ETV Bharat / bharat

ब्रैम्पटन में खालिस्तानियों ने इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकाली, कनाडा राजदूत नाराज

खालिस्तानी समर्थकों द्वारा कनाडा में इंदिरा गांधी की हत्या को लेकर निकाली गई झांकी सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. इस वीडियो में खालिस्तानी समर्थक इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाते नजर आ रहे हैं.

Etv Bharat
Etv Bharat
author img

By

Published : Jun 8, 2023, 1:11 PM IST

Updated : Jun 8, 2023, 1:29 PM IST

ब्रैम्पटन में खालिस्तानियों ने इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकाली

चंडीगढ़ : कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा ऐसी करामात की गई, जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की संख्या बहुत अधिक है. यहां के ब्रैम्पटन में एक परेड में सिख अंगरक्षकों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का सीन दिखाया. झांकी 4 जून को ब्रैम्पटन में एक सिख परेड के दौरान दिखाई गई. एक पोस्टर लगा था, जिसमें लिखा था - 'बदला' और खालिस्तान का झंडा भी लगा था. पंजाब में लोग इस घटना से चकित हैं. उन्होंने कहा कि ब्रैम्पटन में एक परेड में इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी को शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए भारत को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब करना चाहिए. उन्होंने सवाल किया, "क्या यह कनाडा की इंडो-पैसिफिक रणनीति में मदद करता है?"

खुफिया एजेंसियों का मानना था कि यह अमृतसर में भारतीय सेना के 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' की 39वीं वर्षगांठ से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है, जो 1 से 8 जून, 1984 के बीच किया गया था, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर और इसके परिसर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए किया गया था. यह सैन्य कार्रवाई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर की गई थी. इसका बदला लेने के लिए दो सिख सुरक्षा गार्डो ने स्टेनगन से गोलियां चलाकर इंदिरा गांधी की जान ले ली थी.

पढ़ें : पंजाब और हरियाणा में NIA की रेड, प्रतिबंधित संगठन 'खालिस्तान टाइगर फोर्स' की फंडिंग पर नजर

इससे पहले, ब्रैम्पटन प्रांत में एक हिंदी मंदिर को 'भारत-विरोधी' भित्तिचित्रों के साथ तोड़ दिया गया था, जिससे भारतीय समुदाय सदमे में था. टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गौरी शंकर मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था. भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त को हाल के दिनों में कनाडा में भारतीय राजनयिक मिशनों के खिलाफ खालिस्तानी चरमपंथी तत्वों द्वारा कार्रवाई के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए तलब किया था.

कनाडा के राजदूत ने जताई नाराजगी : भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने कहा कि वह कनाडा में दिवंगत भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाने वाले कार्यक्रम की खबरों से स्तब्ध हैं. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "कनाडा में नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कोई जगह नहीं है. मैं इन गतिविधियों की कड़ी निंदा करता हूं. 4 जून को ब्रैम्पटन में भारतीय समूह द्वारा पांच किलोमीटर लंबी परेड के हिस्से के रूप में उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा दिवंगत प्रधान मंत्री की हत्या का चित्रण करने वाले वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर उनकी प्रतिक्रिया आई थी. झांकी में खालिस्तान के झंडे को एक पोस्टर के साथ दिखाया गया है, इसमें बदला कहा गया है. पंजाब में लोगों ने कहा कि इंदिरा गांधी हत्याकांड की झांकी को परेड में शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए भारत को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब करना चाहिए.

(इनपुट-एजेंसी)

ब्रैम्पटन में खालिस्तानियों ने इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी निकाली

चंडीगढ़ : कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों द्वारा ऐसी करामात की गई, जिसका वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है. कनाडा में खालिस्तानी समर्थकों की संख्या बहुत अधिक है. यहां के ब्रैम्पटन में एक परेड में सिख अंगरक्षकों ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का सीन दिखाया. झांकी 4 जून को ब्रैम्पटन में एक सिख परेड के दौरान दिखाई गई. एक पोस्टर लगा था, जिसमें लिखा था - 'बदला' और खालिस्तान का झंडा भी लगा था. पंजाब में लोग इस घटना से चकित हैं. उन्होंने कहा कि ब्रैम्पटन में एक परेड में इंदिरा गांधी की हत्या की झांकी को शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए भारत को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब करना चाहिए. उन्होंने सवाल किया, "क्या यह कनाडा की इंडो-पैसिफिक रणनीति में मदद करता है?"

खुफिया एजेंसियों का मानना था कि यह अमृतसर में भारतीय सेना के 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' की 39वीं वर्षगांठ से जुड़ा हुआ प्रतीत होता है, जो 1 से 8 जून, 1984 के बीच किया गया था, जिसमें कई लोगों की जान चली गई थी और अमृतसर में स्वर्ण मंदिर और इसके परिसर को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था. 'ऑपरेशन ब्लूस्टार' जरनैल सिंह भिंडरावाले के नेतृत्व में स्वर्ण मंदिर परिसर में छिपे उग्रवादियों को बाहर निकालने के लिए किया गया था. यह सैन्य कार्रवाई तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आदेश पर की गई थी. इसका बदला लेने के लिए दो सिख सुरक्षा गार्डो ने स्टेनगन से गोलियां चलाकर इंदिरा गांधी की जान ले ली थी.

पढ़ें : पंजाब और हरियाणा में NIA की रेड, प्रतिबंधित संगठन 'खालिस्तान टाइगर फोर्स' की फंडिंग पर नजर

इससे पहले, ब्रैम्पटन प्रांत में एक हिंदी मंदिर को 'भारत-विरोधी' भित्तिचित्रों के साथ तोड़ दिया गया था, जिससे भारतीय समुदाय सदमे में था. टोरंटो में भारतीय महावाणिज्य दूतावास ने गौरी शंकर मंदिर पर हमले की निंदा करते हुए एक बयान जारी किया था. भारत ने कनाडा के उच्चायुक्त को हाल के दिनों में कनाडा में भारतीय राजनयिक मिशनों के खिलाफ खालिस्तानी चरमपंथी तत्वों द्वारा कार्रवाई के बारे में अपनी चिंताओं से अवगत कराने के लिए तलब किया था.

कनाडा के राजदूत ने जताई नाराजगी : भारत में कनाडा के उच्चायुक्त कैमरन मैके ने कहा कि वह कनाडा में दिवंगत भारतीय प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की हत्या का जश्न मनाने वाले कार्यक्रम की खबरों से स्तब्ध हैं. उन्होंने एक ट्वीट में कहा, "कनाडा में नफरत या हिंसा के महिमामंडन के लिए कोई जगह नहीं है. मैं इन गतिविधियों की कड़ी निंदा करता हूं. 4 जून को ब्रैम्पटन में भारतीय समूह द्वारा पांच किलोमीटर लंबी परेड के हिस्से के रूप में उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा दिवंगत प्रधान मंत्री की हत्या का चित्रण करने वाले वीडियो के साथ सोशल मीडिया पर उनकी प्रतिक्रिया आई थी. झांकी में खालिस्तान के झंडे को एक पोस्टर के साथ दिखाया गया है, इसमें बदला कहा गया है. पंजाब में लोगों ने कहा कि इंदिरा गांधी हत्याकांड की झांकी को परेड में शामिल करने पर कड़ी आपत्ति जताने के लिए भारत को कनाडा के उच्चायुक्त को तलब करना चाहिए.

(इनपुट-एजेंसी)

Last Updated : Jun 8, 2023, 1:29 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.