भुवनेश्वर : आज की दुनिया में भले ही आधुनिकता तेजी से अपनाई जा रही है, लेकिन कुछ ऐसे लोग भी हैं जो अंधविश्वास (superstition) के अंधेरे से बाहर निकलना नहीं चाहते हैं. आज भी सभ्य समाज में अंधविश्वास व्याप्त है, जिसका हर्जाना कभी किसी व्यक्ति को जान गवांकर चुकानी पड़ती है, तो किसी निर्दोष को बेघर कर दिया जाता है.
एक ऐसा ही मामला ओडिशा से सामने आया है, जहां तीन व्यक्तियों को कथित तौर पर टोना-टोटका करने के लिए बड़ी कीमत चुकानी पड़ी. इन तीनों व्यक्तियों की पहचान ब्रह्मपुर के सुभाषनगर के वेंकटरमणा, एस.पी. धवलेश्वर रेड्डी और रमैयापल्ली का भीमराजु रेड्डी के रूप में हुई है.
ये घटना गंजाम (Ganjam) जिले के चामाखंडी थानांतर्गत रमैयापल्ली गांव की है. गांव में जादू-टोना (bewitchment) के संदेह में ग्रामीणों ने इन तीनों लोगों को बेरहमी से पीटा. इतना ही नहीं एक व्यक्ति का दांत तोड़ दिया गया और उसे मानव मल खाने के लिए मजबूर किया गया.
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जानकारी के मुताबिक, ये तीनों व्यक्ति जमीन कारोबार के सिलसिले से गांव से गुजर रहे थे. तभी गांव के 50 से अधिक पुरुष व महिलाओं ने तीनों को घेर लिया और सड़क पर ले आए. उनकी पिटाई के बाद चिमटे से दांत तोड़ दिया गया. इतना ही नहीं, गुस्साए लोगों ने एक व्यक्ति को मानव मल खाने को भी मजबूर किया. इतनी यातनाएं सहने के बाद तीनों ने हाथ जोड़ उनसे पानी मांगा, लेकिन किसी ने उनकी नहीं सुनी और अंत में एक व्यक्ति ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया.
यह मामला सामने आने के बाद पुलिस ने 14 लोगों को गिरफ्तार किया है. मामले की जांच चल रही है.