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सुब्रमण्यम स्वामी का पीएम पर हमला, बोले- राम मंदिर के फैसले में देरी चाहते थे मोदी

Swamy targets PM : भारतीय जनता पार्टी के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी चाहते थे कि राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट को फैसला आने में देरी हो.

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By ETV Bharat Hindi Team

Published : Jan 11, 2024, 12:05 PM IST

नई दिल्ली: एक ओर जहां देश भर में अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है वहीं दूसरी ओर इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस पहले से ही इस आयोजन की टाइमिंग को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के अलावा शंकराचार्यों ने भी आयोजन के समय को लेकर सवाल खड़े किये हैं. अब इस मामले में भाजपा नेता और पूर्व कानून मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है.

  • Modi tried to delay in SC the Ramjanmabhoomi Case when it was near conclusion-by Govt filing an Application to return back all the land of Ayodhya that PVNR Govt had nationalised. SC must be thanked for ignoring this and gave the judgment. Thanks to CJI Gogoi & 4 other Judges.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) July 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी ने मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में रामजन्मभूमि मामले में देरी करने की कोशिश की. उन्होंने लिखा कि जब मामला निष्कर्ष के करीब था - सरकार ने अयोध्या की सभी भूमि को वापस करने के लिए एक आवेदन दायर किया. जिसे पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने राष्ट्रीयकृत कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट को इस बात को नजरअंदाज कर फैसला देने के लिए धन्यवाद देना चाहिए. CJI गोगोई और 4 अन्य जजों को धन्यवाद.

  • It was the CJI Kehar Singh who saw the central importance of my argument of fundamental right to pray where faith tells me Ram was born. He assigned my petition to the SC Bench and directed to hear all the petitions.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) January 11, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा कि यह सीजेआई केहर सिंह ही थे जिन्होंने प्रार्थना करने के मेरे मौलिक अधिकार के तर्क के केंद्रीय महत्व को देखा. उन्होंने मेरी याचिका एससी बेंच को सौंपी और सभी याचिकाओं पर सुनवाई करने का निर्देश दिया.

बता दें कि स्वामी हाल के वर्षों में भारत के अंदर रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े आलोचक रहे हैं. वह उनकी आलोचना का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. पीएम मोदी की आर्थिक नीतियां खासतौर के स्वामी की आलोचना के केंद्र में रही है.

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नई दिल्ली: एक ओर जहां देश भर में अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है वहीं दूसरी ओर इस मामले में राजनीति भी तेज हो गई है. कांग्रेस पहले से ही इस आयोजन की टाइमिंग को लेकर केंद्र सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस के अलावा शंकराचार्यों ने भी आयोजन के समय को लेकर सवाल खड़े किये हैं. अब इस मामले में भाजपा नेता और पूर्व कानून मंत्री सुब्रमण्यम स्वामी ने सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला है.

  • Modi tried to delay in SC the Ramjanmabhoomi Case when it was near conclusion-by Govt filing an Application to return back all the land of Ayodhya that PVNR Govt had nationalised. SC must be thanked for ignoring this and gave the judgment. Thanks to CJI Gogoi & 4 other Judges.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) July 28, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर गंभीर आरोप लगाये हैं. उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी ने मोदी ने सुप्रीम कोर्ट में रामजन्मभूमि मामले में देरी करने की कोशिश की. उन्होंने लिखा कि जब मामला निष्कर्ष के करीब था - सरकार ने अयोध्या की सभी भूमि को वापस करने के लिए एक आवेदन दायर किया. जिसे पीवी नरसिम्हा राव की सरकार ने राष्ट्रीयकृत कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट को इस बात को नजरअंदाज कर फैसला देने के लिए धन्यवाद देना चाहिए. CJI गोगोई और 4 अन्य जजों को धन्यवाद.

  • It was the CJI Kehar Singh who saw the central importance of my argument of fundamental right to pray where faith tells me Ram was born. He assigned my petition to the SC Bench and directed to hear all the petitions.

    — Subramanian Swamy (@Swamy39) January 11, 2024 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

उन्होंने एक्स पर अपने पोस्ट में लिखा कि यह सीजेआई केहर सिंह ही थे जिन्होंने प्रार्थना करने के मेरे मौलिक अधिकार के तर्क के केंद्रीय महत्व को देखा. उन्होंने मेरी याचिका एससी बेंच को सौंपी और सभी याचिकाओं पर सुनवाई करने का निर्देश दिया.

बता दें कि स्वामी हाल के वर्षों में भारत के अंदर रहते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे बड़े आलोचक रहे हैं. वह उनकी आलोचना का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं. पीएम मोदी की आर्थिक नीतियां खासतौर के स्वामी की आलोचना के केंद्र में रही है.

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