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Three Arrested in Srinagar : मीडिया कर्मियों को धमकाने के आरोप में तीन गिरफ्तार

श्रीनगर में तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है (Three Arrested in Srinagar). आरोप है कि इन्होंने भारत की अखंडता के खिलाफ नारे लगाए और पत्रकारों को धमकाया. पूरा वाकया अतिक्रमण हटाओ अभियान से जुड़ा है. पढ़ें पूरी खबर.

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Published : Feb 16, 2023, 4:58 PM IST

Three Arrested in Srinagar
आरोपी सुहैल खान, नदीम शफी राठेर और उमर मजीद वानी

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को तीन स्वयंभू नेताओं को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस ने बताया कि इन तीनों ने बुधवार को श्रीनगर में भारत की अखंडता के खिलाफ नारे लगाए थे और पत्रकारों को धमकाया भी था (Three Arrested in Srinagar).

पुलिस ने तीनों की पहचान करते हुए कहा, 'सुहैल खान, नदीम शफी राठेर और उमर मजीद वानी नाम के तीन शरारतीतत्वों को गिरफ्तार किया गया है. वे स्वयंभू राजनेता हैं और पत्रकारों को धमकाते थे.'इस बीच पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ कोठी बाग थाने में मामला दर्ज किया है.

कौन हैं तीनों आरोपी? : तीनों पिछले साल बनी राजनीतिक पार्टी अवामी आवाज पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. जबकि खान पार्टी के अध्यक्ष हैं और वर्तमान में श्रीनगर के एचएमटी क्षेत्र में रहते हैं. राठेर पार्टी के सचिव हैं और श्रीनगर के मलूरा इलाके में रहते हैं. वहीं, पेशे से इंजीनियर वानी पार्टी के सलाहकार हैं और श्रीनगर में रहते हैं.

दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने पिछले साल 26 जनवरी को लाल चौक के क्लॉक टॉवर पर भारतीय तिरंगा फहराकर सार्वजनिक प्रदर्शन किया था और तब से वे विभिन्न मुद्दों पर विरोध जताते रहे हैं और बयान दे रहे हैं.

आरोप है कि बुधवार को इस पार्टी की ओर से पत्रकारों को प्रेस कांफ्रेंस के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद पार्टी की ओर से पत्रकारों को खबर या प्रेस बयान न छापने की हिदायत दी गई. यह पहली बार था जब किसी राजनीतिक दल ने अपने बयानों को प्रकाशित नहीं करने का अनुरोध किया था.

कल क्या हुआ था? : बुधवार को तीनों ने पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ श्रीनगर के मैसुमा इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध किया और फिर देश विरोधी बयान दिए.

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'यहां तैनात अधिकारी भ्रष्ट हैं और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रशासन को विध्वंस प्रक्रिया को रोकना चाहिए अन्यथा यह ठीक नहीं होगा.'

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया, 'इन लोगों ने कल विरोध किया और फिर पत्रकारों को गाली दी और धमकी दी. इसके अलावा, उन्होंने भारत की अखंडता के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने दावा किया कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. उसके बाद इन सबके बीच उन्होंने अपने बयान से घाटी में स्थिति और खराब करने की धमकी भी दी. इस वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच जारी है.'

पढ़ें- Infiltration bid failed in JK: कुपवाड़ा में घुसपैठ की कोशिश नाकाम, एक आतंकी ढेर

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गुरुवार को तीन स्वयंभू नेताओं को गिरफ्तार करने का दावा किया है. पुलिस ने बताया कि इन तीनों ने बुधवार को श्रीनगर में भारत की अखंडता के खिलाफ नारे लगाए थे और पत्रकारों को धमकाया भी था (Three Arrested in Srinagar).

पुलिस ने तीनों की पहचान करते हुए कहा, 'सुहैल खान, नदीम शफी राठेर और उमर मजीद वानी नाम के तीन शरारतीतत्वों को गिरफ्तार किया गया है. वे स्वयंभू राजनेता हैं और पत्रकारों को धमकाते थे.'इस बीच पुलिस ने इन तीनों के खिलाफ कोठी बाग थाने में मामला दर्ज किया है.

कौन हैं तीनों आरोपी? : तीनों पिछले साल बनी राजनीतिक पार्टी अवामी आवाज पार्टी से ताल्लुक रखते हैं. जबकि खान पार्टी के अध्यक्ष हैं और वर्तमान में श्रीनगर के एचएमटी क्षेत्र में रहते हैं. राठेर पार्टी के सचिव हैं और श्रीनगर के मलूरा इलाके में रहते हैं. वहीं, पेशे से इंजीनियर वानी पार्टी के सलाहकार हैं और श्रीनगर में रहते हैं.

दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने पिछले साल 26 जनवरी को लाल चौक के क्लॉक टॉवर पर भारतीय तिरंगा फहराकर सार्वजनिक प्रदर्शन किया था और तब से वे विभिन्न मुद्दों पर विरोध जताते रहे हैं और बयान दे रहे हैं.

आरोप है कि बुधवार को इस पार्टी की ओर से पत्रकारों को प्रेस कांफ्रेंस के लिए निमंत्रण भेजा गया था, लेकिन प्रेस कांफ्रेंस के बाद पार्टी की ओर से पत्रकारों को खबर या प्रेस बयान न छापने की हिदायत दी गई. यह पहली बार था जब किसी राजनीतिक दल ने अपने बयानों को प्रकाशित नहीं करने का अनुरोध किया था.

कल क्या हुआ था? : बुधवार को तीनों ने पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं के साथ श्रीनगर के मैसुमा इलाके में अतिक्रमण हटाओ अभियान का विरोध किया और फिर देश विरोधी बयान दिए.

पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि 'यहां तैनात अधिकारी भ्रष्ट हैं और उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के प्रशासन को विध्वंस प्रक्रिया को रोकना चाहिए अन्यथा यह ठीक नहीं होगा.'

इस संबंध में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया, 'इन लोगों ने कल विरोध किया और फिर पत्रकारों को गाली दी और धमकी दी. इसके अलावा, उन्होंने भारत की अखंडता के खिलाफ नारे लगाए. उन्होंने दावा किया कि कश्मीर भारत का हिस्सा नहीं है. उसके बाद इन सबके बीच उन्होंने अपने बयान से घाटी में स्थिति और खराब करने की धमकी भी दी. इस वजह से उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. आगे की जांच जारी है.'

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