श्रीनगर : नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने शनिवार को कहा कि अभिव्यक्ति की आजादी के अधिकार का समर्थन किसी व्यक्ति के धर्म पर निर्भर नहीं कर सकता.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के समर्थकों द्वारा यूएस कैपिटोल (अमेरिकी संसद भवन) पर हमला करने की घटना के मद्देनजर ट्रंप के सोशल मीडिया अकाउंट को निलंबित किए जाने की आलोचना के बीच अब्दुल्ला का यह बयान आया है.
अब्दुल्ला ने गुजरात में स्टैंड-अप कॉमेडियन की गिरफ्तारी का जिक्र करते हुए ट्विटर पर कहा, 'ट्रंप और उनके बोलने की आजादी के अधिकार की तरफदारी करने वाले लोग क्या अपना यही रुख मुनव्वर फारुकी और उनके दोस्तों के प्रति भी अपनाएंगे. आप या तो बोलने की आजादी के अधिकार का समर्थन करते हैं, या नहीं करते हैं. यह किसी धर्म पर निर्भर नहीं कर सकता है.'
फारुकी को चार अन्य लोगों के साथ मध्य प्रदेश के इंदौर में दो जनवरी को एक शो के दौरान हिंदू देवताओं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बारे में अभद्र टिप्पणी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.
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अब्दुल्ला की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है, जब कुछ भाजपा नेताओं सहित सोशल मीडिया के कई यूजर (उपयोगकर्ताओं) ने शनिवार को ट्रंप के ट्विटर अकाउंट को निलंबित किए जाने पर चिंता व्यक्त की है.