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SC कमेटी को तेलंगाना सरकार दिशा मुठभेड़ मामले में सबूत पेश करेगी

सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने तेलंगाना के हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चारों आरोपियों के मुठभेड़ के मामले में आज सबूत पेश करने के लिए कहा है.

सुप्रीम कोर्ट
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Published : Aug 21, 2021, 2:17 PM IST

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने तेलंगाना के हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चारों आरोपियों के मुठभेड़ के मामले में आज सबूत पेश करने के लिए कहा है.

सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व न्यायाधीश वी.एस. सिरपुरकर के नेतृत्व में नियुक्त कमेटी ने इस बारे में दिशा निर्देश दिए हैं. यह मामला नवंबर, 2019 में हैदराबाद में एक 26 वर्षीय पशु चिकित्सक डॉक्टर दिशा (पुलिस द्वारा दिया गया नाम) के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या से संबंधित है. इस घटना से पूरे देश में भारी आक्रोश फैल गया था. इसके बाद मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.

ये भी पढ़ें - कर मामलों में देरी, न्यायालय ने कहा न्यायाधीश भी नागरिक के तौर पर राजस्व हानि को लेकर चिंतित

इसके बाद पुलिस चारों आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर पुलिस सीन रीक्रिएट कर रही थी, जहां पर पुलिस के अनुसार आरोपियों ने उनका हथियार छीन लिया और पुलिस पर हमला कर दिया. इस बीच पुलिस ने अपराधियों को रोकने के लिए फायरिंग की जिसमें चारों की मौत हो गई थी.

इस मुठभेड़ की कुछ राजनेताओं सहित कई लोगों ने प्रशंसा की थी, लेकिन कई लोगों ने हत्या की जांच की मांग की थी क्योंकि यह संदेह किया जा रहा था कि पुलिस ने आरोपियों को मार डाला था. मामले के सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद कोर्ट ने मामले को देखने और रिपोर्ट सौंपने के लिए जस्टिस सिरपुरकर कमेटी को नियुक्त किया था. सूत्रों के मुताबिक, आयोग ने रिकॉर्ड इकट्ठा करने का काम पूरा कर लिया है. हालांकि कोविड 19 महामारी के कारण जांच में देरी हुई है.

नई दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित कमेटी ने तेलंगाना के हैदराबाद में महिला पशु चिकित्सक के साथ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में चारों आरोपियों के मुठभेड़ के मामले में आज सबूत पेश करने के लिए कहा है.

सूत्रों के मुताबिक सुप्रीम कोर्ट द्वारा पूर्व न्यायाधीश वी.एस. सिरपुरकर के नेतृत्व में नियुक्त कमेटी ने इस बारे में दिशा निर्देश दिए हैं. यह मामला नवंबर, 2019 में हैदराबाद में एक 26 वर्षीय पशु चिकित्सक डॉक्टर दिशा (पुलिस द्वारा दिया गया नाम) के साथ सामूहिक बलात्कार और हत्या से संबंधित है. इस घटना से पूरे देश में भारी आक्रोश फैल गया था. इसके बाद मामले में चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया था.

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इसके बाद पुलिस चारों आरोपियों को घटना स्थल पर ले जाकर पुलिस सीन रीक्रिएट कर रही थी, जहां पर पुलिस के अनुसार आरोपियों ने उनका हथियार छीन लिया और पुलिस पर हमला कर दिया. इस बीच पुलिस ने अपराधियों को रोकने के लिए फायरिंग की जिसमें चारों की मौत हो गई थी.

इस मुठभेड़ की कुछ राजनेताओं सहित कई लोगों ने प्रशंसा की थी, लेकिन कई लोगों ने हत्या की जांच की मांग की थी क्योंकि यह संदेह किया जा रहा था कि पुलिस ने आरोपियों को मार डाला था. मामले के सुप्रीम कोर्ट में पहुंचने के बाद कोर्ट ने मामले को देखने और रिपोर्ट सौंपने के लिए जस्टिस सिरपुरकर कमेटी को नियुक्त किया था. सूत्रों के मुताबिक, आयोग ने रिकॉर्ड इकट्ठा करने का काम पूरा कर लिया है. हालांकि कोविड 19 महामारी के कारण जांच में देरी हुई है.

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