चित्तूर: आंध्रप्रदेश के चित्तूर में शुक्रवार को पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के दौरे के दौरान पथराव एवं आगजनी में कई पुलिसकर्मी और तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा), सत्तारूढ़ वाईएसआरसीपी के कई कार्यकर्ता घायल हो गये. पुलिस ने यह जानकारी दी. विभिन्न जिलों में सिंचाई परियोजनाओं को पूरा करने में वाई एस जगनमोहन रेड्डी सरकार की विफलता को उजागर करने के लक्ष्य से नायडू युद्ध भेरी यात्रा पर हैं. ये परियोजनाएं नायडू के मुख्यमंत्री में शुरू की गयी थी.
प्रारंभिक सूचना के अनुसार सुरक्षा प्रदान करने के तैनात किये गये 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल हो गये. चित्तूर जिले के पुलिस अधीक्षक वाई रिशांत रेड्डी ने कहा कि पुंगानुर के रास्ते में भीषण पथराव की घटना सामने आयी है, जहां पुलिस उपाधीक्षक समेत 20 से अधिक पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया.
उन्होंने कहा कि अन्नामय्या जिले के मुलकलाचेरूवु में एक रैली में भाषण देते हुए नायडू ने कथित रूप से अपमानजनक टिप्पणी की जिसके बाद हिंसक संघर्ष शुरू हो गया. उस रैली में नायडू ने थंबलपल्ले के विधायक पी द्वारकानाथ रेड्डी को रावण कहा था. रेड्डी ने कहा कि इन टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया स्वरूप सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों ने चित्तूर में अंगल्लू के रास्ते को जाम को कर दिया जबकि नायडू उधर की ओर भी बढ़ रहे थे.
पुलिस अधीक्षक के अनुसार उसके बाद तेदेपा कार्यकर्ताओं ने पथराव किया जिसमें दोनों तरफ से कई समर्थक घायल हो गये. उन्होंने कहा कि दंगे जैसी स्थिति में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और भीड़ को तितर-बितर किया. पुंगानूर में निर्धारित नायडू की अगली रैली में कानून व्यवस्था की ओर समस्या खड़ी होने के अंदेशा से पुलिस ने शहर के प्रवेश मार्ग पर बैरीकेड लगा दिया और रोडशो को बाईपास से जाने दिया.
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि वहां नायडू का इंतजार कर रहे तेदेपा कार्यकर्ताओं ने कथित रूप से पुलिस पर हमला किया और बस एवं वज्र वाहन में आग लगा दी. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसूगैस के गोले दागे. इस बीच नायडू ने तेदेपा कार्यकर्ताओं पर कथित हमले को लेकर वाईएसआरसीपी की निंदा की.
(पीटीआई-भाषा)