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लखीमपुर खीरी कांड पर ममता बनर्जी की दो टूक, यह राम राज नहीं बल्कि हत्या राज है - पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को एक जनसंपर्क रैली में भाग लेते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी में जो हुआ वह पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण था.

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Published : Oct 5, 2021, 12:37 AM IST

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना पर कहा कि यह राम राज नहीं बल्कि हत्या राज है. ट्रिपल फार्मिंग बिल को लेकर किसान के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसक हो गए थे. जिसके बाद यह घटना हुई.

दरअसल, किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. आरोप है कि उस समय कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे अजय मिश्रा के बेटे और उनके सहयोगियों द्वारा चलाई जा रही दो एसयूवी ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया. दो किसानों की मौके पर ही मौत हो गई और कुछ ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया.

ममता ने कहा कि इस घटना से पूरा देश सदमे में है. कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने मौके पर पहुंचने का प्रयास किया लेकिन उनमें से कई को वहां पहुंचने से रोक दिया गया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस के पांच सांसदों डॉ काओली घोष दस्तीदार, डोला सेन, अबीर विश्वास, सुष्मिता देब और प्रतिमा मंडल को लखीमपुर भेजा गया लेकिन उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली.

यह भी पढ़ें-लखीमपुर खीरी हिंसा : किसानों और सरकार में बनी बात, गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं. वे सिर्फ निरंकुशता में विश्वास करते हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह राम राज है? उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में हत्या का शासन चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्य जब चाहें धारा 144 लागू कर रहे हैं. विपक्ष की आवाज को जबरन चुप कराया जा रहा है.

कोलकाता : पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा सरकार पर जमकर हमला बोला है. उन्होंने लखीमपुर खीरी की घटना पर कहा कि यह राम राज नहीं बल्कि हत्या राज है. ट्रिपल फार्मिंग बिल को लेकर किसान के विरोध को लेकर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर हिंसक हो गए थे. जिसके बाद यह घटना हुई.

दरअसल, किसान उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे. आरोप है कि उस समय कथित तौर पर केंद्रीय गृह राज्य मंत्री के बेटे अजय मिश्रा के बेटे और उनके सहयोगियों द्वारा चलाई जा रही दो एसयूवी ने प्रदर्शनकारी किसानों को कुचल दिया. दो किसानों की मौके पर ही मौत हो गई और कुछ ने बाद में अस्पताल में दम तोड़ दिया.

ममता ने कहा कि इस घटना से पूरा देश सदमे में है. कई राजनीतिक दलों के नेताओं ने मौके पर पहुंचने का प्रयास किया लेकिन उनमें से कई को वहां पहुंचने से रोक दिया गया. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि तृणमूल कांग्रेस के पांच सांसदों डॉ काओली घोष दस्तीदार, डोला सेन, अबीर विश्वास, सुष्मिता देब और प्रतिमा मंडल को लखीमपुर भेजा गया लेकिन उन्हें प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली.

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उन्होंने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है. वे लोकतंत्र में विश्वास नहीं करते हैं. वे सिर्फ निरंकुशता में विश्वास करते हैं. उन्होंने सवाल किया कि क्या यह राम राज है? उन्होंने यह भी कहा कि उत्तर प्रदेश में हत्या का शासन चल रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा शासित सभी राज्य जब चाहें धारा 144 लागू कर रहे हैं. विपक्ष की आवाज को जबरन चुप कराया जा रहा है.

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