिया. तीन सप्ताह तक वह संचालकों के चंगुल में रहे और इसबीच प्रताड़ित कर उनपर धोखाधड़ी के लिए लगातार दबाव भी बनाया गया. दावा किया कि, बुधवार सुबह मौका पाकर वह भाग निकले.

असम की युवती समेत तीन लोगों को बंधक बनाया.
पढ़ें-दबंगों ने युवक को पीट पीटकर किया अधमरा, जंगल में फेंका

मारपीट करने का आरोप: संचालकों ने चीला-बैराज मार्ग स्थित कुनाऊं पुलिया तक पीछा कर पकड़ लिया. मारपीट कर उनका मोबाइल भी छीनकर गंगा में फेंक दिया. छीनाझपटी में गनीमत रही कि स्थानीय लोग मौके पर आ गए और संचालक भाग खड़े हुए. अरूप ने यह भी बताया कि इन 21 दिनों में उन्होंने बंधक युवती लिंडा को कई दफा अंकिता भंडारी जैसा हश्र करने की धमकी भी दी. वहीं मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि बैराज पुल पर कुछ लोगों के द्वारा एक युवती सहित तीन लोगों से मारपीट की जा रही थी. इसकी सूचना ऋषिकेश पुलिस और लक्ष्मण झूला पुलिस को दी गई. लेकिन गंभीर मामला होने के बावजूद भी आधे घंटे तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची यही कारण है कि आरोपी फरार हो गए हैं.
पढ़ें-कठुआ रेप पीड़ित को न्याय दिलाने वाली वकील दीपिका राजावत लड़ सकती हैं अंकिता मर्डर केस, कांग्रेस ने की बात

एसपी ने दिए जांच के निर्देश: अरूप ने बातचीत करते हुए यूपी निवासी संचालकों में पांच लोगों के नाम भी बताए हैं. इनमें एक युवती भी शामिल बताई जा रही है. शिकायत पर अब पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है. हालांकि अभी तक आरोपियों का कुछ भी अता पता नहीं चला है. सभी आरोपी फरार हैं. इस मामले में एसपी शेखर सुयाल (SP Shekhar Suyal) से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मामला अभी संज्ञान में नहीं है. लोकल स्तर पर पुलिस को जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया है.

ऋषिकेश: उत्तराखंड के यमकेश्वर ब्लॉक (Rishikesh Yamkeshwar Block) के कुनाऊं ग्राम में इंटरनेशनल स्कैम से जुड़ा एक सनसनीखेज मामला सामने आया है. जिसमें असम निवासी एक युवती समेत तीन लोगों को जबरन बंधक बनाने का आरोप (charge of hostage) है. शिकायत के बाद अब लक्ष्मणझूला पुलिस (Rishikesh Laxmanjhula Police) मामले की तहकीकात में जुट गई है.

प्रताड़ित कर धोखाधड़ी का बनाया दबाव: असम निवासी 28 साल के अरूप कुमार के मुताबिक उन्हें करीब तीन सप्ताह पहले नौकरी का ऑफर देकर कुनाऊं गांव (Yamkeshwar Block Kunaun Village) में बुलाया गया था. साथ में असम की ही निवासी लिंडा और रिचर्ड थे. गांव में पहुंचने के बाद संचालकों ने उनपर अंतरराष्ट्रीय कॉल कर लोगों से ठगी करने का दबाव डाला, जिससे उन्होंने साफ इनकार दिया. अरूप ने बताया कि इससे नाराज होकर संचालकों ने उन्हें गांव में ही एक घर में कैद कर लिया. तीन सप्ताह तक वह संचालकों के चंगुल में रहे और इसबीच प्रताड़ित कर उनपर धोखाधड़ी के लिए लगातार दबाव भी बनाया गया. दावा किया कि, बुधवार सुबह मौका पाकर वह भाग निकले.

असम की युवती समेत तीन लोगों को बंधक बनाया.
पढ़ें-दबंगों ने युवक को पीट पीटकर किया अधमरा, जंगल में फेंका

मारपीट करने का आरोप: संचालकों ने चीला-बैराज मार्ग स्थित कुनाऊं पुलिया तक पीछा कर पकड़ लिया. मारपीट कर उनका मोबाइल भी छीनकर गंगा में फेंक दिया. छीनाझपटी में गनीमत रही कि स्थानीय लोग मौके पर आ गए और संचालक भाग खड़े हुए. अरूप ने यह भी बताया कि इन 21 दिनों में उन्होंने बंधक युवती लिंडा को कई दफा अंकिता भंडारी जैसा हश्र करने की धमकी भी दी. वहीं मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने बताया कि बैराज पुल पर कुछ लोगों के द्वारा एक युवती सहित तीन लोगों से मारपीट की जा रही थी. इसकी सूचना ऋषिकेश पुलिस और लक्ष्मण झूला पुलिस को दी गई. लेकिन गंभीर मामला होने के बावजूद भी आधे घंटे तक पुलिस घटनास्थल पर नहीं पहुंची यही कारण है कि आरोपी फरार हो गए हैं.
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एसपी ने दिए जांच के निर्देश: अरूप ने बातचीत करते हुए यूपी निवासी संचालकों में पांच लोगों के नाम भी बताए हैं. इनमें एक युवती भी शामिल बताई जा रही है. शिकायत पर अब पुलिस मामले की जांच-पड़ताल में जुटी है. हालांकि अभी तक आरोपियों का कुछ भी अता पता नहीं चला है. सभी आरोपी फरार हैं. इस मामले में एसपी शेखर सुयाल (SP Shekhar Suyal) से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि मामला अभी संज्ञान में नहीं है. लोकल स्तर पर पुलिस को जांच के लिए निर्देशित कर दिया गया है.

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