प्रयागराजः शहर में बीती 24 फरवरी को उमेश पाल को दिनदहाड़े गोली और बम मारकर मौत के घाट उतार दिया गया था. उसके बाद से पुलिस की टीमें लगातार आरोपियों की तलाश में जुटी हुई थी. बीती 6 मार्च को कौंधियारा थाना क्षेत्र में पुलिस द्वारा विजय चौधरी उर्फ उस्मान को मुठभेड़ में मार गिराया गया था. न्यायिक जांच आयोग की टीम उस्मान के एनकाउंटर स्थल की जांच करने पहुंची. टीम एनकाउंटर में शामिल पुलिसकर्मियों और उस्मान के परिजनों सहित आसपास के लोगों से भी पूछताछ करेगी.
बता दें कि दिनदहाड़े हुए तिहरे हत्याकांड में सात शूटरों का नाम सामने आए थे. इसमें अतीक अहमद के बेटे असद, गुलाम गुड्डू मुस्लिम, अरबाज, विजय चौधरी उर्फ उस्मान, साबिर, अरमान शामिल थे. अरबाज को सबसे पहले पुलिस ने नेहरू पार्क में मुठभेड़ में मार गिराया था. उसके बाद कौंधियारा में उस्मान का दूसरा एनकाउंटर पुलिस ने किया था. इसके बाद असद और गुलाम को झांसी में पुलिस ने मार गिराया था.
एसआईटी टीम कौधियारा पहुंचकर घटनास्थल की जांच करने के बाद दूसरे एनकाउंटर के घटनास्थल नेहरू पार्क पहुंची. एसआईटी टीम ने नेहरू पार्क पहुंचकर हर बिंदु की गहनता से जांच की. झारखंड हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस वीरेंद्र सिंह एवं इलाहाबाद हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस दिलीप बाबा साहेब भोसले की अध्यक्षता में एसआईटी की टीम जांच कर रही है. पुलिस ने 4 आरोपियों का एनकाउंटर कर दिया है लेकिन अभी भी तीन आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
पुलिस का कहना था कि उमेश पाल की हत्या में जिस क्रेटा कार का इस्तेमाल किया गया था, उसे अरबाज ही चला रहा था. मारे गए बदमाश अरबाज को पूर्व सांसद अतीक अहमद का करीबी बताया जा रहा था. अरबाज, अतीक अहमद की गाड़ी भी चलाता था.