सिलीगुड़ी: पश्चिम बंगाल के भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने नेता अनंत महाराज की उत्तर बंगाल को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने की मांग को खारिज कर दिया है. भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने अनंत महाराज की मांग को लेकर पत्रकारों के पूछे जाने पर इसे सिरे से खारिज कर दिया. ज्ञात हो कि हाल ही में केंद्रीय गृह राज्य मंत्री निशिथ प्रामाणिक के साथ एक निजी बैठक के बाद अनंत महाराज ने कहा कि केंद्र सरकार के लिए उत्तर बंगाल को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाने का समय आ गया है.
सुकांत मजूमदार ने स्पष्ट किया, 'अनंत महाराज एक राजनीतिक व्यक्ति नहीं हैं. वह एक धार्मिक गुरु हैं. उनके बयानों का जवाब देना हमारा काम नहीं है. हालांकि, केंद्र ने हमें अब तक कोई प्रस्ताव नहीं भेजा है.' इसके अलावा, उन्होंने राज्य में डेंगू की स्थिति और राज्य सरकार के कर्मचारियों के लंबित डीए को लेकर राज्य की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर अकेले ही निशाना साधा. राज्य में डेंगू की स्थिति चिंताजनक है.
सुकांता मजूमदार ने कहा, 'राज्य सरकार गलत है. संक्रमितों की संख्या 50,000 को पार कर गई है. उसके ऊपर, वह बड़ी बात कर रही है. उन्हें उत्तर प्रदेश से सीखना चाहिए कि समस्या को कैसे हल किया जाए. राज्य सरकार जानकारी छिपा रही है.' इस बीच बंगाल के बंटवारे को लेकर अनंत महाराज और निशिथ प्रामाणिक के बयानों पर कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने तीखी प्रतिक्रिया दी.
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'अगर बंगाल का बंटवारा हुआ तो हम इसे खून से रोक देंगे.' आरएसएस और अंग्रेजों ने मिलकर बंगाल को एक बार विभाजित किया, हम इसे दोबारा नहीं होने देंगे. कश्मीर से कन्याकुमारी तक अविभाजित भारत रहेगा और दार्जिलिंग से सागर तक अविभाजित बंगाल रहेगा.' हाकिम ने शनिवार को कोलकाता में यह बात कही. उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं पता कि उन्होंने (अनंत महाराज) ने क्या कहा. अनंत महाराज ने क्या कहा या बॉबी हकीम ने क्या फैसला किया, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. मायने यह रखता है कि बंगाल के लोग क्या फैसला करते हैं. बंगाल के लोगों ने फैसला किया है कि ममता बनर्जी थीं और रहेंगी.'