कामारेड्डी: विधानसभा चुनाव खत्म होने के साथ ही बाजी मारने वाला घोड़ा कौन होगा इस पर सट्टा तेज हो गया है. भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) के नेता- मुख्यमंत्री केसीआर और तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष रेवंत रेड्डी को कामारेड्डी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार हैं. बीजेपी उम्मीदवार वेंकटरमण रेड्डी खुद को निर्वाचन क्षेत्र का निवासी बताकर मैदान में उतरे. ऐसे में एक तरफ मुख्यमंत्री केसीआर हैं तो दूसरी तरफ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कामारेड्डी. ऐसे में रिजल्ट को लेकर जनता जनार्दन में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है.
बता दें कि निर्वाचन क्षेत्र में कामारेड्डी के परिणाम पर सट्टेबाजी जोरों पर है. स्थानीय ही नहीं बल्कि जिले के एक मंडल में लाखों रुपये का सट्टा लगा रहे हैं. यहां राज्य की राजधानी में भी नतीजे को लेकर भारी उत्साह देखने को मिल रहा है. ऐसे में सट्टेबाजी मार्केट गर्म है और खूब हो रहा है. सभी पार्टियों के प्रत्याशियों ने जीत के लिए जी-तोड़ मेहनत की. परिणामस्वरूप, यह अनुमान लगाना संभव नहीं है कि किसे हार का हार पहनना पड़ेगा और किसके सिर जीत का ताज सजेगा.
दरअसल एक वर्ग का मानना है कि सत्तारूढ़ दल के नेता कल्याणकारी योजनाओं और पेंशन का स्तर बढ़ा देंगे तो अन्य लोग विश्लेषण कर रहे हैं कि सरकार का विरोध और कांग्रेस द्वारा घोषित छह गारंटियां रेवंत रेड्डी को विजेता बनाएंगी. दूसरों को लगता है कि बीजेपी उम्मीदवार का इलाका और क्षेत्र के विकास के लिए उनकी योजनाएं उन्हें जीत दिलाएंगी. ऐसे में दावा करने वाले भारी तथ्यों के साथ अपनी-अपनी बात रखते और सट्टेबाजी में हिस्सा लेते नजर आ रहे हैं. इस बीच, विजेता स्पष्ट नहीं है क्योंकि मतदाताओं ने अपनी भावनाएं नहीं छोड़ी हैं. एग्जिट पोल के सर्वे से भी लोग भ्रमित हैं. ऐसे में विजेता के लिए लोगों की एक्साइटमेंट का पारा हाई है.