नई दिल्ली: ईरान और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अफगानिस्तान के तालिबान शासन ने दोनों देशों से संयम बरतने का आग्रह किया है. तालिबान के प्रवक्ता अब्दुल कहर बाल्खी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि अफगानिस्तान के इस्लामी अमीरात का विदेश मंत्रालय इस्लामी गणतंत्र ईरान और इस्लामी गणतंत्र पाकिस्तान के बीच हालिया हिंसा को चिंताजनक मानता है, और दोनों पड़ोसी देशों से आह्वान करता है कि संयम बरतें.
उन्होंने कहा कि लंबे समय तक थोपे गए युद्धों और अस्थिरता के बाद क्षेत्र में नई शांति और स्थिरता के आलोक में, दोनों पक्षों को क्षेत्रीय स्थिरता को और मजबूत करने और राजनयिक चैनलों और बातचीत के माध्यम से विवादों को हल करने के प्रयासों को निर्देशित करना चाहिए.
-
The Ministry of Foreign Affairs of the Islamic Emirate of Afghanistan considers the recent violence between the Islamic Republic of Iran and the Islamic Republic of Pakistan alarming, and calls on the two neighboring countries to exercise restraint. pic.twitter.com/NlOQMRSn4i
— Abdul Qahar Balkhi (@QaharBalkhi) January 18, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data="
">The Ministry of Foreign Affairs of the Islamic Emirate of Afghanistan considers the recent violence between the Islamic Republic of Iran and the Islamic Republic of Pakistan alarming, and calls on the two neighboring countries to exercise restraint. pic.twitter.com/NlOQMRSn4i
— Abdul Qahar Balkhi (@QaharBalkhi) January 18, 2024The Ministry of Foreign Affairs of the Islamic Emirate of Afghanistan considers the recent violence between the Islamic Republic of Iran and the Islamic Republic of Pakistan alarming, and calls on the two neighboring countries to exercise restraint. pic.twitter.com/NlOQMRSn4i
— Abdul Qahar Balkhi (@QaharBalkhi) January 18, 2024
ईरान और पाकिस्तान के बीच तनाव तब शुरू हुआ जब तेहरान ने सुन्नी-आतंकवादी समूह जैश-अल-अदल के ठिकाने पर हमला करने के लिए पाकिस्तान के बलूचिस्तान क्षेत्र पर हवाई हमले किए. जवाबी कार्रवाई में इस्लामाबाद ने गुरुवार को ईरान में आतंकी ठिकानों पर हमला करने के लिए 'ऑपरेशन मार्ग बार सरमाचर' चलाया.
इससे पहले, पाकिस्तान ने ईरान के हवाई हमलों की निंदा की थी. तेहरान में ईरानी विदेश मंत्रालय के संबंधित वरिष्ठ अधिकारी के समक्ष कड़ा विरोध दर्ज कराया था. इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान की संप्रभुता के घोर उल्लंघन की कड़ी निंदा करने के लिए ईरानी प्रभारी डी'एफेयर को भी विदेश मंत्रालय में बुलाया गया था और कहा गया था कि परिणामों की जिम्मेदारी पूरी तरह से ईरान की होगी.
इस बीच, विकास पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भारत के विदेश मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि यह ईरान और पाकिस्तान के बीच का मामला है. विदेश मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि जहां तक भारत का सवाल है, आतंकवाद के प्रति हमारी शून्य सहिष्णुता की अडिग स्थिति है. हम समझते हैं कि देशों को अपनी आत्मरक्षा करने का अधिकारी है.