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रास्ते में कोरियर कंटेनर से लाखों का माल करते थे पार, गैंग में शामिल सिपाही फरार, पांच आरोपी गिरफ्तार

आगरा की एसटीएफ यूनिट ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लाखों की चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा के मुताबिक, गैंग में एक पुलिसकर्मी भी शामिल है जो फरार है.

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Published : May 12, 2023, 9:19 AM IST

आगरा : एसटीएफ की आगरा यूनिट ने गुरुवार देर रात दिल्ली एनसीआर से अलग-अलग शहरों में जाने वाले कोरियर कंटेनरों से चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह कंटेनरों से चोरी किए गए माल को मध्य प्रदेश और राजस्थान में फर्जी बिल बनाकर बेचते थे. एसटीएफ ने गैंग के पांच सदस्यों को एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से करीब 25 लाख के लैपटॉप, मोबाइल के साथ ही वारदात में प्रयुक्त होने वाली एक कार, बाइक और एक्टिवा भी बरामद की है. इसके साथ ही गिरोह में शामिल कासगंज जिले में तैनात सिपाही रवि राजपूत और गैंग का सरगना फरार है.

यूपी एसटीएफ की आगरा यूनिट में तैनात पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'अप्रैल 2023 में गुरुग्राम की एक फर्म ने ब्लू डार्ट कोरियर कंपनी से इलेक्ट्रानिक उपकरण लखनऊ के लिए डिलीवरी किए थे. माल तय स्थान पर नहीं पहुंचने पर 25 अप्रैल को फर्म के मालिक ने गुरुग्राम के थाना विलासपुर में मुकदमा दर्ज कराया था. इस पर गुरुग्राम पुलिस ने गाड़ी चालक विक्रम को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. गाड़ी चालक विक्रम ने पूछताछ में कई नाम बताए. जिनकी यूपी एसटीएफ की टीम ने तस्दीक की, जिसमें एक सिपाही का नाम भी सामने आया.'

गिरोह के पास से बरामद कार
गिरोह के पास से बरामद कार


कार में मोबाइल और लैपटॉप बरामद : एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'आगरा में मुखबिर की सूचना पर गुरुवार रात एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र स्थित मछली वाली पुलिया के पास एक कार को रुकवाया. कार से पांच संदिग्ध पकड़े गये, जिनसे पूछताछ की तो हकीकत सामने आ गई. कार में मोबाइल और लैपटॉप बरामद हुए. इस पर आरोपियों को थाना एत्मादउद्दौला पुलिस के हवाले कर दिया गया है. एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त में मलपुरा के धनौली निवासी बनवारी, राजेंद्र राजपूत, अलीगढ़ के अतरौली निवासी राजेश राजपूत, धौलपुर के मनिया निवासी जगदीश और एटा के कोतवाली देहात निवासी राधेश्याम हैं. इसके साथ ही गैंग के फरार बदमाश में अलीगढ़ के अतरौली निवासी आमिर और धनौली निवासी रवि राजपूत हैं. एसटीएफ ने गिरफ्त में आए बनवारी और राजेश ने खुलासा किया कि 'गैंग लंबे समय से इस तरह से चोरी करता आ रहा है. गैंग का सरगना आमिर है, जो कोरियर कंपनी के चालक से संपर्क करके वारदात करता है. कंपनी से माल लोड होकर निकलते ही गैंग अपनी कार से पीछे चलता है. रास्ते में कंटेनर के रुकने पर गैंग के सदस्य कंटेनर में बैठ जाते हैं. आमिर के पास एक लेजर मशीन है. जिससे खोल देता है.'



दुकानदारों को आधी कीमत पर बेचते थे : गिरफ्तार बनवारी ने बताया कि 'कंटेनर में जीपीएस होता है, इसलिए कंटेनर को रोकते नहीं हैं. कंटेनर से वारदात के समय महंगे उपकरण जैसे लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड डिस्क समेत अन्य सामान निकालते हैं. चोरी का माल मध्य प्रदेश और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र के दुकानदारों से संपर्क करके आधी कीमत पर बेचते हैं. दुकानदार बिना बिल के माल खरीदते हैं. जो बिल मांगता है. उसे बिक्री फर्जी बिल बनाकर देते हैं. गैंग से जो कार बरामद हुई है, वो गैंग के साथी राजीव राणा की है. लेनदेन के विवाद में उससे कार छीन ली है. बाकी माल कंटेनर में ही रहता है. जिसे चालक आगे कहीं बेच देता है.'

कासंगज में तैनात सिपाही रवि फरार : एसटीएफ के निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'गैंग में सिपाही रवि राजपूत भी शामिल है. सिपाही हाल में कासगंज में तैनात है, जो गिरफ्तार अभियुक्त राजेश का रिश्तेदार है. इसके साथ ही गिरफ्तार राजेंद्र उसका पड़ोसी है. राजेश से माल लेकर रवि परिचितों को बेच देता था. मुकदमे में सिपाही वांछित है. उसकी तलाश की जा रही है. पहले भी सिपाही रवि राजपूत के खिलाफ शिकायत हुई है.'

