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पोत पर हमला करने वालों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढ निकालेंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे : राजनाथ

INS Imphal : सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक आईएनएस इंफाल काे आज भारतीय नौसेना में शामिल कर लिया गया. इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि पोतों पर हमला करने वालों को समुद्र की गहराई भी ढूंढ निकालेंगे और सख्त कार्रवाई करेंगे. Defence Minister Rajnath Singh

rajnath singh ins imphal
राजनाथ सिंह आईएनएस इंफाल
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By PTI

Published : Dec 26, 2023, 3:19 PM IST

Updated : Dec 26, 2023, 6:00 PM IST

मुंबई : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत 'एमवी केम प्लूटो' और 'एमवी साईबाबा' पर हाल में हुए हमलों का गंभीरता से संज्ञान लिया है और वह इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों के बाद भारत ने समुद्र में गश्त बढ़ा दी है.

उन्होंने कहा, 'भारत सरकार ने 'एमवी केम प्लूटो' पर ड्रोन हमले और लाल सागर में 'एमवी साईबाबा' पर हमले की घटना को गंभीरता से लिया है. हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों को अंजाम देने वालों को हम समुद्र की गहराइयों से भी ढूंढकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.'

शनिवार को पोरबंदर से लगभग 217 समुद्री मील की दूरी पर 21 भारतीय चालक दल के सदस्यों वाले वाणिज्यिक जहाज 'एमवी केम प्लूटो' पर एक ड्रोन हमला किया गया था, जिसके बाद भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने जहाज को सहायता प्रदान करने के लिए कई पोत तैनात किए. जहाज अपराह्न साढ़े तीन बजे मुंबई तट पर पहुंचा. मुंबई के रास्ते में भारतीय तटरक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम ने उसे सुरक्षा प्रदान की.

भारतीय चालक दल के 25 सदस्यों के साथ गैबॉन के ध्वज वाले वाणिज्यिक कच्चे तेल के टैंकर पर कथित तौर पर दक्षिणी लाल सागर में ड्रोन हमला हुआ था. भारतीय अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि वाणिज्यिक तेल टैंकर भारतीय ध्वज वाला जहाज नहीं था. इस बीच, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि वाणिज्यिक जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों से निपटने के लिए चार विध्वंसक तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि पी-8आई विमान, डोर्नियर्स, सी गार्डियन, हेलीकॉप्टर और तटरक्षक जहाज - सभी को समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों के खतरों का मुकाबला करने के लिए संयुक्त रूप से तैनात किया गया है.

  • INS IMPHAL भारत की बढ़ती समुद्री ताकत को दिखाता है। मुझे पूरा विश्वास है कि INDO-PACIFIC region में INS IMPHAL “जलमेव यस्य, बलमेव तस्य”, यानी ‘जिसका जल, उसका बल’ के हमारे सिद्धांत को और मजबूती प्रदान करेगा: RM

    — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) December 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले विस्तारित दूरी की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक 'आईएनएस इंफाल' को मंगलवार को मुंबई में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार युद्धपोत को औपचारिक रूप से नौसेना में शामिल करने के कार्यक्रम में उपस्थित थे. 'आईएनएस इंफाल' नौसेना द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है. इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित है. पश्चिमी नौसैन्य कमान के 'फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ' वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि 'आईएनएस इंफाल' पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है. बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद ‘आईएनएस इंफाल’ को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था.

ये भी पढ़ें - पीएम नरेंद्र मोदी का विजन 'सागर', 2047 तक हम पूरी तरह से सशक्त हो जाएंगे: नेवी चीफ हरि कुमार

मुंबई : रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कहा कि भारत सरकार ने वाणिज्यिक पोत 'एमवी केम प्लूटो' और 'एमवी साईबाबा' पर हाल में हुए हमलों का गंभीरता से संज्ञान लिया है और वह इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को समुद्र की गहराई से भी ढूंढकर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी. स्वदेशी युद्धक जहाज आईएनएस इंफाल को नौसेना में शामिल किए जाने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों के बाद भारत ने समुद्र में गश्त बढ़ा दी है.

