बेंगलुरु : कर्नाटक के राजस्व मंत्री आर. अशोक (Karnataka Revenue Minister R. Ashoka) ने रविवार को कहा कि उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में पिछले दो सप्ताह से हो रही भारी बारिश के कारण हजारों लोग विस्थापित हुए हैं और निचले इलाकों से इस क्षेत्र से अबतक कम से कम 31,360 लोगों को निकाला गया है.
बता दें, अशोक कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (Karnataka State Disaster Management Authority-KSDMA) के उपाध्यक्ष भी हैं, उन्होंने संवाददाताओं को बताया कि इस क्षेत्र में स्थापित 237 राहत शिविरों में 22,417 से अधिक लोगों का पुनर्वास किया गया है. KSDMA द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, व्यापक बारिश के कारण 45 तालुकों के 283 गांव सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए हैं, जिससे 36,498 से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं.
उन्होंने कहा कि पिछले 72 घंटों में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम नौ लोगों की मौत हो गई है और राज्य के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में तीन अन्य लापता हैं. KSDMA के आंकड़ों में कहा गया है कि 3,502 से अधिक बिजली के खंभे उखड़ गए हैं और 342 ट्रांसफार्मर क्षतिग्रस्त हो गए हैं. जिससे कई गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हो गई है.
मंत्री ने कहा कि लगभग 59,000 हेक्टेयर में कृषि फसलें और लगभग 2,000 हेक्टेयर बागवानी फसलें उत्तरी कर्नाटक क्षेत्र में भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गईं.
उन्होंने कहा, इस क्षेत्र में अधिक बारिश के कारण 134 घर गिर गए हैं, 2,480 घर आंशिक रूप से गिर गए हैं, जबकि 213 स्कूल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं. उन्होंने कहा कि शिवमोग्गा जिले के गांव 2,864 बिजली के खंभे उखड़ने और 274 ट्रांसफार्मरों के क्षतिग्रस्त होने से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जिससे इस जिले के अधिकांश गांव बिजली आपूर्ति बाधित होने का सामना कर रहे हैं.
उन्होंने बताया कि राज्य के पश्चिमी घाट रेंज के जिलों में 16 बड़े भूस्खलन के मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि उत्तर-कर्नाटक क्षेत्र में, राज्य और राष्ट्रीय राजमार्गो पर 73 छोटे भूस्खलन हुए हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. मंत्री ने बताया, बारिश कम होने के बाद हमें इन राजमार्गों की मरम्मत के लिए कम से कम एक महीने की आवश्यकता होगी.
पढ़ें : महाराष्ट्र में भारी बारिश, बाढ़ ने ली 113 लोगों की जान, 100 लापता
बाढ़ की स्थिति की समीक्षा के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा ने शनिवार को जिला प्रभारी मंत्रियों को अपने-अपने जिलों में रहने और क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यों की निगरानी करने का निर्देश दिया. मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने अपने बयान में कहा कि मुख्यमंत्री पहले से ही उत्तरी कर्नाटक के बेलागवी में बारिश और बाढ़ प्रभावित सीमावर्ती जिले के दौरे पर हैं, ताकि वहां की स्थिति का जायजा लिया जा सके.
(आईएएनएस)