कुप्पम: तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) के महासचिव नारा लोकेश ने शुक्रवार को 4,000 किलोमीटर लंबी राज्यव्यापी पदयात्रा शुरू की, जिसके अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए विपक्षी दल को तैयार करने की उम्मीद है. युवा नेता ने पार्टी अध्यक्ष और उनके पिता एन. चंद्रबाबू नायडू के प्रतिनिधित्व वाले कुप्पम निर्वाचन क्षेत्र से पैदल मार्च शुरू किया, जिसे भारी जन प्रतिक्रिया और पार्टी कार्यकर्ताओं के उत्साह के बीच देखा गया.
'युवा गालम' (युवाओं की आवाज) नामक पदयात्रा में हजारों टीडीपी कार्यकर्ता और समर्थक लोकेश के साथ शामिल हुए. वॉकाथन राज्य भर में अगले 400 दिनों में 120 विधानसभा क्षेत्रों को कवर करेगा. लोकेश ने वरदराजा स्वामी मंदिर में विशेष पूजा-अर्चना के बाद पूर्वाह्न् 11.03 बजे पदयात्रा का शुभारंभ किया. उन्होंने लक्ष्मीपुरम में मक्का मस्जिद और बाद में बापूनगर में हेब्रास हाउस ऑफ वर्शिप चर्च का भी दौरा किया.
लोकेश के ससुर, लोकप्रिय अभिनेता और टीडीपी विधायक एन. बालकृष्ण और चचेरे भाई अभिनेता नंदमुरी तारक रत्न ने भी पूजा में भाग लिया. बाद में जब पदयात्रा एक मस्जिद में पहुंची तो भगदड़ जैसी स्थिति के कारण तारक रत्न गिर पड़े और बेहोश हो गए. अभिनेता को एक निजी अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया गया. उनसे मिलने के लिए बालकृष्ण भी अस्पताल पहुंचे.
तेदेपा की राज्य इकाई के अध्यक्ष अतचेन नायडू, पार्टी पोलित ब्यूरो के सदस्य और पार्टी के हजारों कार्यकर्ता लोकेश के साथ चल रहे थे. मुख्य विपक्षी दल ने कहा कि पदयात्रा का एकमात्र उद्देश्य मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी के 'अत्याचारी' शासन को समाप्त करना है. विश्वास है कि यह मार्च राज्य में एक इतिहास रचेगा. पार्टी के पदाधिकारियों ने लोकेश पर फूल बरसाए और उन्हें उनके प्रयास के लिए शुभकामनाएं दीं.
महिला कार्यकर्ताओं ने पार्टी महासचिव का भव्य स्वागत करने के लिए आरती की और कुप्पम के स्थानीय लोगों ने 'चंद्रन्ना बिद्दा (श्री चंद्रबाबू नायडू के पुत्र) जिंदाबाद' जैसे नारे लगाए. टीडीपी नेता ने बाद में एक जनसभा को संबोधित किया. वॉकाथन के लिए पुलिस ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए. चित्तूर जिला पुलिस ने मार्च के लिए सशर्त अनुमति दी थी. टीडीपी ने कहा कि लोकेश की पदयात्रा के लिए लगाई गई शर्तें जगन मोहन रेड्डी के नेतृत्व वाली सरकार की असुरक्षा की भावना को दर्शाती हैं.