हैदराबाद : केंद्र ने देश में व्यापक कोरोना टीकाकरण अभियान के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं. स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय पहले चरण में लगभग 30 करोड़ लोगों को वैक्सीन देने की योजना बना रहा है. सबसे पहले कोरोना की वैक्सीन एक करोड़ डॉक्टर और दो करोड़ फ्रंट-लाइन कार्यकर्ताओं को लगाई जाएगी, जबकि छह टीके इस समय क्लीनिकल मूल्यांकन के अधीन हैं. तीन निर्माताओं ने केंद्रीय औषधि मानकों और नियंत्रण संगठन से संपर्क किया है जो आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण की मांग कर रहे हैं.
50 वर्ष से अधिक उम्र के वरीयता समूह को भी विभिन्न समूहों में बांटा जा सकता है. इनमें 60 वर्ष से अधिक उम्र के और 50 से 60 वर्ष के उम्र के लोगों के समूह बनाए जा सकते हैं.
को-विन वेबसाइट पर पंजीकरण कराने के लिए मतदाता पहचान पत्र, आधार कार्ड, ड्राविंग लाइसेंस, पासपोर्ट और पेंशन के दस्तावेज़ सहित 12 फोटो पहचान पत्रों में से किसी एक की जरूरत होगी.
दिशानिर्देशों के अनुसार राज्यों को वैक्सीन कैरियर, वैक्सीन वायल्स या आइसपैक को सीधे धूप के संपर्क में आने से बचाने के सभी उपाय करने को कहा गया है. वैक्सीन और डाइल्यूएंट्स को अच्छी तरह से बंद वैक्सीन कैरियर के अंदर रखा जाना चाहिए.
केवल टीका लगाते समय ही वैक्सीन के डिब्बे का ढक्कन खोला जाना चाहिए. टीका लगाने के बाद 30 मिनट तक लाभार्थी की निगरानी की जाएगी, ताकि किसी दुष्प्रभाव का पता लगाया जा सके.
विभिन्न कोविड वैक्सीन को आपस में मिलने से बचाने के लिए राज्यों से कहा गया है कि एक जिले में केवल एक विनिर्माता की वैक्सीन ही आवंटित की जाए.
कोविड वैक्सीन इनटेलिजेंस नेटवर्क-को-विन का उपयोग टीकाकरण के लिए सूचीबद्ध लाभार्थियों का पता लगाने के लिए किया जाएगा.
राज्यों की योजना और रणनीति
केरल
- टीका नि:शुल्क उपलब्ध कराया जाएगा.
- स्वास्थ्य कर्मियों को वरीयता दी जाएगी.
- वैक्सीन वितरण के लिए बहु स्तरीय समितियां बनाई गई हैं. इसमें राज्य संचालन समिति, राज्य कार्य बल, जिला कार्य बल और ब्लॉक टास्क फोर्स शामिल हैं.
- राज्य में 1251 कोल्ड चेन, 2106 ILR और 1832 डीप फ्रीजर है.
- यूएनडीपी ने राज्यों में कोरोना टीकाकरण के लिए तकनीकी भागीदारों के रूप में अंतिम रूप दिया.
दिल्ली
- डेटा अपलोड करने के लिए दिल्ली राज्य स्वास्थ्य मिशन की वेबसाइट पर एक लिंक प्रदान किया गया है.
- वैक्सीन की खुराक के भंडारण के लिए राष्ट्रीय राजधानी में 609 कोल्ड चेन स्पॉट की चयन किया गया है.
- 14 दिसबंर को हेल्थकेयर श्रमिकों को टीकाकरण प्रक्रिया से जोड़ा गया है, उन्हें एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा.
- कोल्ड चेन प्वांइट प्रमुख अस्पतालों जैसे राजीव गांधी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, लोकनायक अस्पताल, कस्तूरबा अस्पताल, बाबासाहेब अम्बेडकर अस्पताल, जीटीबी अस्पताल से लेकर शहरी जन स्वास्थ्य केंद्र और मोहल्ला क्लीनिक तक मौजूद होंगे.
- टीकाकरण प्रक्रिया को अंजाम देने के लिए दिल्ली में 3,500 स्वास्थ्य कर्मचारियों की का चयन की गया है. लगभग 600 निजी क्षेत्र से हैं.
- दिल्ली में 600 चिकित्सा अधिकारियों को राष्ट्रीय राजधानी में कोल्ड चेन पॉइंट्स की निगरानी के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा.
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण के दौरान वैक्सीन की निगरानी और उससे जुड़ी भ्रांतियों के बारे में बताया जाएगा.
उत्तराखंड
- सरकार ने आम जनता तक पहुंचने के लिए तीन स्तरों पर टास्क फोर्स बनाए हैं. राज्य स्तर, जिला स्तर और ब्लॉक स्तर.
- 1 चरण में 24 लाख (20 प्रतिशत) लोगों को वैक्सीन की खुराक दी जाएगी.
- पहले चरण में 94,000 हेल्थकेयर कार्यकर्ता को वैक्सीन दी जाएगी.
