सूरत : सूरत के पालनपुर पाटिया इलाके के नूतन रो हाउस में सात शव मिले थे. पूरे देश को हिलाकर रख देने वाली सामूहिक आत्महत्या की घटना में पुलिस को जांच के दौरान जो जानकारी मिली वो चौंकाने वाली है. पुलिस का दावा है कि फर्नीचर का कारोबार करने वाले मनीष सोलंकी ने परिवार के सदस्यों की हत्या करने के बाद आत्महत्या कर ली. पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला था.
जांच के दौरान पुलिस को मनीष सोलंकी के घर से एक और सुसाइड नोट मिला. इस सुसाइड नोट में पुलिस को पता चला कि मनीष का पार्टनर इंद्रपाल उससे बीस बिलों के पैसे मांग रहा था. उनसे करीब 25 लाख रुपये का बिल चुकाने को कहा गया. इसी दबाव में मनीष ने भी दो लोन के लिए आवेदन किया जिसमें से एक लोन पास हो गया जबकि दूसरा फेल हो गया इसलिए उसने दबाव में आकर यह कदम उठाया. वहीं इस पूरे मामले में साथी को गिरफ्तार कर लिया गया है लेकिन थाने में अचानक उसकी तबीयत खराब होने के कारण उसे न्यू सिविल अस्पताल में शिफ्ट किया गया है.
इस मामले में पुलिस कमिश्नर अजय तोमर ने एक विशेष टीम का गठन किया था. जहां टीम के अधिकारी लगातार सुसाइड मामले की जांच कर रहे थे, वहीं एक और सुसाइड नोट मिलने से पुलिस को बड़ी कड़ी हाथ लगी है. इस सुसाइड नोट में मनीष ने अपने पार्टनर इंद्रमल के बारे में लिखते हुए बताया कि वह लगातार उस पर पेमेंट के लिए दबाव बना रहा था और पैसे की मांग कर रहा था.
डीसीपी राकेश बारोट ने बताया कि 'इंद्रमल की मुलाकात मनीष से तब हुई जब वह सेल्समैन था. कुछ महीने पहले ही दोनों ने प्लाइवुड का बिजनेस शुरू किया था. 20 से 25 बिल लंबित थे जिन्हें चुकाने के लिए वह लगातार दबाव बना रहा था और दिवाली तक इन बिलों का भुगतान करने के लिए कहा था.'
उन्होंने कहा कि मनीष के चचेरे भाई घनश्याम परमार की शिकायत के आधार पर हमने उसके साथी के खिलाफ आत्महत्या के लिए दुष्प्रेरणा का मामला दर्ज किया है और इंद्रपाल को गिरफ्तार कर लिया है. गौरतलब है कि मरने वालों में मनीष के पिता कनुभाई, मां शोभाबेन, पत्नी रीता के अलावा तीन बच्चों में दीक्षा, काव्या और कुशल शामिल थे.