पटना : लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव को सीबीआई तीन बार समन भेज चुकी है. इस मामले में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव सीबीआई के समन के खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट पहुंचे हैं. उनकी याचिका पर जस्टिस दिनेश शर्मा की कोर्ट में आज सुनवाई होगी. तेजस्वी यादव ने याचिका में अपने पक्ष में तर्क देते हुए कहा है कि 'सीआरपीसी की धारा 160 के उल्लंघन में उन्हें परेशान करने की नीयत से नोटिस जारी किया गया है. वे तो कथित अपराध के समय नाबालिग थे'.
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तेजस्वी की अपील 'रद्द हो सीबीआई का समन': तेजस्वी यादव ने अपनी याचिका में कोर्ट से अपील की है कि दिल्ली हाईकोर्ट केंद्रीय जांच अन्वेषण ब्यूरो यानी CBI के समन को रद्द कर दे. अपने अपील में उन्होंने सीबीआई के समन को परेशान करने की नीयत वाला नोटिस बताया है. गौरतलब है कि दिल्ली के राउज एवेन्यू कोर्ट ने इसी मामले में लालू यादव, राबड़ी देवी और मीसा भारती को बुधवार को जमानत दी है.
तेजस्वी को कब-कब मिला CBI का समन: इसी महीने 14 मार्च तक तेजस्वी यादव को सीबीआई ने तीन-तीन समन भेजे हैं. बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव को 4 मार्च को सीबीआई का नोटिस गया था. फिर 11 मार्च को सीबीआई ने नोटिस देकर पूछताछ के लिए बुलाया. दोनों बार जब नहीं आए तो 14 मार्च को को सीबीआई ने समन दिया. जिसके जवाब में उन्होंने अपनी पत्नी की प्रेग्नेंसी का हवाला दिया और सीबीआई से समय मांगा. हालांकि अब वो इस मामले में दिल्ली हाई कोर्ट का रुख कर चुके हैं.
लालू यादव से संबंधित ठिकानों पर ED ने की थी रेड: हाल ही में प्रवर्तन निदेशालय ने तेजस्वी के दिल्ली वाले बंगले समेत कुल लालू परिवार और उनसे संबंधित लोगों के 24 ठिकानों पर छापामार कार्रवाई की थी. इस दौरान ईडी ने 1 करोड़ कैश, तकरीबन 2 किलो सोना के साथ ही साथ अमेरिकी करेंसी बरामद हुई थी. वहीं ईडी ने 600 करोड़ के बेनामी लेन-देन का जिक्र किया था.
लालू राबड़ी से सीबीआई कर चुकी है पूछताछ: इससे पहले 6 मार्च को पटना में सीबीआई ने राबड़ी आवास में जाकर पूछताछ किया था. जबकि दिल्ली में किडनी ट्रांसप्लांट कराकर लौटे लालू यादव से भी सीबीआई ने 4 घंटे तक पूछताछ की थी. इसी बीच ईडी ने लालू परिवार के ठिकानों पर छापेमारी कर तलाशी ली थी. जैसे ही ये रेड खत्म हुई सीबीआई ने तेजस्वी यादव को समन देकर बुलाया है.
क्या है जमीन के बदले नौकरी घोटाला : लालू यादव 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री थे तब लैंड फॉर जॉब घोटाला का आरोप लगा. लालू यादव पर आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए उन्होंने रेलवे में जमीन के बदले नौकरी दी थी. सीबीआई ने इस कथित घोटाले में जांच के बाद 10 अक्टूबर 2022 को चार्जशीट दाखिल की थी, चार्जशीट में लालू यादव समेत 15 लोगों को आरोपी बनाया गया था. इस मामले में सीबीआई की टीम ने पिछले साल लालू के करीबी भोला यादव को भी गिरफ्तार किया था. जब लालू रेलमंत्री थे तब भोला यादव उनके OSD थे.