कासरगोड (केरल) : उत्तरी केरल के जिलों में एक्सप्रेस ट्रेनों पर पथराव और रेलवे ट्रैक और ट्रेन की बोगियों को निशाना बनाने की परेशान करने वाली इन दिनों घटनाएं बढ़ रही हैं. इन घटनाओं ने चिंताएं बढ़ा दी हैं. एक घटना में कोट्टीकुलम में रेलवे ट्रैक पर लाल पत्थर पाए गए, जिसे बदमाशों ने फेंक दिया था. लेकिन कोयंबटूर-मंगलुरु इंटरसिटी ट्रेन के लोको पायलट ने ट्रैक पर संदिग्ध सामग्री देखी. इस पर उसने इस बारे में अधिकारियों को सूचित किया. इसके बाद रेलवेपुलिस और मेलपेरम पुलिस मौके पर पहुंची. हालांकि पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. इसमें तोड़फोड़ करने वाले तत्वों के शामिल होने की आशंका देखते हुए भी पुलिस तहकीकात कर रही है. इसी प्रकार कोटिकुलम और कालनाडु के बीच सुरंगसे सौ मीटर दूर रेलवे ट्रैक पर पत्थर मिला था.
बता दें कि करीब 11.50 बजे कोयंबटूर मंगलुरु इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन इसी रास्ते से गुजरी थी. इससे पहले बुधवार को माहे और थालास्सेरी के बीच वंदेभारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटना हुई थी. दोपहर करीब साढ़े तीन बजे थालास्सेरी और माहे के बीच पथराव हुआ. इस वजह से वंदे भारत दोपहर 2.30 बजे कन्नूर रेलवे स्टेशन से तिरुवनंतपुरम के लिए रवाना हुई. वही पथराव की वजह से सी8 कोच की खिड़कियां टूट गईं थीं.
हालांकि आरपीएफ कर्मियों के निरीक्षण के बाद वंदे भारत एक्सप्रेस का चलना जारी है. गौरतलब है कि दो दिन पहले कन्नूर जिले में दो ट्रेनों पर पथराव किया गया था. इससे पहले 14 अगस्त को पप्पिनिसेरी और कन्नापुरम स्टेशनों के बीच पथराव की घटना सामने आई थी. इस दौरान ड्यूरेंटो एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 12284 को नुकसान हुआ था. वहीं 13 अगस्त को कन्नूर और दक्षिण कन्नूर स्टेशनों के बीच मंगलुरु चेन्नई सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 16686 पर पथराव किया गया था. इतना ही नहीं नेत्रावती एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 16346) और ओखा एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 16337) पर भी पथराव की सूचना मिली है. ये सभी घटनाएं कन्नूर के पास वालापट्टनम और कासरगोड के पास नीलेश्वरम में हुईं. उपद्रवियों ने 15 अगस्त को बी कन्नूर यशवंतपुर एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 16528) को पथराव कर निशाना बनाया था. पथराव की यह घटना कोझिकोड और कल्लाई रेलवे स्टेशनों के बीच हुई थी.
केरल की एकमात्र वंदेभारत एक्सप्रेस का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अप्रैल महीने में किया था. उद्घाटन के तुरंत बाद पत्थरबाजों ने वंदेभारत एक्सप्रेस को निशाना बनाया था जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था. ऐसे मामलों की बढ़ती घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा बल और दक्षिणी रेलवे अधिकारियों के लिए चिंता बढ़ा दी है. रेलवे सुरक्षा बल उन इलाकों से एकत्र किए गए सीसीटीवी फुटेज का निरीक्षण कर रहा है जहां ऐसी घटनाएं सामने आई हैं. साथ ही केंद्रीय खुफिया एजेंसियां इस बात का भी निरीक्षण कर रही हैं कि इन घटनाओं का कोई देश विरोधी कनेक्शन तो नहीं है.
इसी क्रम में 2 अप्रैल को कोझिकोड के पास एक परेशान करने वाली ट्रेन आगजनी की घटना में एक बच्चे सहित तीन लोग जिंदा जल गए थे. जिसमें दिल्ली निवासी 27 वर्षीय शाहरुख सैफी ने कथित तौर पर सहयात्रियों पर ईंधन छिड़ककर आग लगा दी थी. यह दुखद घटना अलाप्पुझा कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में हुई जब वह कोझिकोड जिले के कोराप्पुझा पुल के पास थी. बाद में सैफी को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर लिया गया. यह दुखद घटना अलाप्पुझा कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में हुई जब वह कोझिकोड जिले के कोराप्पुझा पुल के पास थी. बाद में सैफी को रत्नागिरी से गिरफ्तार कर लिया गया. ठीक दो महीने बाद पहली जून को उसी अलाप्पुझा-कन्नूर एक्जीक्यूटिव एक्सप्रेस में कन्नूर रेलवे स्टेशन पर आग लग गई थी. जब ट्रेन रेलवे स्टेशन पर रुकी तो उसके एक डिब्बे में आग देखी गई. आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन एवं बचाव दल और रेलवे अधिकारी ने मोर्चा संभाला था. सौभाग्य से उस दौरान कोई हताहत नहीं हुआ था.
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