कोलकाता: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में शिक्षक पात्रता परीक्षा 2023 (टीईटी) के दौरान रविवार को उस समय विवाद खड़ा हो गया, जब परीक्षा शुरू होने के कुछ देर बाद एक प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. अभ्यर्थियों के एक वर्ग ने दावा किया कि वायरल प्रश्नपत्र वही है, जो परीक्षा हॉल में वितरित किया गया था, लेकिन पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड ने इस आरोप का खंडन करते हुए कहा कि ऐसी कोई शिकायत उनके संज्ञान में नहीं आई है.
जानकारी के अनुसार जब परीक्षा चल रही थी, तब फेसबुक पर एक प्रश्नपत्र सामने आया. कई क्षेत्रों के अभ्यर्थियों का दावा है कि वायरल हुए पेपर के कई प्रश्न बिल्कुल असली पेपर जैसे ही हैं. बेहाला से उम्मीदवार सर्मिष्ठा भट्टाचार्य ने कहा कि 'यहां तक कि प्रश्नों का क्रम भी वही है. जब हम आज सुबह हॉल में दाखिल हुए, तो हमें ऐसी किसी घटना की जानकारी नहीं थी.'
पश्चिम बंगाल प्राथमिक शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष गौतम पाल ने प्रश्नपत्र लीक के आरोपों से इनकार किया है. उन्होंने कहा कि 'मुझे ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है.' टीईटी परीक्षा पहले 10 दिसंबर को निर्धारित की गई थी, लेकिन कुछ लॉजिस्टिक-संबंधित मुद्दों के कारण राज्य सरकार ने इसे 24 दिसंबर तक के लिए स्थगित कर दिया था. इस बार, बोर्ड ने उम्मीदवारों के लिए क्या करें और क्या न करें का एक सेट जारी किया था.
छात्रों से कहा गया कि वे परीक्षा केंद्रों पर आभूषण न पहनें और इलेक्ट्रॉनिक गैजेट न ले जाएं. अभ्यर्थियों को परीक्षा शुरू होने से एक घंटे पहले सुबह 11 बजे तक परीक्षा हॉल में पहुंचने के लिए कहा गया था. हॉल में प्रवेश से पहले उन्हें मेटल डिटेक्टर से गुजरना पड़ा. इसके अलावा, सभी हॉल में केवल एक ही प्रवेश और निकास द्वार था.
एक छात्र ने कहा कि टीईटी को लेकर चल रहे विवाद और प्राथमिक विद्यालय के शिक्षकों की नियुक्ति रुकी रहने से कई अभ्यर्थी हतोत्साहित हैं. टॉलीगंज से सैंटाना मोंडोल ने कहा कि 'पिछले साल क्वालिफाई करने वाले मेरे कई दोस्तों को अभी तक नौकरी नहीं मिली है. हमें उम्मीद है कि सभी मुद्दों का जल्द ही समाधान हो जाएगा और भर्तियां फिर से शुरू करने का रास्ता साफ हो जाएगा.'