ETV Bharat / bharat

दीघा में मुछुआरों की लगी लॉटरी, पकड़ी 2 करोड़ की 'तेलिया भोला' मछली

पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर जिले (East Midnapore district of West Bengal) में दीघा मुहाना खारे पानी की मछली के लिए पूर्वी भारत का सबसे बड़ा बाजार है. शनिवार को वहां के मछुआरों ने 121 तेलिया भोला मछलियों को पकड़ा जिसकी अनुमानित कीमत करीब दो करोड़ रुपए है.

symbolic photo
प्रतीकात्मक फोटो
author img

By

Published : Jan 29, 2022, 8:38 PM IST

दीघा : पश्चिम बंगाल के दीघा में मुछुआरों की लॉटरी लगी है और उन्होंने 121 'तेलिया भोला' मछलियां पकड़ी हैं, जिसकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसका श्रेय बिशेश्वरी ट्रॉलर के मछुआरों को दिया गया है. प्रत्येक मछली का वजन लगभग 18 किलोग्राम है. दीघा इस्चुअरी फिशरमेन एंड फिश ट्रेडर्स एसोसिएशन की पहल के बाद पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है.

नए साल में तेलिया भोला मछली का यह पहला कैच है. मछली व्यापारी गिरीश चंद्र राउत ने बताया कि मछली की यह प्रजाति गहरे समुद्र में समूहों में चलती है. वे मुख्य रूप से समुद्र के उन हिस्सों में चले जाते हैं जहां मछुआरों को जाने की अनुमति नहीं होती है. स्थानीय मछुआरों ने कहा कि आम तौर पर इस विशेष किस्म की मछली की कीमत लगभग 13000 रुपये प्रति किलोग्राम होती है.

यह भी पढ़ें- Goa Assembly Election: जातिगत राजनीति की ओर बढ़ चला सेक्युलर गोवा, जानें कैसे?

उन्होंने कहा कि तेलिया भोला मछलियां आमतौर पर गहरे समुद्र में समूहों में घूमती हैं. कभी-कभी उनमें से कुछ मछली पकड़ने के जाल में फंस जाने पर समूहों से अलग हो जाती हैं. दीघा मुहाना से तेलिया भोला की बड़ी किस्मों के पकड़ने के उदाहरण हैं. वे महंगे हैं क्योंकि उनके शरीर के अंगों का उपयोग जीवन रक्षक कैप्सूल कवर के निर्माण में किया जाता है. हालांकि इस किस्म के अंडों के दाम ज्यादा महंगे नहीं होते हैं.

दीघा : पश्चिम बंगाल के दीघा में मुछुआरों की लॉटरी लगी है और उन्होंने 121 'तेलिया भोला' मछलियां पकड़ी हैं, जिसकी कीमत करीब 2 करोड़ रुपये आंकी गई है. इसका श्रेय बिशेश्वरी ट्रॉलर के मछुआरों को दिया गया है. प्रत्येक मछली का वजन लगभग 18 किलोग्राम है. दीघा इस्चुअरी फिशरमेन एंड फिश ट्रेडर्स एसोसिएशन की पहल के बाद पकड़ने की कार्रवाई की जा रही है.

नए साल में तेलिया भोला मछली का यह पहला कैच है. मछली व्यापारी गिरीश चंद्र राउत ने बताया कि मछली की यह प्रजाति गहरे समुद्र में समूहों में चलती है. वे मुख्य रूप से समुद्र के उन हिस्सों में चले जाते हैं जहां मछुआरों को जाने की अनुमति नहीं होती है. स्थानीय मछुआरों ने कहा कि आम तौर पर इस विशेष किस्म की मछली की कीमत लगभग 13000 रुपये प्रति किलोग्राम होती है.

यह भी पढ़ें- Goa Assembly Election: जातिगत राजनीति की ओर बढ़ चला सेक्युलर गोवा, जानें कैसे?

उन्होंने कहा कि तेलिया भोला मछलियां आमतौर पर गहरे समुद्र में समूहों में घूमती हैं. कभी-कभी उनमें से कुछ मछली पकड़ने के जाल में फंस जाने पर समूहों से अलग हो जाती हैं. दीघा मुहाना से तेलिया भोला की बड़ी किस्मों के पकड़ने के उदाहरण हैं. वे महंगे हैं क्योंकि उनके शरीर के अंगों का उपयोग जीवन रक्षक कैप्सूल कवर के निर्माण में किया जाता है. हालांकि इस किस्म के अंडों के दाम ज्यादा महंगे नहीं होते हैं.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.