न्यूयार्क : संयुक्त राष्ट्र महासभा (United Nations General Assembly-UNGA) में भारत ने मंगलवार को कहा कि आतंकवाद (Terrorism) शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा और संयुक्त राष्ट्र के आम एजेंडे को हासिल करने में सबसे बड़ी बाधा बना हुआ है.
संयुक्त राष्ट्र में उप स्थायी प्रतिनिधि (राजनीतिक समन्वयक) आर रवींद्र ने महासचिव के 'हमारा आम एजेंडा' (ours common agenda) रिपोर्ट पर भारत का प्रारंभिक दृष्टिकोण साझा किया.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव (United Nation Secretary General) के प्रस्तावों की सराहना करते हुए आर रवींद्र ने कहा कि हमारी दृष्टि में सुधारित बहुपक्षवाद, लिंग, मानवाधिकार, विकास, आतंकवाद का मुकाबला, जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण, वित्त पोषण, महामारी और टीके, शांति और सुरक्षा तथा अन्य प्राथमिकताएं शामिल होनी चाहिए.
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उन्होंने कहा कि इन सबके अलावा कई ऐसे क्षेत्र हैं, जिन पर अधिक ध्यान देने की जरूरत है. वह जानते हैं कि महासचिव ने आतंकवाद का मुकाबला करने के मुद्दे को काफी महत्व दिया है तथा संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद विरोधी कार्यालय (UNOCT) के कार्यों की सराहना करते हैं. लेकिन रिपोर्ट में आतंकवाद को प्राथमिकता देने के स्थान पर उसे सरसरी तौर पर निपटा दिया है.
वास्तव में 'आतंकवाद' शब्द रिपोर्ट में केवल दो बार उपयोग की गई है, जबकि 'जलवायु परिवर्तन' (climate change) 20 बार से अधिक और 'जलवायु' शब्द का इस्तेबाल 70 से अधिक बार किया गया है. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि इसे बाद में जल्द ही ठीक कर लिया जाएगा, क्योंकि आतंकवाद शांति और सुरक्षा के लिए सबसे गंभीर खतरा बन हुआ है और आम एजेंडा को लागू करने में सबसे बड़ी बाधा है.
(एएनआई)