नई दिल्ली : पंजाब कांग्रेस प्रमुख सुनील जाखड़ ने कहा, पंजाब में कांग्रेस पूरी ताकत से विधानसभा चुनाव लड़ेगी. मैं पहले दिन से कह रहा हूं कि अगर किसी और को पीसीसी प्रमुख नियुक्त करने से कांग्रेस पार्टी को मजबूती मिलती है, तो ऐसा किया जाना चाहिए और मुझे हटा दिया जाना चाहिए.
बता दें कि पंजाब कांग्रेस के भीतर काफी समय से कलह चल रही है. इस कलह को सुलझाने के लिए सोनिया गांधी ने तीन सदस्यीय पैनल गठित किया था. इस समिति ने सोनिया को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है.
सूत्रों ने बताया कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति ने पंजाब में सरकार में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर कोई सिफारिश नहीं की है, हालांकि उसने यह जरूर कहा है कि पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू को सरकार या संगठन में उपयुक्त स्थान दिया जाए.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, समिति ने कांग्रेस के प्रदेश संगठन में बदलाव के समय सभी क्षेत्रों और समाज के सभी वर्गों को जगह देने की पैरवी भी की है.
पिछले कुछ महीने से यह चर्चा चली आ रही है कि सिद्धू सरकार में उप मुख्यमंत्री या फिर संगठन में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की भूमिका चाहते हैं. हालांकि पूर्व क्रिकेटर की तरफ से बार-बार यह कहा जाता रहा है कि वह पद के लिए नहीं, बल्कि पंजाब एवं पंजाबियों के अधिकार की बात करते हैं.
पढ़ें :- पंजाब सरकार पर ड्रग लाइसेंस में भ्रष्टाचार के आरोप, भाजपा ने सोनिया-राहुल से पूछे सवाल
बता दें कि राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता वाली समिति ने पिछले कई दिनों में, कांग्रेस के पंजाब से ताल्लुक रखने वाले 100 से अधिक नेताओं से उनकी राय ली है. इनमें अधिकतर विधायक हैं.
खड़गे के अलावा कांग्रेस महासचिव और पंजाब प्रभारी हरीश रावत तथा दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जेपी अग्रवाल इस समिति में शामिल हैं.
गौरतलब है कि हाल के कुछ सप्ताह में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह और पार्टी नेता नवजोत सिंह सिद्धू के बीच तीखी बयानबाजी देखने को मिली है.विधायक परगट सिंह और प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कुछ अन्य नेताओं ने भी मुख्यमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल रखा है.