दावणगेरे : इस गांव में एक कब्रिस्तान है लेकिन शवों को ले जाने के लिए कोई सड़क नहीं है. कुछ लोगों ने 12 फुट चौड़े रास्ते पर कब्जा कर लिया है जो कि कई वर्षों से अस्तित्व में था. यदि इस गांव में किसी की मृत्यु हो जाती है तो शव को कब्रिस्तान में पहुंचाने के लिए धान के खेतों में लगभग आधा किलोमीटर चलना पड़ता है.
यह कब्रिस्तान दावणगेरे तालुक की कायदेले ग्राम पंचायत के गिरियापुरा गांव में दो एकड़ में फैला हुआ है. लेकिन मृतकों को कब्रिस्तान तक पहुंचाने का कोई उचित तरीका नहीं है. पहले यहां करीब 12 फीट चौड़ा रास्ता था लेकिन ग्रामीणों का आरोप है कि कुक्कूवाड़ा गांव के सुरेंद्र राय और बसवराजय्या ने जमीन पर कब्जा कर लिया है.
राजस्व विभाग ने पहले से ही सुरेंद्र राय और बसवराजय्या से संबंधित 23 गंटा (भूमि) के लिए दस्तावेज मांगा था. ग्रामीणों का आरोप है कि 2 एकड़ जमीन पर कब्जा कर लिया गया है. बीती रात उसी गांव में एक बुजुर्ग की मौत हो गई और उसे धान के खेतों से कब्रिस्तान ले जाया गया.
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दशकों से मौजूद कब्रिस्तान का रास्ता पिछले तीन सालों से कब्जे में है. गिरियापुरा के ग्रामीणों ने मांग की है कि कब्रिस्तान के लिए रास्ता बनाया जाए.