कानपुर: दिल्ली में कुछ माह पहले जिस तरह आफताब नाम के आरोपी ने श्रद्धा के कई टुकड़े कर दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया था, ठीक वैसा ही एक मामला कानपुर के साढ़ थाना क्षेत्र से बुधवार को तब सामने आया जब पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि महिला के शव को काटकर उन्होंने प्लास्टिक की बोरियों में भरकर फेंका था.
डीसीपी साउथ सलमान ताज पाटिल ने बताया कि 24 फरवरी को साढ़ थाना क्षेत्र में एक महिला का शव बरामद हुआ था. शव बेहद क्षत-विक्षत था और प्लास्टिक की बोरियों में सड़क किनारे पड़ा था. मामले की शिनाख्त कराई गई तो शव फतेहपुर के जहानाबाद स्थित द्वारिकापुर जट निवासिनी शालू का निकला. शालू घर से लापता थी, इसके बाद पड़ताल की गई तो सामने आया कि उसके पति व घटना के मुख्य अभियुक्त रामसागर ने उसकी धारदार हथियार से हत्या कर दी थी. इसके बाद अपने भाइयों- शिवसागर व विद्यासागर व परिचित ऑटो चालक मोनू और नीरज तिवारी के साथ मिलकर शव को साढ़ थाना क्षेत्र के समीप एक गांव में रोड के किनारे फेंक दिया था.
इस मामले में अब तक पुलिस ने विद्यासागर, मोनू व नीरज को गिरफ्तार कर लिया है. सभी ने अपने जुर्म कबूल लिए हैं और घटना में मुख्य अभियुक्त रामसागर के साथ संलिप्त होने की बात कही है. सभी को जेल भेज दिया गया है तथा इनके बयानों के आधार पर जल्द रामसागर को अरेस्ट कर लिया जाएगा.
बुधवार को जैसे ही घटना का खुलासा हुआ तो हर ग्रामीण स्तब्ध नजर आया. लोगों का कहना था कि आए दिन ही रामसागर व उसकी पत्नी शालू में विवाद होता था. रामसागर की मां ने बताया कि रामसागर पत्नी शालू को एक साल पहले रायबरेली से भगाकर लाया था और साथ में रहने लगा था. रामसागर इतनी नृशंस तरीके से हत्या कर देगा इसकी उम्मीद किसी को नहीं थी. प्लास्टिक की दो बोरियों में महिला का शव फेंकने की जानकारी मिलने पर गांव में सनसनी फैल गई थी.