नई दिल्ली : पंजाब में हाल ही कांग्रेस का दामन थामने वाले सुखपाल सिंह खैरा ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की. उन्होंने पंजाब एकता पार्टी (Punjab Ekta Party) के कांग्रेस में विलय की घोषणा की. बाद में पत्रकारों को संबोधित करते हुए आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल पर जमकर निशाना साधा.
पंजाब में विपक्ष के पूर्व नेता सुखपाल सिंह खैरा दिसंबर 2015 में कांग्रेस छोड़ आप में शामिल हो गए थे. वह 2017 में भोलानाथ विधानसभा सीट (Bholanath Assembly seat) से चुने गए थे, लेकिन बाद में उन्होंने जनवरी 2019 में आप से इस्तीफा दे दिया था.
उन्होंने तब अपनी खुद की पंजाब एकता पार्टी (Punjab Ekta Party) बनाई थी. सुखपाल सिंह खैरा ने गुरुवार को आधिकारिक तौर पर अपनी पार्टी के कांग्रेस में विलय की घोषणा की.
बैठक के दौरान पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत (Harish Rawat ) और कांग्रेस महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला (Randeep Singh Surjewala ) भी मौजूद थे. सुरजेवाला ने कहा कि हमारे परिवार में कोई दरार नहीं है. हमारे परिवार को कोई तोड़ नहीं सकता.
आप में शामिल होकर गलती की थी : खैरा
खैरा ने मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि आप संयोजक अरविंद केजरीवाल तानाशाह हैं. उन्होंने यह भी दावा किया कि उन्होंने आप में शामिल होकर राजनीतिक भूल की थी.
खैरा ने कहा कि 'अरविंद केजरीवाल के काम से पूरी तरह से मोहभंग हो गया है. विदेशों के लोगों के साथ हमारे संबंध बहुत अच्छे हैं. पंजाब के उन एनआरआई ने 2017 के चुनावों के दौरान उन्हें बड़ी रकम देकर आप का समर्थन किया था, लेकिन लोगों के लिए पंजाब में कोई काम नहीं किया गया, जिस कारण वे सभी लोग निराश हैं.'
खैरा ने कहा कि ' चुनाव के समय इन एनआरआई ने जो पैसा दिया था वह कहां गया. मैं सभी अनिवासी भारतीयों से आग्रह करता हूं कि अगर वे पंजाब का कल्याण चाहते हैं तो अब कांग्रेस पार्टी का समर्थन करें.'
खैरा ने कहा कि हम कांग्रेस के सुप्रीम लीडर राहुल गांधी से मिलने आए थे. उनका धन्यवाद करने आए थे. हमारे दो साथी जो जगदेव सिंह कमालू जो मौड़ (भटिंडा) से एमएलए हैं और परिमलजीत सिंह खालसा जो बरनाला से एमएलए हैं हमारे साथ थे.
'आप में केवल वन मैन शो'
आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर तीखा हमला करते हुए उन्होंने कहा, ' जिस तरह कांग्रेस में अगर कुछ आंतरिक मुद्दे चल रहे हैं तो पार्टी आलाकमान मामले को सुलझाने के लिए तुरंत हस्तक्षेप कर रहा है लेकिन आप में सिर्फ 'वन मैन शो' है और अरविंद केजरीवाल से परे कुछ भी नहीं है.'
कैप्टन-सिद्धू को 20 को दिल्ली बुलाया गया
इस बीच, कांग्रेस खुद पार्टी के भीतर विद्रोह का सामना कर रही है, जिसके लिए मल्लिकार्जुन खड़गे, जेपी अग्रवाल और हरीश रावत से मिलकर एक एआईसीसी पैनल राज्य नेतृत्व के साथ पार्टी के सदस्यों के बीच संतुलन बनाने की कोशिश कर रहा है.
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अब कांग्रेस आलाकमान भी इस मामले में दखल दे रहा है. इसी के तहत 20 जून 2021 को कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह सिद्धू दोनों को दिल्ली बुलाया गया है. उसके बाद पार्टी आलाकमान संगठन में बदलाव के संबंध में अंतिम फैसला करेगा.