- हर टीकाकरण बूथ में इंटरनेट, पेयजल, बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
- टीकाकरण के लिए 3 कमरे हैं, 1 कमरा प्रतीक्षा क्षेत्र के लिए है, दूसरा कमरा टीकाकरण क्षेत्र के लिए है और तीसरा कमरा अवलोकन क्षेत्र के लिए है.
- पहले चरण में लोगों को नौ श्रेणियों में कोरोना वैक्सीन दी जाएगी. फ्रंटलाइन हेल्थ एंड आईसीडीएस वर्कर, नर्स एंड सुपरवाइजर, मेडिकल ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ, सपोर्ट स्टाफ, स्टूडेंट्स, साइंटिस्ट एंड रिसर्च स्टाफ, क्लेरिकल एंड एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ, अन्य हेल्थ स्टाफ
- टीके 2 से 8 डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में रखा जाएगा.
- राज्य ने टीकों के लिए केंद्र सरकार से रेफ्रिजरेटर, फ्रीजर, कैरी बैग, कूलर की मांग की.
बिहार
- बिहार में सभी को मुफ्त टीका.
- 2.25 करोड़ की खुराक स्टोर की जाएगी.
- प्रथम चरण स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और दूसरी पंक्ति के फ्रंटलाइन वॉरियर्स को टीका लगाया जाएगा.
- स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं और फ्रंटलाइन वॉरियर्स के लिए वैक्सीन को छह से सात लाख खुराक की आवश्यकता होगी.
- राज्य की वैक्सीन भंडारण क्षमता 1.37 करोड़
- टीका लगाने के लिए ब्लॉक स्तर पर बूथ स्थापित किए जाएंगे.
- मोबाइल एप्लिकेशन में कोरोना वैक्सीन के लिए 24 घंटे के भीतर स्वास्थ्य कार्यकर्ता खुद को पंजीकृत कर सकते हैं.
- कोरोना वैक्सीन भी आंगनवाड़ी सेवकों और आंगनवाड़ी सहायकों को प्रदान की जाएगी.
- 8 जिलों में पीएम डायलिसिस योजना की सुविधा प्रदान की जाएगी.
- आयुष्मान भारत योजना के तहत, बड़े निजी अस्पतालों को जोड़ा जाना है.
असम
- पहले चरण में 86 लाख कोविड टीके लगेंगे.
- टीके के चार श्रेणियों के लोगों के लगेगा.
- स्वास्थ्यकर्मी, सुरक्षा कर्मी, 50 साल से अधिक आयु को लोगों और सह रुगुणता वाले लोग.
- सरकार ने इन लोगों की सूची तैयार कर ली है.
हरियाणा
- टीके के लिए कोल्ड चेन इन्फ्रास्ट्रक्चर का डेटाबेस, पहचान और रोलिंग के लिए वैक्सीनेटर का प्रशिक्षण के लिए प्राथमिकता समूहों की सूची तैयार की जा रही है.
- 1 साल तक 67 लाख लाभार्थियों का टीकाकरण किया जाना है.
- प्रथम चरण में 1.9 लाख फ्रंटलाइन कर्मियों के स्टाफ और उसके बाद 50 साल से अधिक आयु वाले लोगों को सूची में प्राथमिकता दी गई है.
- जनप्रतिनिधि, जो अपने काम के दौरान जनसमूह के संपर्क में आते हैं, वे भी प्रथम चरण के टीकाकरण में आते हैं.
- राज्य स्तर पर गतिविधियां: राज्य और जिले में टीकाकरण के बाद की प्रतिकूल घटना के लिए (AEFI) 21,085 से अधिक सत्र साइटें मैप की गईं हैं.
पश्चिम बंगाल
- स्वास्थ्य विभाग ने राज्य भर में संभावित वैक्सीन रोल-आउट के लिए ट्रेन-द-ट्रेनर्स कार्यक्रम शुरू किया है.
- टीकाकरण अधिकारी कोविड -19 की खुराक देने में मदद करेंगे.
- एक टीका लगाने वाला और चार टीकाकरण अधिकारी हर साइट को संभालेंगे.
- इन अधिकारियों की राज्य को टीकाकरण स्थलों से 21-सूत्री चेकलिस्ट भेजने के लिए जिम्मेदारी होगी.
- भारत में वैक्सीन बनाने वाले उम्मीदवार कोवैक्सिन के तीसरे चरण का परीक्षण कर रहे हैं.
तेलंगाना
- तेलंगाना ने 10 लाख प्रति दिन वैक्सीन खुराक का लक्ष्य को पूरा करने की योजना बनाई है.
- सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र, निजी स्वास्थ्य सुविधाएं, 100 से अधिक स्टॉफ, स्कूल, सामुदायिक हॉल, ग्राम पंचायत, नगर पालिका भवन में केंद्र बनाए जाएंगे.
- वैक्सीन वितरण के लिए राज्य, जिला और ब्लॉक स्तर पर टास्क फोर्स गठित की गई है.
