नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा की गई जांच से पता चला है कि भारत में आईएसआईएस से प्रेरित आतंकवादी समूह 'सूफा' जिहादी गतिविधियों को संचालित करने के लिए मध्य प्रदेश और राजस्थान में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने की कोशिश कर रहा है. एनआईए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को नई दिल्ली में ईटीवी भारत को बताया कि आतंकवादी संगठन के सदस्य आतंकियों की भर्ती के उद्देश्य से ऐसे युवाओं की पहचान करने के लिए दोनों राज्यों में दूरदराज के स्थानों का दौरा करते हैं.
आतंकी मॉड्यूल सूफा की मौजूदगी पिछले साल तब सामने आई थी जब एनआईए राजस्थान के उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या की जांच कर रही थी. कन्हैयालाल के सिर काटने के मामले में यह पाया गया कि मुख्य आरोपी रियाज अंसारी, अल सुफ़ा से जुड़ा एक सक्रिय आतंकवादी था. एनआईए अधिकारी ने कहा, 'आईएसआईएस से संबद्ध आतंकी संगठन सूफा, मध्य प्रदेश और राजस्थान में बड़ी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से युवाओं को कट्टरपंथी बनाता रहता है.'
दरअसल, अल सुफा, आईएसआईएस का एक रिमोट स्लीपर संगठन है. एनआईए अधिकारी ने कहा, 'वे जिहादी गतिविधियों को संचालित करने के लिए भोले-भाले युवाओं की भर्ती करते रहते हैं.' आतंकी समूहों के इस स्लीपर सेल के सदस्य जरूरत पड़ने पर घृणा अभियान चलाते रहते हैं. एनआईए अधिकारी ने कहा, 'कन्हैयालाल हत्या मामले में सूफा सदस्यों को कन्हैयालाल के खिलाफ घृणा अभियान चलाते हुए पाया गया था.'
सोमवार को एनआईए ने मध्य प्रदेश में एक पोल्ट्री फार्म पर कार्रवाई की. इसका इस्तेमाल राजस्थान में आतंकी कृत्यों को अंजाम देने की साजिश के सिलसिले में सूफा के सदस्यों द्वारा किया गया था. एनआईए ने कहा कि संपत्ति का मालिक आरोपी इमरान एमपी के रतलाम क्षेत्र में रहने वाला निकला. एनआईए ने कहा, 'पोल्ट्री फार्म का इस्तेमाल सूफा सदस्यों द्वारा नए कैडरों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आईईडी बनाने का प्रशिक्षण देने के लिए किया जाता था.'
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एनआईए ने सूफा के खिलाफ अपना पहला मामला पिछले साल दर्ज किया था जब एजेंसी को राजस्थान में आतंकवादी कृत्यों में संगठन की संलिप्तता मिली थी. पिछले साल मार्च में सुरक्षा एजेंसियों ने एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था. इसमें पता चला था कि आतंकी मॉड्यूल सूफा के सदस्य राजस्थान में बड़े आतंकी हमले की योजना बना रहे थे. सुरक्षा एजेंसियों ने मार्च में आतंकी कैंपों पर छापेमारी कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया था. खुफिया एजेंसियों को शक है कि सूफा के सदस्य बीजेपी और आरएसएस नेताओं और उनके समर्थकों को निशाना बनाने की साजिश रचते रहते हैं.