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काशी में तमिल संगमम, 1800 किलोमीटर बाइक चलाकर तमिलनाडु से वाराणसी आया दंपति - 1800 किलोमीटर का सफर

काशी के तमिल संगमम में स्थानीय तमिल लोगों के अलावा कई राज्यों से डेलिगेटस का आना जारी है. बुधवार को तमिलनाडु के होसुर जिले के रहने वाला दंपति 1800 किलोमीटर का सफर बाइक से तय कर काशी पहुंचा. (couple traveled Tamil Nadu to Varanasi)

काशी में तमिल संगमम
काशी में तमिल संगमम
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Published : Nov 30, 2022, 8:14 PM IST

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 नवंबर को वाराणसी में काशी तमिल संगमम का उद्घाटन किया था. इस आयोजन में तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से 2500 डेलिगेट्स काशी आए. महीने भर चलने वाले वाले इस तमिल संगमम में डेलिगेट्स का आना जारी है. इसमें शामिल होने के लिए तमिलनाडु से एक दंपति ने 32 घंटे में 1800 किलोमीटर की यात्रा की. काशी में दिन गुजारने के बाद इस कपल ने नेपाल भ्रमण की प्लानिंग की है.

धर्म और अध्यात्म की नगरी वाराणसी में काशी तमिल संगमम में शामिल होने के लिए तमिलनाडु से लोगों का आना जारी है. बुधवार को तमिल संगमम में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. काशी से सैकड़ों किलोमीटर दूर तमिलनाडु से चलकर पति-पत्नी काशी पहुंचे. तमिलनाडु के होसुर जिले के रहने वाले राजन (40) और उनकी पत्नी राजलक्ष्मी (35) ने तमिल संगमम में शामिल होने के लिए 32 घंटे में मोटर साइकिल से 1800 किलोमीटर की यात्रा की. करीब ढाई दिन के सफर में उन्होंने दो जगहों पर ब्रेक लिया.

राजलक्ष्मी ने बताया कि उनके पति राजन पेशे से एक अच्छे कुक हैं और वह खुद हाउसवाइफ हैं. दोनों मिलकर एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं. राजन ने बताया वह तमिलनाडु से 27 नवंबर की शाम को काशी के लिए रवाना हुए और बुधवार को वाराणसी पहुंच गए. उन्होंने बताया काशी में तमिल संस्कृति के प्रति लोगों का प्यार देखकर उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है. अब वह कुछ दिनों तक काशी तमिल संगमम में शामिल होंगे और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे. राजलक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने 1800 किलोमीटर की यात्रा संपन्न करने के बाद काशी पहुंचते ही हर हर महादेव का उद्घोष किया. तमिल संगमम जैसे अनोखे कार्यक्रम का हिस्सा बनने में उन्हें खुशी हो रही है. संगमम में पार्टिसिपेट करने के बाद वह अपने पति राजन के साथ नेपाल की यात्रा भी करेंगी.

पढ़ें : काशी तमिल संगमम में बोलीं तेलंगाना की गर्वनर, काशी और तमिलनाडु की संस्कृति एक समान

वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 19 नवंबर को वाराणसी में काशी तमिल संगमम का उद्घाटन किया था. इस आयोजन में तमिलनाडु के अलग-अलग जिलों से 2500 डेलिगेट्स काशी आए. महीने भर चलने वाले वाले इस तमिल संगमम में डेलिगेट्स का आना जारी है. इसमें शामिल होने के लिए तमिलनाडु से एक दंपति ने 32 घंटे में 1800 किलोमीटर की यात्रा की. काशी में दिन गुजारने के बाद इस कपल ने नेपाल भ्रमण की प्लानिंग की है.

धर्म और अध्यात्म की नगरी वाराणसी में काशी तमिल संगमम में शामिल होने के लिए तमिलनाडु से लोगों का आना जारी है. बुधवार को तमिल संगमम में एक अलग ही नजारा देखने को मिला. काशी से सैकड़ों किलोमीटर दूर तमिलनाडु से चलकर पति-पत्नी काशी पहुंचे. तमिलनाडु के होसुर जिले के रहने वाले राजन (40) और उनकी पत्नी राजलक्ष्मी (35) ने तमिल संगमम में शामिल होने के लिए 32 घंटे में मोटर साइकिल से 1800 किलोमीटर की यात्रा की. करीब ढाई दिन के सफर में उन्होंने दो जगहों पर ब्रेक लिया.

राजलक्ष्मी ने बताया कि उनके पति राजन पेशे से एक अच्छे कुक हैं और वह खुद हाउसवाइफ हैं. दोनों मिलकर एक यूट्यूब चैनल भी चलाते हैं. राजन ने बताया वह तमिलनाडु से 27 नवंबर की शाम को काशी के लिए रवाना हुए और बुधवार को वाराणसी पहुंच गए. उन्होंने बताया काशी में तमिल संस्कृति के प्रति लोगों का प्यार देखकर उन्हें बहुत ही अच्छा लग रहा है. अब वह कुछ दिनों तक काशी तमिल संगमम में शामिल होंगे और विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम देखेंगे. राजलक्ष्मी ने बताया कि उन्होंने 1800 किलोमीटर की यात्रा संपन्न करने के बाद काशी पहुंचते ही हर हर महादेव का उद्घोष किया. तमिल संगमम जैसे अनोखे कार्यक्रम का हिस्सा बनने में उन्हें खुशी हो रही है. संगमम में पार्टिसिपेट करने के बाद वह अपने पति राजन के साथ नेपाल की यात्रा भी करेंगी.

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