यह भी पढ़ें : ईटीवी भारत की खबर का असर, लखनऊ में बिना परमिट चल रहे टेंपो सीज

आगरा : एसटीएफ की आगरा यूनिट ने गुरुवार देर रात दिल्ली एनसीआर से अलग-अलग शहरों में जाने वाले कोरियर कंटेनरों से चोरी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. गिरोह कंटेनरों से चोरी किए गए माल को मध्य प्रदेश और राजस्थान में फर्जी बिल बनाकर बेचते थे. एसटीएफ ने गैंग के पांच सदस्यों को एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया है. आरोपियों के पास से करीब 25 लाख के लैपटॉप, मोबाइल के साथ ही वारदात में प्रयुक्त होने वाली एक कार, बाइक और एक्टिवा भी बरामद की है. इसके साथ ही गिरोह में शामिल कासगंज जिले में तैनात सिपाही रवि राजपूत और गैंग का सरगना फरार है.

यूपी एसटीएफ की आगरा यूनिट में तैनात पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'अप्रैल 2023 में गुरुग्राम की एक फर्म ने ब्लू डार्ट कोरियर कंपनी से इलेक्ट्रानिक उपकरण लखनऊ के लिए डिलीवरी किए थे. माल तय स्थान पर नहीं पहुंचने पर 25 अप्रैल को फर्म के मालिक ने गुरुग्राम के थाना विलासपुर में मुकदमा दर्ज कराया था. इस पर गुरुग्राम पुलिस ने गाड़ी चालक विक्रम को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था. गाड़ी चालक विक्रम ने पूछताछ में कई नाम बताए. जिनकी यूपी एसटीएफ की टीम ने तस्दीक की, जिसमें एक सिपाही का नाम भी सामने आया.'

गिरोह के पास से बरामद कार
गिरोह के पास से बरामद कार


कार में मोबाइल और लैपटॉप बरामद : एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'आगरा में मुखबिर की सूचना पर गुरुवार रात एत्मादउद्दौला थाना क्षेत्र स्थित मछली वाली पुलिया के पास एक कार को रुकवाया. कार से पांच संदिग्ध पकड़े गये, जिनसे पूछताछ की तो हकीकत सामने आ गई. कार में मोबाइल और लैपटॉप बरामद हुए. इस पर आरोपियों को थाना एत्मादउद्दौला पुलिस के हवाले कर दिया गया है. एसटीएफ के पुलिस निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त में मलपुरा के धनौली निवासी बनवारी, राजेंद्र राजपूत, अलीगढ़ के अतरौली निवासी राजेश राजपूत, धौलपुर के मनिया निवासी जगदीश और एटा के कोतवाली देहात निवासी राधेश्याम हैं. इसके साथ ही गैंग के फरार बदमाश में अलीगढ़ के अतरौली निवासी आमिर और धनौली निवासी रवि राजपूत हैं. एसटीएफ ने गिरफ्त में आए बनवारी और राजेश ने खुलासा किया कि 'गैंग लंबे समय से इस तरह से चोरी करता आ रहा है. गैंग का सरगना आमिर है, जो कोरियर कंपनी के चालक से संपर्क करके वारदात करता है. कंपनी से माल लोड होकर निकलते ही गैंग अपनी कार से पीछे चलता है. रास्ते में कंटेनर के रुकने पर गैंग के सदस्य कंटेनर में बैठ जाते हैं. आमिर के पास एक लेजर मशीन है. जिससे खोल देता है.'



दुकानदारों को आधी कीमत पर बेचते थे : गिरफ्तार बनवारी ने बताया कि 'कंटेनर में जीपीएस होता है, इसलिए कंटेनर को रोकते नहीं हैं. कंटेनर से वारदात के समय महंगे उपकरण जैसे लैपटॉप, मोबाइल, हार्ड डिस्क समेत अन्य सामान निकालते हैं. चोरी का माल मध्य प्रदेश और राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्र के दुकानदारों से संपर्क करके आधी कीमत पर बेचते हैं. दुकानदार बिना बिल के माल खरीदते हैं. जो बिल मांगता है. उसे बिक्री फर्जी बिल बनाकर देते हैं. गैंग से जो कार बरामद हुई है, वो गैंग के साथी राजीव राणा की है. लेनदेन के विवाद में उससे कार छीन ली है. बाकी माल कंटेनर में ही रहता है. जिसे चालक आगे कहीं बेच देता है.'

कासंगज में तैनात सिपाही रवि फरार : एसटीएफ के निरीक्षक यतेंद्र शर्मा ने बताया कि 'गैंग में सिपाही रवि राजपूत भी शामिल है. सिपाही हाल में कासगंज में तैनात है, जो गिरफ्तार अभियुक्त राजेश का रिश्तेदार है. इसके साथ ही गिरफ्तार राजेंद्र उसका पड़ोसी है. राजेश से माल लेकर रवि परिचितों को बेच देता था. मुकदमे में सिपाही वांछित है. उसकी तलाश की जा रही है. पहले भी सिपाही रवि राजपूत के खिलाफ शिकायत हुई है.'

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