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पंजाब कांग्रेस विवाद सुलझाने के लिए सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया - Captain Amarinder Singh and Navjot Singh Sidhu

पंजाब में बढ़ती कलह के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं. समिति पंजाब विवाद पर जल्द ही पार्टी हाईकमान को रिपोर्ट सौंपेगी.

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Published : Jun 7, 2021, 10:49 PM IST

नई दिल्ली : पंजाब में कांग्रेस की अंतर्कलह पर सांसदों, विधायकों और अन्य नेताओं के साथ एक सप्ताह के लंबे प्रयासों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति (जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं) का गठन किया है.

सूत्रों के मुताबिक, समिति, पार्टी हाईकमान को एक रिपोर्ट सौंपने जा रही है, जिसमें दावा किया गया है कि पंजाब कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है, क्योंकि अधिकांश सदस्यों का मानना ​​​​है कि पंजाब में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह का कोई विकल्प नहीं है.

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इससे साफ होता है कि कांग्रेस 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में ही लडे़गी. हालांकि, पार्टी मौजूदा संकट को हल करने के लिए अपनी पंजाब इकाई में सुधार की योजना बना रही है.

समिति सदस्यों ने दिए सुझाव

समिति के सदस्यों ने ईटीवी भारत को बताया, 'हमने राज्य के नेताओं से उनकी शिकायतें सुनने के लिए मुलाकात की. यह कमेटी हमारी पंजाब इकाई को एक करने के लिए बनाई जा रही है. हमने कोशिश की कि कोई भी पब्लिक में कुछ न बोले. हमने कैप्टन से भी बात की है और उनके साथ सभी मुद्दों पर चर्चा की है. सभी विचारों को देखने के बाद अब हमने रिपोर्ट में अपने सुझाव दिए हैं. लेकिन राज्य इकाई में क्या बदलाव किए जाएंगे, इसका फैसला पार्टी हाईकमान करेगी.'

एक सूत्र ने जानकारी दी है कि एआईसीसी कमेटी के साथ तीन घंटे की लंबी बैठक के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर विस्तार से जानकारी दी. यह भी कहा जा रहा है कि कैप्टन, नवजोत सिंह सिद्धू को डिप्टी सीएम या प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) चीफ बनाने के पक्ष में नहीं हैं.

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सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री पर ट्विटर के जरिए कई आरोप लगाए हैं, जिसके बाद से पंजाब कांग्रेस का विवाद गरमाता जा रहा है. मुलाकात के बाद सिद्धू ने मीडिया से कहा, 'मैं यहां पार्टी हाईकमान के निमंत्रण पर आया हूं. मैंने सच्चाई को पूरी तरह से उजागर किया है. सत्य को दबाया जा सकता है, लेकिन उसे हराया नहीं जा सकता. इसलिए, मैंने पंजाब की सच्चाई को हाईकमान के संज्ञान में लाया है. हमें सत्य को विजयी बनाना है और हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है.

नई दिल्ली : पंजाब में कांग्रेस की अंतर्कलह पर सांसदों, विधायकों और अन्य नेताओं के साथ एक सप्ताह के लंबे प्रयासों के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय समिति (जिसमें कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत शामिल हैं) का गठन किया है.

सूत्रों के मुताबिक, समिति, पार्टी हाईकमान को एक रिपोर्ट सौंपने जा रही है, जिसमें दावा किया गया है कि पंजाब कांग्रेस में कोई गुटबाजी नहीं है, क्योंकि अधिकांश सदस्यों का मानना ​​​​है कि पंजाब में पार्टी का नेतृत्व करने के लिए कैप्टन अमरिंदर सिंह का कोई विकल्प नहीं है.

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इससे साफ होता है कि कांग्रेस 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुआई में ही लडे़गी. हालांकि, पार्टी मौजूदा संकट को हल करने के लिए अपनी पंजाब इकाई में सुधार की योजना बना रही है.

समिति सदस्यों ने दिए सुझाव

समिति के सदस्यों ने ईटीवी भारत को बताया, 'हमने राज्य के नेताओं से उनकी शिकायतें सुनने के लिए मुलाकात की. यह कमेटी हमारी पंजाब इकाई को एक करने के लिए बनाई जा रही है. हमने कोशिश की कि कोई भी पब्लिक में कुछ न बोले. हमने कैप्टन से भी बात की है और उनके साथ सभी मुद्दों पर चर्चा की है. सभी विचारों को देखने के बाद अब हमने रिपोर्ट में अपने सुझाव दिए हैं. लेकिन राज्य इकाई में क्या बदलाव किए जाएंगे, इसका फैसला पार्टी हाईकमान करेगी.'

एक सूत्र ने जानकारी दी है कि एआईसीसी कमेटी के साथ तीन घंटे की लंबी बैठक के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों पर विस्तार से जानकारी दी. यह भी कहा जा रहा है कि कैप्टन, नवजोत सिंह सिद्धू को डिप्टी सीएम या प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) चीफ बनाने के पक्ष में नहीं हैं.

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सिद्धू ने पंजाब के मुख्यमंत्री पर ट्विटर के जरिए कई आरोप लगाए हैं, जिसके बाद से पंजाब कांग्रेस का विवाद गरमाता जा रहा है. मुलाकात के बाद सिद्धू ने मीडिया से कहा, 'मैं यहां पार्टी हाईकमान के निमंत्रण पर आया हूं. मैंने सच्चाई को पूरी तरह से उजागर किया है. सत्य को दबाया जा सकता है, लेकिन उसे हराया नहीं जा सकता. इसलिए, मैंने पंजाब की सच्चाई को हाईकमान के संज्ञान में लाया है. हमें सत्य को विजयी बनाना है और हर पंजाब विरोधी ताकत को हराना है.

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