- उच्च जोखिम वाले समूहों को प्राथमिकाता देने वाली सूची बनाई गई है, जिसमें कोविड वॉरियर, फ्रंट-लाइन कार्यकर्ता और 60 साल से ऊपर के लोग शमिल हैं.
- लोगों को आधार को छोड़कर किसी एक आईडी कार्ड के साथ आना होगा, इसे सत्यापित करके उन्हें टीका दिया जाएगा.
- चिकित्सा पेशेवरों को पहले लाभ होने की संभावना है. राज्य को वैक्सीन की 16 करोड़ खुराकें उपलब्ध कराई जाएंगी.
- चौथी श्रेणी में 15 से 50 के बीच आयु समूह कॉमोरबिडिटीज के साथ शामिल होंगे.
- सरकार ने वैक्सीन के लिए कोल्ड स्ट्रेज के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचा बनाया है.
- टीके के लिए 2.75 लाख हेल्थकेयर वर्कर्स और एक करोड़ लोगों को चार अलग अलग श्रेणियों में बांटा गया है.
- टीके के लिए तीन टीकाकरण कक्ष बनाए गए हैं: एक प्रतिक्षालय, दूसरा टीकाकरण और तीसरा ऑब्जरवेशन बनाया गया है.
आंध्र प्रदेश
- राज्य में 1 करोड़ लोगों को कोविड वैक्सीन मिलेगी.
- पहले चरण में स्वास्थ्य सेवा कार्यकर्ता, 50 साल से अधिक उम्र के व्यक्ति और सह-रुग्णता वाले लोगों सहित फ्रंटलाइन कार्यकर्ता का टीकाकरण किया जाएगा.
- राज्य में 1650 कोल्ड चेन प्वाइंट, 2307 (ILR), 2109 डीप फ्रीजर हैं.
- 4762 स्वास्थ्य केंद्रों में टीकाकरण किया गया.
- वैक्सीन वितरण के लिए कुल 18 सदस्यों की राज्य स्तरीय स्टेयरिंग समिति सूची तैयार कर रही है.
- समिति महीने में कम से कम एक बार बैठक करेगी.
- जिले में फ्रंट-लाइन कार्यकर्ता का डेटाबेस, वैक्सीन स्टोरेज पॉइंट, रूट मैप तैयार किया जाएगा.
- 100 लोग वैक्सीन देने के लिए 5 सदस्य टीम में बनाई जाएगी.
महाराष्ट्र
- लगभग 18,000 प्रशिक्षण की प्रक्रिया को पूरा कर रहे हैं.
- मुख्य सचिव के नेतृत्व में राज्य संचालन समिति बनाई गई.
- टीकाकरण टीम में पांच सदस्य होंगे.
- सरकार के Co-vin पोर्टल पर अब तक 16,245 कर्मचारी और 90,000 लाभार्थी पंजीकृत किए गए हैं.
- 1 चरण में स्वास्थ्य कार्यकर्ता और इस क्षेत्र के अन्य संबंधित कर्मचारी को वैक्सीन दी जाएगी.
- दूसरे चरण में आपदा प्रबंधन स्वयंसेवकों सहित फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं को टीके मिलेंगे.
- तीसरा चरण ऐसे लोगों का होगा जो 50 वर्ष से ऊपर के हैं और अन्य स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
पुदुचेरी
इस केंद्र शासित प्रदेश में सभी लोगों को मुफ्त कोरोना टीका दिया जाएगा.
मेघालय
- राज्य यह सुनिश्चित करेगा कि टीकाकरण प्रक्रिया को लागू करने के लिए आवश्यक प्रणाली और लॉजिस्टिक्स मौजूद हैं.
- चिकित्साकर्मी और फ्रंटलाइन वर्कर्स का टीकाकरण पहले किया जाएगा.
- सभी उपायुक्तों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि बुनियादी ढांचे और चिकित्साकर्मियों का जरूरी संख्याबल सुनिश्चित किया जाए.
मणिपुर
- 41,000 चिकित्सा पेशेवरों और अन्य लोगों की पहचान की गई है. इन लोगों को कोविड वैक्सीन के पहले खुराक लगाए जाएंगे.
- वैक्सीन को उन 126 स्थानों पर संग्रहित किया जाएगा जिनमें कोल्ड चेन की सुविधा है.
- वैक्सीन को कार्गो प्लेन द्वारा राज्य में लाया जाएगा.
- 138 सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों के अलावा 108 निजी स्वास्थ्य केंद्र पर कोरोना टीका लगाया जाएगा.
- COVID-19 के खिलाफ लड़ाई में फ्रंटलाइन वर्कर के रूप में काम करने वाले पुलिसकर्मी और आशा कार्यकर्ता टीकाकरण के पहले चरण में शामिल होंगे
- राज्य में तैनात केंद्रीय सशस्त्र बलों में काम कर रहे स्वास्थ्यकर्मियों को टीकाकरण के पहले चरण में शामिल नहीं किया जाएगा.