राजगढ़। मध्य प्रदेश के राजगढ़ में दो गुटों का जमीनी विवाद हिंसा के रूप में बदल गया. बुधवार की रात में विवाद इतना बढ़ गया कि दोनों गुट आपस में भिड़ गए. इस दौरान उपद्रवियों ने पथराव कर तहसीलदार, एसडीएम और कोतवाली थाने की गाड़ियों में जमकर तोड़-फोड़ की. पथराव में दो लोग घायल भी हो गए. भीड़ ने एक घर को भी आग के हवाले कर दिया. स्थिति को काबू में करने के लिए पूरे क्षेत्र को छावनी में तब्दील कर दिया गया.
जमीनी विवाद में मारपीट: राजगढ़ में लंबे समय से दो परिवारों में करेड़ी गांव में जमीन का विवाद चल रहा है. इस विवाद में दोनों परिवार में मारपीट हो गई, जिसमें पूर्व सरपंच प्रतिनिधि और भाजपा नेता मोहन वर्मा सहित उनके भाई हुकुम वर्मा गंभीर रूप से घायल हो गए. उन्हें सिर में कई जगह चोट आने पर लोगों ने तुरंत हॉस्पिटल में भर्ती कराया. गंभीर हालत देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें भोपाल रेफर कर दिया.
भीड़ ने घर में आग लगाई: भाजपा नेता मोहन वर्मा सहित उनके भाई हुकुम वर्मा पर हुए हमले के बाद आस-पास के ग्रामीण करेड़ी पहुंच गए और दूसरे गुट के व्यक्ति अल्लाबेली के घर के पिछवाड़े में आग लगाते हुए वाहनों में तोड़फोड़ कर सामान इधर-उधर फेंक दिया. इस घटना की सूचना मिलते ही कोतवाली प्रभारी उमेश यादव मौके पर पहुंचे और उन्होंने माहौल को शांत कराया. इसके तत्काल बाद ही कलेक्टर हर्ष दीक्षित, एसपी प्रदीप शर्मा सहित आठ थानों की पुलिस व प्रशासन का अमला तुरंत मौके पर पहुंच गया. देर रात 11 बजे आईजी इरशद वली भी मौके पर पहुंचे और हालात का जायजा लिया.
कहासुनी के बाद बढ़ा विवाद: वरिष्ठ अधिकारियों से पूर्व पहुंची पुलिस के वाहनों पर भी भीड़ ने पथराव कर दिया. भीड़ ने पुलिस के वाहन और एसडीएम के वाहन के शीशों पर पथराव कर क्षतिग्रस्त कर दिया. घायल मोहन वर्मा की मानें तो वह अपने भाई हुकुम वर्मा के साथ अपनी दुकान के बगल में खड़े थे. ऐसे में अल्लाहबेली का लड़का आकर गाली-गलौज करने लगा. जब जवाब में उसे समझाने की कोशिश की, तो उसने लोहे की रॉड से सर पर वार कर दिया जिससे वह मौके पर ही बेहोश हो गए, जब बीच बचाव में उनके भाई हुकुम वर्मा आए तो लड़के ने उन पर भी वार कर दिया. ऐसे में दोनों घायलों को गंभीर चोट आई है.