तिरुनेलवेली : तेज बारिश और बाढ़ की वजह से तिरुनेलवेली और थूथुकुडी समेत दक्षिणी तमिलनाडु के चार जिले पूरी तरह प्रभावित हैं. दक्षिणी तमिलनाडु के चार जिले कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी और तेनकासी बारिश और बाढ़ की चपेट में हैं. तिरुनेलवेली में हालात बहुत खराब हैं. बस स्टैंड के साथ-साथ कई इलाकों में गर्दन तक पानी तक भर गया है. जिसकी वजह से पेरियार बस स्टैंड को बंद कर दिया गया है.
स्थानीय लोगों की मदद के लिए प्रशासन आगे आया. कॉलोनियों में फंसे लोगों को अधिकारियों ने सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया. बाढ़ प्रभावित सात हजार से ज्यादा लोगों को स्कूलों और मैरिज हॉल जैसे राहत केंद्रों में रखा गया है. जानकारी के मुताबिक, बारिश के कारण तीन लोगों की मौत हो चुकी है. तीन और लोगों के मारे जाने की आशंका है. हालात को देखते हुए, बिजली आपूर्ति पहले ही रोक दी गई है. कई इलाकों में मोबाइल फोन कनेक्टिविटी प्रभावित है. बाढ़ की वजह से पब्लिक ट्रांसपोर्ट भी पूरी तरह से प्रभावित है.
इस बीच, मुख्यमंत्री स्टालिन मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ राज्य के दक्षिणी हिस्सों में बारिश और बाढ़ की स्थिति पर चर्चा के लिए कोयंबटूर से दिल्ली पहुंचे. तमिलनाडु में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है. तिरुनेलवेली में नौसेना भी रेस्क्यू ऑपरेशन में मदद कर रही है. रामनाथपुरम में आईएनएस पारुंडु के एक हेलीकॉप्टर ने दो गर्भवती महिलाओं समेत 17 फंसे हुए लोगों को बचाया.
मदुरै में फंसे ट्रेन यात्रियों को बचाने के प्रयास जारी, सेना तैनात : दक्षिणी तमिलनाडु के श्रीवैकुंटम में फंसे करीब 800 यात्रियों को बचाने के प्रयास जारी हैं. यह कार्य जल्द से जल्द पूरा कर लिया जाएगा. एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी. बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को निकालने के लिए सेना भी मदद कर रही है और उन्हें चिकित्सा सुविधाएं मुहैया करा रही है.
हालांकि, दक्षिणी तमिलनाडु के अधिकांश हिस्सों में बारिश लगभग रुक गई है, लेकिन बाढ़ के प्रभाव से लोगों को अब भी परेशानी झेलनी पड़ रही है. एक रेलवे अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), वायुसेना, रेलवे और स्थानीय प्रशासन बचाव कार्य के लिए समन्वित प्रयास कर रहे हैं.
सोमवार तड़के से फंसे यात्रियों ने श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के डिब्बों में ही रात बिताई. 300 लोगों को पास के एक स्कूल में आश्रय दिया गया था. अन्य लोग श्रीवैकुंटम रेलवे स्टेशन पर ही थे. सैनिकों ने सोमवार रात थूथुकुडी के पास 100 से अधिक लोगों को बचाने में मदद की, जिसमें 54 महिलाएं, एक गर्भवती महिला और 19 बच्चे शामिल हैं.
रक्षा प्रवक्ता, चेन्नई ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में कहा, उन्हें चिकित्सा सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं. दिल्ली में मौजूद मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने सोमवार रात मंत्रियों और तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, कन्याकुमारी तथा तेनकासी के जिलाधिकारियों के साथ ऑनलाइन माध्यम से बैठक की. उनसे बचाव कार्य में तेजी लाने को कहा. दक्षिणी जिलों में बाढ़ का पानी निकालने के लिए चेन्नई से अतिरिक्त पंप भेजे गए हैं. बचाव अभियान के तहत लगभग 200 नौकाएं भी तैनात की गई हैं.