मिर्जापुर : आज के बदलते युग में टेक्नोलॉजी ने जितना काम आसान किया है, उतना ही जीवन को खतरे में डाल दिया है. आज के समय में बच्चे छोटी उम्र में ही मोबाइल का इस्तेमाल करना शुरू कर देते हैं, लेकिन वो इससे होने वाले दुष्प्रभाव से अंजान होते हैं.
अगर आपका बच्चा मोबाइल चला रहा है और इस दौरान वह मोबाइल की बैटरी को चीभ से लगाने का प्रयास करता है तो सावधान हो जाएं. बच्चे की इस हरकत से उसकी जान भी जा सकती है, क्योंकि ऐसा ही एक मामला मिर्जापुर जिले के हलिया थाना क्षेत्र से सामने आया है.
यहां मतवार गांव में मोबाइल की बैटरी फटने से एक छात्र की मौत हो गई. छात्र मोबाइल चार्ज करने के बाद बैटरी को चीभ से लगाकर चेक कर रहा था कि बैटरी चार्ज हुई है कि नहीं, इस दौरान बैटरी फट गई.
बाबूलाल कोल का 12 वर्षीय बेटा मोनू कक्षा पांच का छात्र था. शुक्रवार की सुबह मोनू मोबाइल से बैटरी निकालने के बाद बैटरी को कौवा चार्जर (जिसमें एक साथ कई बैटरी चार्ज हो सकती हैं) से चार्ज कर रहा था. इस दौरान वह जीभ से लगाकर चेक करने लगा कि बैटरी चार्ज हुई है कि नहीं. जीभ से बैटरी को लगाते ही बैटरी में ब्लास्ट हो गया, जिससे मोनू का चेहरा बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया.
गंभीर रूप से घायल मोनू को परिजन आनन-फानन में इलाज के लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हलिया ले गए, जहां उसकी हालत गंभीर देखते हुए उसे मंडलीय चिकित्सालय के लिए रेफर कर दिया गया. मंडलीय चिकित्सालय में डॉक्टरों ने मोनू को मृत घोषित कर दिया.
मजदूरी कर परिवार चलाते हैं बाबूलाल
मोनू तीन भाई-बहनों में दूसरे नंबर का था. उसके पिता बाबूलाल कोल मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं. घटना के समय वह प्रयागराज जिले के हंडिया में मजदूरी करने के लिए गए हुए थे. मोनू की मौत से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है.