कोलकाता: पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी 'फर्जी जॉब कार्ड धारकों' का मुद्दा उठाने के लिए आज राज्य मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति से मिलेंगे. मीडिया से बातचीत के दौरान मंगलवार को सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि समस्या राज्य के उन 1.32 लाख फर्जी जॉब कार्ड धारकों से है, जिन्होंने लोगों का पैसा लूटा है. अधिकारी ने आगे कहा कि मैं दिल्ली जाऊंगा और यह सुनिश्चित करूंगा कि जो लोग फर्जी जॉब कार्ड पर पैसे निकाल रहे हैं, जिन लोगों ने देश का पैसा, राज्य का पैसा, कर और जीएसटी का दुरुपयोग किया है.
बीजेपी नेता ने आगे कहा कि उन्हें कानून के तहत लाया जाए और उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए. इसके साथ ही 2018 से 2023 तक फर्जी जॉब कार्ड जारी करने वाले पंचायत प्रधानों के खिलाफ भी कार्रवाई हो ये भी सुनिश्चित करूंगा.
मीडिया से बात करते हुए सुवेंदु अधिकारी ने कहा कि फर्जी जॉब कार्ड जारी करने में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पार्टी की संलिप्तता है. उन्होंने इसे आजादी के बाद का सबसे बड़ा घोटाला बताया है. अधिकारी ने कहा कि 'टीएमसी की मदद से फर्जी जॉब कार्ड धारकों द्वारा 5000-8000 करोड़ रुपये से अधिक की हेराफेरी की गई है, इस मामले में जांच होना बेहद जरूरी है.
वहीं, इससे पहले केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा था कि टीएमसी सिर्फ अपनी बात छिपाने के लिए दिल्ली में विरोध-प्रदर्शन कर रही है. घोटालों के कारण ही उसने अपने 'भ्रष्ट' सांसदों को दिल्ली भेजा है. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि 'TMC की भ्रष्ट सरकार ने मनरेगा के तहत गरीबों से उनके पैसे ठग लिए और उन लोगों के नाम पर मकान आवंटित कर दिए जिनके पास पहले से ही घर था. अनुराग ठाकुर ने राज्य सरकार पर मनरेगा और अन्य योजनाओं के लिए भी धन का आवंटन नहीं करने का आरोप लगाया, जिसके बाद तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हो गई.
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बता दें, पश्चिम बंगाल सरकार के मनरेगा और आवास योजना की निधि के बकाए फंड की मांग को लेकर TMC सोमवार को दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रही थी. जिसके बाद TMC पर लागातार विपक्ष हमलावर है और केंद्र सरकार की तमाम योजनाओं की आवंटित राशियों में घोटाले का आरोप ला रहा है.