उन्होंने कहा, 'भारत सरकार ने 'एमवी केम प्लूटो' पर ड्रोन हमले और लाल सागर में 'एमवी साईबाबा' पर हमले की घटना को गंभीरता से लिया है. हाल ही में वाणिज्यिक पोतों पर हुए हमलों को अंजाम देने वालों को हम समुद्र की गहराइयों से भी ढूंढकर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे.'

शनिवार को पोरबंदर से लगभग 217 समुद्री मील की दूरी पर 21 भारतीय चालक दल के सदस्यों वाले वाणिज्यिक जहाज 'एमवी केम प्लूटो' पर एक ड्रोन हमला किया गया था, जिसके बाद भारतीय नौसेना और भारतीय तटरक्षक बल ने जहाज को सहायता प्रदान करने के लिए कई पोत तैनात किए. जहाज अपराह्न साढ़े तीन बजे मुंबई तट पर पहुंचा. मुंबई के रास्ते में भारतीय तटरक्षक जहाज आईसीजीएस विक्रम ने उसे सुरक्षा प्रदान की.

भारतीय चालक दल के 25 सदस्यों के साथ गैबॉन के ध्वज वाले वाणिज्यिक कच्चे तेल के टैंकर पर कथित तौर पर दक्षिणी लाल सागर में ड्रोन हमला हुआ था. भारतीय अधिकारियों ने बाद में स्पष्ट किया कि वाणिज्यिक तेल टैंकर भारतीय ध्वज वाला जहाज नहीं था. इस बीच, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार ने कहा कि वाणिज्यिक जहाजों पर समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों से निपटने के लिए चार विध्वंसक तैनात किए गए हैं. उन्होंने कहा कि पी-8आई विमान, डोर्नियर्स, सी गार्डियन, हेलीकॉप्टर और तटरक्षक जहाज - सभी को समुद्री डकैती और ड्रोन हमलों के खतरों का मुकाबला करने के लिए संयुक्त रूप से तैनात किया गया है.

  • INS IMPHAL भारत की बढ़ती समुद्री ताकत को दिखाता है। मुझे पूरा विश्वास है कि INDO-PACIFIC region में INS IMPHAL “जलमेव यस्य, बलमेव तस्य”, यानी ‘जिसका जल, उसका बल’ के हमारे सिद्धांत को और मजबूती प्रदान करेगा: RM

    — रक्षा मंत्री कार्यालय/ RMO India (@DefenceMinIndia) December 26, 2023 " class="align-text-top noRightClick twitterSection" data=" ">

इससे पहले विस्तारित दूरी की सुपरसोनिक ब्रह्मोस मिसाइल दागने की क्षमता से लैस स्टेल्थ गाइडेड मिसाइल विध्वंसक 'आईएनएस इंफाल' को मंगलवार को मुंबई में भारतीय नौसेना में शामिल किया गया. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर हरि कुमार युद्धपोत को औपचारिक रूप से नौसेना में शामिल करने के कार्यक्रम में उपस्थित थे. 'आईएनएस इंफाल' नौसेना द्वारा स्वदेशी रूप से डिजाइन किए गए 'विशाखापत्तनम' श्रेणी के चार विध्वंसक युद्धपोतों में से तीसरा युद्धपोत है. इसे नौसेना के युद्धपोत डिजाइन ब्यूरो ने डिजाइन किया है और यह सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम मझगांव डॉक लिमिटेड, मुंबई द्वारा निर्मित है. पश्चिमी नौसैन्य कमान के 'फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ' वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि 'आईएनएस इंफाल' पहला युद्धपोत है जिसका नाम पूर्वोत्तर के किसी शहर के नाम पर रखा गया है. बंदरगाह और समुद्र में व्यापक परीक्षण कार्यक्रम पूरा करने के बाद ‘आईएनएस इंफाल’ को 20 अक्टूबर को भारतीय नौसेना को सौंप दिया गया था.

ये भी पढ़ें - पीएम नरेंद्र मोदी का विजन 'सागर', 2047 तक हम पूरी तरह से सशक्त हो जाएंगे: नेवी चीफ हरि कुमार

Last Updated : Dec 26, 2023, 6:00 PM IST
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